कानपुर देहात कांड में ब्राह्मण परिवार के साथ Akhilesh-Shivpal… Yogi के ‘ब्राह्मण मंत्री’ को Akhilesh Yadav ने क्यों कहा असंवेदनशील !

कानपुर देहात में एक ब्राह्मण परिवार के साथ जो हुआ… जिस तरह से मां-बेटी की मौत हुई… उसपर अखिलेश-शिवपाल योगी सरकार से पूछने लगे हैं…. दोनों ही एक ट्रैक पर आकर सरकार को आईना दिखाने की राह पर निकल पड़े हैं… अखिलेश एक वीडियो जारी किया… उसमें योगी सरकार में ब्राह्मणों का चेहरा बने एक एक खास तरीके से संवाद कर रहे हैं… वो वीडियो वायरल है… वायरल वीडियो में अखिलेश को जो दिखा… उसकी पोल खोल दी… पहले वो वीडियो देख लीजिए…

वीडियो में देख रहे होंगे मृतका की बेटे शिवम और उसकी बहू से बात की… जो बात कर रहे हैं… वो डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक हैं…. ब्रजेश पाठक ने मृतका के बेटे शिवम और उसकी पत्नी से वीडियो कॉल पर बात की… अपनी अपनी मांग है… उसको दोहराई…. ब्रजेश पाठक और शिवम के बीच संवाद हुआ… लेकिन अखिलेश को उसमे से एक हिस्सा गायब दिखा… वो वीडियो पूरा नहीं लगा….तो अखिलेश ने अपनी बात अपने अंदाज में कह दी….ट्वीट कर लिखा….

दिखावटी भाजपाई संवेदना का शर्मनाक वीडियो! भाजपाइयों ने अपना हिस्सा तो दिखा दिया लेकिन पीड़ित की माँग का हिस्सा काट दिया। ये भाजपाई असंवेदनशीलता का निकृष्टतम रूप है।
अखिलेश ने जबरदस्त तरीके से कानपुर देहात कांड में प्रशासन को घेरा… एसपी को घेरा… डीएम को घेरा… और सरकार को घेरा किसी को नहीं बख्शा… तो इसी घटना पर समाजवादी पार्टी से राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने बात तरीके से रख दी…शिवपाल यादव ने कहा,
कानपुर में अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासन के सामने ही मां-बेटी ने आग लगाकर जान दे दी और पुलिस तमाशा देखती रही…. अतिक्रमण हटाने व बुलडोजर के जोश में प्रशासन आखिर अपना होश क्यों खो रहा है… क्या ‘ महिला सशक्तिकरण’ व ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की बात केवल कागजी नीति है?…

अखिलेश और शिवपाल सरकार को घेर रहे हैं… वहीं इस घटना के बाद 11 नामजद लोगों के खिलाफ हुए एफआईआर में हत्या और हत्या के प्रयास करने का आरोप लगा है…. जबकि कहा जा रहा है… लेखपाल को सस्पेंड कर दिया गया है…. वहीं एसडीएम को सस्पेंड करने लिए पत्र लिखा गया है….वहीं इससे पहले 13 फरवरी की देर रात योगी सरकार में मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की…. ये घटना 13 फरवरी दोपहर करीब साढ़े 3 बजे की बताई जा रही है…. अब घटना के बाद एक बार फिर से यूपी पुलिस पर सवाल खड़े होने लगे हैं…