फेमस यूट्यूबर्स अगस्त्य चौहान का केस… हिट एंड रन का केस… या सब्सक्राइबर बढ़ाने के लिए मौत की रेस ?

फेमस यूट्यूबर्स अगस्त्य चौहान का केस… यमुना एक्सप्रेस-वे पर ‘मौत’ की रेस
हिट एंड रन का केस… या सब्सक्राइबर बढ़ाने के लिए मौत की रेस ?
पुलिस की इस थ्योरी को समझना जरूरी… जो भी समझेगा उसकी सलामत रहेगी जिंदगी

उत्तराखंड के फेमस यूट्यूबर अगस्त्य चौहान की में यमुना एक्सप्रेस वे पर सड़क हादसे में मौत हो गई… अब उसकी मौत पर अलग अलग थ्योरी सामने आ रही है…कोई कह रहा है… तेज रफ्तार ने अगस्त्य की जान ले ली… तो किसी ने हिट एंड रन केस की आशंका जताई… अब एक नई बात कही जा रही है… पुलिस इस बात को आगे ला रही है… उसकी मौत नहीं होती अगर वो वैसा करता जो जैसा उससे पुलिस ने उम्मीद की थी… दिल्ली पुलिस ने तीन वजहे गिनाई जिसे अगस्तत्य चौहान ने इग्नोर किया… और उसकी जान चली गई

सब्सक्राइबर बढ़ाने के लिए मौत की रेस

देहरादून में कई बार रैश ड्राइविंग और बाइक स्टंट कर यूट्यूबर्स वीडियो बना रहे हैं… इन बाइकर्स पर लगाम लगाने के लिए कई बार देहरादून पुलिस की ओर से अभियान चलाए जाते हैं. पहले चरण में 12 लोगों को चिन्हित किया गया था, जिनकी सबसे ज्यादा शिकायतें थी और उनकी थाने में काउंसलिंग भी की गई थी…. देहरादून में रैश ड्राइविंग के हॉटस्पॉट देहरादून स्टेडियम, मालदेवता, किमाड़ी रोड जैसे जगह है… जहां पर पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई है… इसी के तहत अगस्त्य पर भी कार्रवाई की गई थी… जिसकी वीडियो भी पुलिस ने सोशल मीडिया पर डाली थी…

रैश ड्राइविंग कानूनी रूप से अपराध

रैश ड्राइविंग में जितना खतरा बाइक राइडर को है, उतना ही खतरा वहां पर चल रहे आम नागरिक को भी होता है… ज्यादा रफ्तार से बाइक चलाने को आईपीसी 336 में एक खतरनाक हथियार की संज्ञा दी गई है, जिससे दुर्घटना होने पर इसे एक हथियार से किए गया हमले के बराबर माना जाता है… अब इसी की वजह देहरादून के एक फेमस यूट्यूबर अगस्त्य चौहान की जान रैश ड्राइविंग में चली गई है, लिहाजा रैश ड्राइविंग के खिलाफ जागरूकता अभियान को और अधिक तेज करने की जरूरत है. साथ ही देहरादून पुलिस और ऐसे बाइकर्स पर अधिक सख्ती से निपटेगी…

यूट्यूबर को नहीं पड़ता चालान से फर्क

लगातार इस तरह के यूट्यूबर्स पर कार्रवाई की जाती है, जो अपने कंटेंट में रैश ड्राइविंग या फिर यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं… लेकिन पुलिस की कार्रवाई का इन लोगों पर इसलिए असर नहीं पड़ता है, क्योंकि ये लाखों-करोड़ों में अपने यूट्यूब चैनल से कमाते आ रहे हैं… इनके पास लाखों की महंगी गाड़ियां होती है… लिहाजा इन पर पुलिस की ओर से लगाए गए छोटे-मोटे चालान का कोई फर्क नहीं पड़ता है. पुलिस का कहना है कि ये सब सब्सक्राइबर बढ़ाने की रेस है और इसे बढ़ावा न मिले, इसके लिए पुलिस की ओर से कोर्ट में भी इस संबंध में शिकायत की गई है…

अगस्त्य चौहान ने भी अपनी जिंदगी में सक्सेस की एंट्री कराने के लिए इन तीन चीजों को जगह दी… और उसकी यही लापरवाही उसकी मौत की वजह बन गई… जबकि उसके पास एक खास गुण था… वो अगर उसको वरीयता में पहले नंबर पर रखता तो सक्सेसफुल होता ही साथ ही जान भी बच जाती… अगस्त्य देहरादून में मौजूद ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में पढ़ता था… वो अपनी महंगी बाइक और रोमांच के जरिए लोगों का खूब ध्यान आकर्षित करता था… अपने बाइक रेसिंग का वीडियो वो अक्सर यूट्यूब पर डाला करता था… अगस्त्य चौहान ने बहुत कम समय में यूट्यूब पर इतनी ख्याति प्राप्त की कि देखते-देखते उसका यूट्यूब चैनल कुछ ही समय में 1.28 मिलीयन सब्सक्राइबर्स हो गए… अगस्त्य एक आर्म रेसलर भी था… उन्होंने ये हुनर अपने अपने पिता से सीखा था… उनके पिता भी एक आर्म रेसलर हैं… अगस्त्य ने कई पंजा लड़ाने की प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल भी जीता है…. काश कि अगस्त्य इसी को अपना पेशन बनाता… लेकिन उसने ऐसा नहीं किया… और अब इस दुनिया मे नहीं है

पुलिस कह रही है… सब्सक्राइबर्स बनाने की चाहत की वजह उसकी जाने में अहम वजह बनी… लेकिन अगस्त्य के परिजन ने इसको हिट एंड रन का नाम दे दिया.. आरोप लगाया है…अब जांच के लिए पुलिस को तहरीर दी है…लेकिन इससे ये इनकार नहीं किया जा सकता है… इस घटना का एक पहलू रैश ड्राइविंग से भी जुड़ा हुआ है…