जुर्म करके करोड़ों की संपत्ति बनाने वाला डॉन आज जेल में टीवी के लिए तड़प रहा है…कभी पूरे प्रदेश में तूती बोला करती थी वो आज अकेलेपन की शिकायत कर रहा है…जी हां आपने बिल्कुल सही समझा हम माफिया मुख्तार अंसारी की बात कर रहे हैं…जो इस वक्त बांदा जेल में बंद है…राजनीति में जब बदले लिए जाते हैं तो सितम कितने कितने बरसते हैं इसका जीता जागता उदाहरण मुख्तार अंसारी है..योगी सरकार ने पहले मुख्तार अंसारी की विरासत को नष्ट किया…. उसकी इमारतों को ध्वस्त किया..उसके बंगले में मौजूद गाड़ियों की कुर्की की..और अब मुख्तार अंसारी खुद को इतना अकेला महसूस कर रहा है इसका अंदाजा आप नहीं लगा सकते… मुख्तार अंसारी का अब जेल में दूसरी बार उसकी बैरक में टीवी लगाने की मांग की है
कभी मुख्तार अंसारी के इशारे पर यूपी की राजनीति इधर से उधार हो जाती थी…आज बेचारा लाचार है और बेबस मुख्तार अंसारी मामूली सी टीवी के लिए परेशान है…मुख्तार अंसारी को योगी की पुलिस न तो वीआईपी ट्रीटमेंट दे रही है..और न ही उसे टीवी देखने का मौका मिल रहा है…जज से गुहार लगा रहा है कि साहेब एक टीवी लगवा दीजिए..ये तड़प समझी जा सकती है..अंदाजा लगाया जा सकता है ये वही मुख्तार अंसारी है जिस मुख्तार अंसारी के बारे में कहा जाता था कि जहां से इनका काफिला निकलता था सड़क से गाड़ियां गायब हो जाती थी…माफिया मुख्तार अंसारी ने एक बार फिर पेशी पर जज से टीवी की मांग दोहराई है…
ऐंम्बुलेंस मामले में हुई वर्चुअल पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी ने खिलाड़ी होने का हवाला दिया…और यूरोप में चल रहे यूरो-2020 फुटबॉल चैंपियनशिप देखने के लिए बैरक में टेलीविजन लगावाने का अनुरोध किया है….मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से कहा कि पूरे प्रदेश में कैदियों को टेलीविजन की सुविधाएं दिलाई गई हैं….मेरी टीवी की सुविधा छीन ली गई है..मैं खिलाड़ी आदमी हूं, यूरो 2020 फुटबॉल कप चल रहा है।
इससे पहले भी मुख्तार अंसारी कई बार जेल में टीवी लगाने की मांग कर चुकी है…लेकिन जेल प्रशासन बजट का हवाला देते हुए उसकी मांग को पहले ही ठुकरा चुका है…जिसके बाद मुख्तार ने कोर्ट से गुहार लगाई कि साहेब मुझे टेलीविजन उपलब्ध करा दीजिए…जीवन भर आपका ऋणी रहूंगा…मुख्तार अंसारी को पता है उसके बैरक में टीवी नहीं लगेगी क्योंकि यूपी में योगीराज है…जहां अपराधियों के साथ अपराधियों जैसा ही व्यावहार होता है…कोई भी अपराधी वीआईपी नहीं है