सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी व कन्नौज की पूर्व सांसद डिंपल यादव कोरोना संक्रमित हो गई हैं। उन्होंने इसकी जानकारी ट्वीट कर दी है। वहीं सूत्रों का कहना है डिंपल की एक बेटी भी संक्रमित हैं। जबकि अखिलेश की रिपोर्ट निगेटिव आई है। डिंपल ने बताया है कि उन्हें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं। साथ ही अपने संपर्क में आए लोगों को जांच की सलाह दी है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए बाहर से आने वाले हर संक्रमित की जीनोम सीक्वेंसिंग कराने का फैसला किया है। जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि नये संक्रमितों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से फोन पर बात कर उनकी पत्नी डिंपल यादव और बेटी का हालचाल लिया। दोनों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

दूसरी लहर के दौरान अखिलेश यादव भी पॉजिटिव हो गए थे। हालांकि, कुछ एहतियात बरतने के बाद उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी। प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक बार फिर बढ़ रही है। सरकार के दावों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में हुई 01 लाख 84 हजार 494 सैम्पल की जांच में कुल 21 संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इसी अवधि में 14 लोग उपचारित होकर कोरोना मुक्त भी हुए। आज प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 216 है, जबकि 16 लाख 87 हजार 633 मरीज कोरोना को मात दे चुके हैं।

प्रदेश में 18 करोड़ 88 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण और 09 करोड़ 12 लाख से अधिक टेस्टिंग करके उत्तर प्रदेश टेस्टिंग और टीकाकरण देश में प्रथम स्थान पर है। यहां 06 करोड़ 56 लाख 60 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवर प्रदान कर दिया गया है। 12 करोड़ 31 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। इस प्रकार टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी में से 83.55 फीसदी को पहली और 44.54 फीसदी लोगों को दोनों डोज मिल चुकी है।
हर संक्रमित पर अब 55 की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग
राजधानी लखनऊ में कोरोना की तीसरी लहर के खतरे को भांपते हुए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का दायरा बढ़ाया जाएगा। अब हर नए संक्रमित पर 55 अतिरिक्त लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाएगी। ओमिक्रॉन से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग जांच के स्थल भी बढ़ा रहा है।  इसका मकसद वायरस के प्रसार को रोकना है। अभी तक हर संक्रमित पर 15 से 20 लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग होती थी।

राजधानी में कुछ दिनों से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। नए संक्रमितों में से ज्यादातर का यात्रा इतिहास है। संक्रमित मिलने से पहले एक सप्ताह के दौरान तो वे किसी यात्रा से लौटे थे या किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में रहे थे। इससे संक्रमण प्रसार का खतरा बढ़ गया है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अब हर केस पर जांच का दायरा और बढ़ा रहा है।

रोजाना सैंपल की संख्या पांच हजार के करीब पहुंच चुकी थी, जिसे बढ़ाकर अब फिर से 15 हजार पहुंचाया जा रहा है। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के अनुसार, ज्यादा से ज्यादा जांच कर कोरोना प्रसार पर रोक लगाई जा सकती है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।