एक IPS की जिंदगी का किस्सा… जिन्होंने माफिया Mukhtar Ansari की सल्तनत को मिट्टी में मिलाने अहम भूमिका निभाई !
उस IPS अधिकारी की कहानी… जिसने माफिया मुख्तार अंसारी की सल्तनत को मिट्टी में मिला दी
अंग्रेजी भाषा से कभी उन्हें डर लगता था… Msc में दो विषयों में फेल गए थे… लेकिन सब बाधाओं को पार किया
जिस वक्त उनका UPSC में सेलेक्शन हुआ… वो लाखों कमा रहे थे… लेकिन IPS के लिए पैसे को ठुकरा दिया…
माफिया अतीक अहमद का क्या हश्र हो रहा है… वो अब दिख रहा है… खूनी ताकत के दम पर उसने अब तक जो कमाया था… वो हाथ से एक एककर निकलता जा रहा है… नाम गया… बदनाम हुई… पैसा गया… परिवार बर्बाद हुआ… और अब बेटा हाथ से हमेशा हमेशा के लिए चला गया… अतीक अब कह रहा है… अपने असद की मौत के लिए वही जिम्मेदार है… अब अतीक के साथ जो भी हो रहा है… उसके बाद माफिया मुख्तार अंसारी भी चर्चा में आ गया… पिछले महीने मुख्तार अंसारी गैंग के सदस्य और दुर्दांत अपराधी रामू मल्लाह की जमानत अर्जी करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस गिरोह को देश का सबसे दुर्दांत गिरोह करार दिया था…यूपी के माफियाओं के खिलाफ जारी कार्रवाई के बीच अचानक 2013 बैच के तेजतर्रार IPS अनुराग आर्य चर्चा में आ गए हैं… दरअसल अनुराग आर्य ही वो अधिकारी थे जिन्होंने पहली बार माफिया मुख्तार अंसारी के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाकर उसकी सल्तनत को मिट्टी में मिलाकर रख दिया था… वो यूपी के मऊ के खुंखार माफिया मुख्तार अंसारी पर ऐसी कड़ी कार्रवाई करने वाले पहले अधिकारी थे…
अनुराग आर्य ने साल 2019 से 2020 तक मऊ में तैनाती के दौरान मुख्तार अंसारी गैंग पर बड़ी कार्रवाई की… उन्होंने अवैध बूचड़खाने चलाने वाले मुख्तार अंसारी गैंग के 26 गैंगेस्टर के खिलाफ कार्रवाई की… साथ ही मुख्तार के शूटर अनुज कनौजिया का घर बुलडोजर से गिरवा दिया… अनुराग आर्य ने 2020 में मुख्तार अंसारी पर मुकदमा दर्ज किया… साल 2013 के बाद ये पहला मौका था… जब मुख्तार पर कोई केस दर्ज हुआ… उन्होंने मुख्तार अंसारी की काली कमाई को स्त्रोत पर कड़ा प्रहार किया… और उसके गुर्गों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की….IPS अनुराग आर्य यूपी के बागपत जिले के एक छोटे से गांव छपरौली के रहने वाले हैं… उनकी पत्नी वनिका सिंह भी पीसीएस अधिकारी है… जबकि मां होम्योपैथी डॉक्टर है… आर्य के पिता एक डॉक्टर हैं… लेकिन उनकी मां और उनके पिता के बीच शादी के दो साल बाद ही आपसी विवाद के चलते तलाक हो गया था… उस वक्त महज 6 महीने के थे तलाक के बाद अनुराग की मां उन्हें अपने साथ लेकर अपने मायके छपरौली चली आयी…
अनुराग की 7वीं क्लास तक की पढ़ाई गांव के ही सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में हुई… उस वक्त उन्हें इंग्लिश से काफी डर लगता था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने इग्लीश को ही हथियार बनाने का फैसला किया.. साल 2008 में उनका एडमिशन देहरादून में मौजूद इंडियन मिलिट्री स्कूल में हो गया…यहां उनकी पर्सनैलिटी काफी डेवलप हुई… इस दौरान उन्होंने घुड़सवारी, माउंटेनियरिंग और राफ्टिंग जैसे स्पोर्ट्स इवेंट में कई मैडल जीते…इसके बाद उन्होंने बीएचयू से फिजिक्स में ग्रेजुएशन पूरा किया… फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी में एमएससी में एडमिशन लिया… लेकिन दो सब्जेक्ट में फेल हो गए… हालांकि उन्होंने हार नही मानी upsc की तरफ अपना रुख कर लिया… फाइनली तय किया कि उन्हें आईपीएस अधिकारी बनना है… 2013 में जब अनुराग ने UPSC की परीक्षा पास की… उसी साल उनका सेलेक्शन आरबीआई में मैनेजर पद पर हो गया था… उन्होंने आरबीआई की नौकरी ज्वाइन कर ली… इसी दौरान वो आईपीएस बन गए… उनकी ऑल इंडिया रैंकिंग 163 थी… 8 महीने बाद अनुराग आरबीआई की जॉब छोड़ दी… शुरुआत में अनुराग आर्य ढाई साल में चार जिलों के एसपी बने…ढाई साल के दौरान वो 6 नहीने अमेठी, 4 महीने बलरामपुर, 14 महीने मऊ और 5 महीने प्रतापगढ़ में एसपी रहे… बहरहाल अनुराग ही वो IPS हैं जिसकी वजह से मुख्तार अंसारी की हलात खराब हुई… उसकी माफियागिरी खत्म हुई…
आयकर विभाग ने मुख्तार अंसारी की यूपी और अन्य स्थानों पर करीब दो दर्जन बेनामी संपत्तियों का पता लगाया है जिनकी कुल कीमत करीब 127 करोड़ रुपए हैं… सूत्रों के मुताबिक अंसारी और उसके सहयोगियों के खिलाफ विस्तृत कार्रवाई के तहत इन संपत्तियों का पता लगाया गया है…आयकर विभाग की ओर से जारी कुर्की के आदेश के मुताबिक उसकी लखनऊ में मौजूद एक भूखंड है… जिसका खरीद मूल्य करीब 1.29 करोड़ रुपए हैं… जबकि बाजार कीमत 12 करोड़ रुपए है… मुख्तार अंसारी पांच बार का विधायक है… इस समय वो उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद है… उसके खिलाफ हत्या, जमीन पर कब्जा करने सहित अलग अलग अपराधों में कुल 49 मामले दर्ज है…