उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी में फिर फेरबदल की तैयारी है। जो पदाधिकारी चुनाव लड़ेंगे, उनकी जिम्मेदारियां कम की जाएंगी। वहीं, निष्क्रिय पदाधिकारियों को बाहर किया जाएगा। नई सूची पर मंथन चल रहा है, जल्द ही औपचारिक घोषणा होगी।
दरअसल, जब से महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा यूपी की प्रभारी बनी हैं, तब से संगठन की सक्रियता पर विशेष जोर है। उनके समय में सबसे पहले पीसीसी को छोटा किया गया, ताकि आसानी से बैठक हो सके। अब तक कुल तीन बार कमेटी में बदलाव किया गया है। हर बार ही कुछ पदाधिकारियों को कमेटी से बाहर कर दिया गया। हटाए जाने वाले पदाधिकारियों के नामों का जिक्र नहीं किया जाता है। इस तरह के निर्णय का आधार सिर्फ निष्क्रियता बताया जाता है।
सूत्रों के मुताबिक, हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी में शामिल कई नेताओं को चुनाव लड़ने की हरी झंडी दी है। इनमें से कई नेताओं पर वर्तमान में 7-8 से ज्यादा जिलों का भी प्रभार है। जहां जाकर उन्हें किए गए कामों की रिपोर्टिंग हाईकमान को करनी होती है।
चुनाव की तैयारियों में व्यस्त होने के चलते उन्हें इन जिलों की जिम्मेदारी निभाने में मुश्किल होगी। इसलिए इन पदाधिकारियों के प्रभार वाले जिले कम किए जा सकते हैं। संगठन का काम ठीक से न करने वाले और जन आंदोलनों से दूर रहने वाले पदाधिकारियों को हटाया जाएगा। पार्टी के एक नेता ने नाम न छापने के आग्रह के साथ बताया कि फेरबदल की सूची लगभग तैयार है। प्रियंका गांधी की औपचारिक मुहर लगते ही इसे जारी कर दिया जाएगा।