उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी एक दूसरे खिलाफ खुलकर बयानबाजी कर रहीं हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा से बसपा नहीं बल्कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव खुलकर मिले हैं। उन्होंने 2017 में हुए शपथ ग्रहण समारोह में अखिलेश को आशीर्वाद भी दिलाया और अब अपने काम के लिए एक सदस्य को भाजपा में भेज दिया। यह जगजाहिर है।

मायावती ने ट्वीट कर कहा कि यूपी में अंबेडकरवादी लोग कभी भी सपा मुखिया अखिलेश यादव को माफ नहीं करेंगे जिसने अपनी सरकार में इनके नाम से बनी योजनाओं व संस्थानों के नाम बदल दिए। यह अति निंदनीय और शर्मनाक है।
 

योगी सरकार का दूसरा शपथ ग्रहण 25 मार्च को होना है। यह पहली बार होने जा रहा है जब कोई नेता लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेगा। शुक्रवार को होने वाले शपथ ग्रहण में 40 से ज्यादा मंत्री शपथ लेंगे।