यूपी पुलिस सदैव आपके साथ, पुलिस के इस नारे को यूपी पुलिस के ही एक सिपाही ने इतनी बुरी तरह तार तार किया कि इंसानियत भी शर्मा जाए और एक बारगी तो शैतान भी सोचने पर मजबूर हो जाए कि लोगों की मदद के लिए बनी पुलिस इतनी बेरहरम और इतनी बर्बर भी हो सकती है कि एक लाचार दिव्यांग को पहले घसीटते हुए कोतवाली लाया जाता है फिर उसे पूरे स्टाफ के सामने लात घूंसे से पीटा जाता है, इस पर भी सिपाही का दिल नहीं भरता तो उसे घसीट कर जमीन पर धक्का देकर गिरा दीया जाता है…वो बेबस बस गुहार लगाता रह जाता है ,, उसके साथ उसकी गर्भवती पत्नी बदहवासी में इंसाफ के लिए वहीं मौजूद पुलिस वालो को देखती है .. मगर वहां मौजूद एक भी पुलिस वाला उसकी मदद को आगे नहां आता बस तमाशा देखते रहते हैं बिल्कुल बैसे ही जैसे फिल्मों में कोई गुंडा एक लाचार को पीट रहा हो और उसके गैंग के गुर्ग चारो तरफ खड़े होकर तमाशा देख रहे होते हैं .. और हां इस लाचार को जमीन पर गिराने के बाद सिपाही साहब ने बड़े ही फख्र से अपनी मूंचो पर ताव भी दिया ..


इंसाफ के मंदिर में एक बेबस लाचार की पिटाई का ये वीडियों कन्नौज का है जहां एक ई रिक्शा चलाने वाला अपनी गर्भवीत पत्नी के साथ बच्चे की दवाई लेने निकला था .. सौरिख चौराहे पर रिक्श चालत सुदीप की सिपाही किरणपाल से कहासुनी के बाद पहले उसे कोतवाली लाया गया और फिर उसके बाद पुलिस की हैवानियत का जो चेहरा सामने आया उसमें हम आपको क्या बतांए आप खुद ही देख लीजिए .. आखिर ये पुलिस का कौन चेहरा है .. ये कैसी ट्रेनिंग है .. ये कैसे पुलिसवाले हैं .. ये कौन से कानून का पाल किया गाय .. कैसे एक माजूर इंसान पर बेहरमी की हदें पार कर दी गईं.. वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस की किरकरी हुई .. एसपी अमरेंद्र ने सिपाहीको सस्पेंड किया और कहा कि पुलिस की पहली जिम्मेदारी सहनशीलता है जिसके घोर उल्लघन हुआ है .. यूपी पुलिस की किरकी तो पिछले कई महीनों से हो रहीहै .. हर बार जांच और कार्यवाही पर बात आकर रूक जाती है और पुलिस का ये रवैया सामने आ जाता है .. एक बेबस माजूर इंसान की इस बुरी पिटाई वो भी थाने में इसके लिए तो बेशर्मी जैसे शब्द भी छोटे पड़ जाते हैं