ऐसा क्या हुआ कि कानपुर के बर्रा थाने में भाजपाईयों ने देर रात पुलिस के खिलाफ खोल लिया मोर्चा ?
ऐसा क्या हुआ कि थाने में बीजेपी कार्यकर्ताओं को पुलिस को श्रीराम के नारे बनाना पड़ा दबाव ?
ऐसा क्या हुआ कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को एक वीडियो को पोस्ट करने के साथ कहना पड़ा…बीजेपी राज में भ्रष्टाचार की आंधी है



ये वीडियो देख लीजिए… एक जगह बैठकर नारेबाजी हो रही है… पुलिस के खिलाफ जबरदस्त तरीके से अपने रोष का इजहार कर रहे हैं… जय श्रीराम के नारे लग रहे हैं… चोर चोर की बात को जोरदार तरीके अपने शब्दों में तान रहे हैं… उसे एक स्वर में कहकर जानदार बना रहे हैं… धरने पर बैठे ये लोग किसी विरोधी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं है… बल्कि यूपी में जिसकी सरकार है… उसी के लोग हैं… यानी बीजेपी कार्यकर्ता है… दरअसल कानपुर के बर्रा थाने में बीजेपी कार्यकर्ता पर एफआईआर दर्ज करने के मामले में बीजेपी नेताओं ने जमकर हंगामा काटा…विवाद इतना बढ़ गया कि भाजपा नेताओं और पुलिस में धक्का-मुक्की हुई… इसके बाद बर्रा थाने का घेराव करते हुए पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की… थानेदार पर आरोप लगाया कि मारपीट के मामले में भाजपा कार्यकर्ता पर पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए गंभीर धारा में एफआईआर दर्ज की है… दूसरे पक्ष से भी एफआईआर दर्ज करने के आश्वासन पर हंगामा शांत हुआ…
जरौली फेस-2 का रहने वाला शशांक द्विवेदी का बीजेपी कार्यकर्ता शोभित दीक्षित से झगड़ा हो गया था… दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी, लेकिन थाने में बैठकर दोनों पक्षा ने समझौता कर लिया था… आरोप है कि इसके बाद 5 जून को फिर से शोभित दीक्षित, करन दीक्षित, रवि प्रकाश पांडेय और अनुज पांडेय के साथ शशांक द्विवेदी को इतना पीटा कि हाथ में फ्रैक्चर हो गया और कॉलर बोन टूट गई… बर्रा पुलिस ने मेडिकल के आधार पर शशांक की तहरीर पर धारा-325 और मारपीट की धारा में एफआईआर दर्ज की थी… इसी बात को लेकर बीजेपी नेताओं ने रात को बर्रा थाने में हंगामा शुरू कर दिया…
आरोप लगाया कि पुलिस ने भाजपा नेता राकेश तिवारी समेत 30 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव करते हुए हंगामा शुरू कर दिया… इस दौरान बर्रा थाने की पुलिस से झड़प और धक्का-मुक्की भी की। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की… भाजपा कार्यकर्ता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज करने और पूरे मामले की एसीपी नौबस्ता को जांच दी गई… तब जाकर हंगामा शांत हुआ…