गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षा कर्मियों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी से पूछताछ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वह जांच एजेंसी के अफसरों के सवालों का जवाब देते हुए बोल रहा है कि उसे पता था कि गोरखनाथ मंदिर पर हमले के बाद वह नहीं बचेगा। पर मुसलमानों के साथ कई गलत काम हो रहे हैं, इस वजह से उसने ऐसा कर दिया।

 पूछताछ में मुर्तजा बता रहा है कि पहले वह नेपाल गया, फिर सिद्धार्थनगर में आकर उसने रात गुजारी। वह खुद इस बात को स्वीकार करता है कि गोरखनाथ मंदिर को उसने हमले के लिए सही जगह समझकर चुना। बता रहा है कि उसने गोरखपुर आने के लिए ऑटो किया और उससे बोला कि मुझे गोरखनाथ मंदिर पर उतार देना। वह साफ तौर पर कह रहा है कि मैंने सोचा था कि यहीं अपना काम कर लूंगा और मेरा भी काम तमाम हो जाएगा, क्योंकि मुझे पता था कि यहां पुलिस वाले होंगे। 

जानकारी के मुताबिक, वीडियो में मुर्तजा यह भी बता रहा है कि उसने जो भी किया वह उसके दिमाग में चल रहा था। उसने यह भी कहा कि वह, जो भी कर रहा था, उसके दिमाग में वह चीजें जस्टिफाई करता जा रहा था। यानी मुर्तजा को ऐसा लग रहा था कि वह जो भी कर रहा है, वह ठीक कर रहा है। उसे उम्मीद थी कि मंदिर पर हमला करने के बाद वह मार दिया जाएगा। हालांकि, हुआ इसके उलट और वह पकड़ लिया गया। मुर्तजा वीडियो में गोरखनाथ मंदिर पर किए गए हमले का मकसद भी बता रहा है।

एनआरसी, सीएए और हिजाब को लेकर था गुस्सा
वीडियो में मुर्तजा कर्नाटक के हिजाब मामले से लेकर एनआरसी, सीएए और दूसरी जगहों पर मुसलमानों के साथ होने वाले कथित अत्याचारों का जिक्र कर रहा है। वह कहता है कि यह सब देखकर उसे गुस्सा आ गया और उसने गोरखनाथ मंदिर पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमला बोल दिया। उसने जांच एजेंसियों के अधिकारियों को बताया कि इसके लिए किसी न किसी को तो आगे आना ही होगा। उसने बोला कि मुसलमानों पर होने वाले कथित अत्याचारों को देखकर उसे गुस्सा आता था। वह अपने कट्टरपंथी विचारों से इतना घिरा हुआ नजर आ रहा है कि अपनी बातों के मायने भी समझा रहा है।

इस वजह से किया खास धारदार हथियार का इस्तेमाल 
मुर्तजा के आतंकी संगठनों से संपर्क की जांच के बीच एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसमें आईएसआईएस के आतंकी के हाथ में वैसा ही धारदार हथियार (बांका) दिख रहा है, जैसा मुर्तजा ने हाथ में लिया था। 25 मार्च को आईएस इंडिया नाम के संगठन की ओर से जारी किया गया वीडियो भी इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि मुर्तजा को आईएसआईएस ने वुल्फ अटैक के लिए मोहरा बनाया था। चार मिनट का यह वीडियो 25 मार्च को टेलीग्राम पर जारी किया गया था। इसमें मौजूद नकाबपोश आतंकी भारत में चार स्लीपर सेल होने का दावा करते हैं। वीडियो की भाषा बेहद भड़काऊ है। इसमें देशी हथियारों को दिखाया गया है, जिसमें वह बांका भी शामिल है, जिसे हाथ में लेकर मुर्तजा ने गोरखनाथ मंदिर पर हमला किया था।

इस वीडियो के वायरल होने के बाद अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि वीडियो में बताए गए तथ्यों की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि घटना बड़ी साजिश का हिस्सा है। जो वीडियो आया है उसकी पूरी तहकीकात की जा रही है। वीडियो में जो बताया जा रहा है हम उसे वेरिफाई किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुर्तजा के परिजन उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की बात कर रहे हैं। इसकी भी जांच की जा रही है और जरूरत पड़ी तो डाक्टरों से भी इसकी जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी बातें सामने आई हैं उनकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं की जा सकती है। तफ्तीश के बाद ही पूरी चीज सामने आएगी।