कोरोना वायरस से निपटने के लिए संभव है देश में लॉकडाउन 14 अप्रैल से आगे बढ़ जाए । संभव है सरकार लॉकडाउन की अवधि दो हफ्ते के लिए बढ़ा दें । संभव है देश समेत यूपी के लोगों को अपने सब्र की और परीक्षा देनी पड़ जाए और ऐसे समय में सरकारों के लिए चुनौती होगी जनता की जान और जहान को बरकरार रखने की । आखिरकार पीएम मोदी ने भी तो यही कहा था जनता की जान और जहान दोनों की प्राथमिकता उनकी सरकार के लिए है । अब अगर देश में लॉकडाउन बढ़ने की संभावना बढ़ गई है तो ऐसे में विपक्ष भी अपनी भूमिका में आ चुका है ।


सपा और बसपा अपनी अपनी भूमिका में आ चुकी है । कोरोना संकट में यूपी की दो प्रमुख पार्टियों ने मोदी और योगी सरकार को सुझाव दिया है । सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव तार्किक होकर, जमीनी हकीकत की सच्चाई का आइना दिखाकर सरकार को संदेश दे रहे हैं । कहना चाह रहे हैं वो लॉकडाउन के समर्थक है लेकिन लॉकडाउन में रोजमर्रा की इंसानी जिंदगी को तवज्जों देने की मांग की है अखिलेश ने ट्वीट कर मोदी सरकार को सुझाव दिया है लिखा है ।

लॉक डाउन को बढ़ाये जाने की तार्किक माँग, तब ही सार्थक साबित होगी जब कोरोना की सघन जाँच हो और स्वास्थ्यकर्मियों को चतुर्दिक सुरक्षा तथा जनता को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति मिल सके।नकदी की समस्या को खत्म करने के लिए बैंकों के साथ गाँव-मुहल्ले, कॉलोनी स्तर पर व्यवस्था करनी होगी ।

यानी अखिलेश सीधा कह रहे हैं कोरोना को रोकना के लिए जो जरूरी उसे सरकार को अपनाना चाहिए लेकिन इस दौरान आम आदमी की परेशानी पर ध्यान हो । ये अखिलेश सरकार को अपने सीधे संदेश के जरिए सीधा सुझाव दे रहे हैं वहीं बीएसपी प्रमुख मायावती भी लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में हैं । उन्होंने ने भी ट्वीट कर इस मसले पर योगी सरकार को समर्थन दिया है ।

कोरोना वायरस के घातक प्रकोप की वजह से देश में जारी 21-दिवसीय लॉकडाउन को, इसकी हर स्तर पर गहन समीक्षा करके और व्यापक जनहित का भी पूरा-पूरा ध्यान रखकर यदि केन्द्र सरकार इसे और आगे बढ़ाने का कोई फैसला लेती है तो बीएसपी. इसका स्वागत करेगी। लेकिन केन्द्र व राज्य सरकारों से भी अपील है कि वे इस राष्ट्रीय संकट की घड़ी में जाति, धर्म व दलगत राजनीति से ऊपर उठकर और कोई भी फैसला लेते समय खासकर गरीबों, कमजोर तबकों, मजदूरों व किसानों आदि के हितों व इनकी मदद का जरूर ध्यान रखें।

यही नहीं बीएसपी प्रमुख मायावती ने कोरोना योद्धाओं के लिए मोदी सरकार से ये मांग की है…

साथ ही, कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझने वाले सभी डाक्टरों, नर्सों, सफाई व पुलिसकर्मियों तथा अप्रत्यक्ष तौर पर ऐसी देशसेवा में लगे सभी लोगों के हर प्रकार के बचाव व पारिवारिक सुरक्षा आदि के लिए भी केन्द्र व राज्य सरकारों को काफी तत्पर दिखना चाहिये ताकि इनकी हौंसला अफजाई होती रहे।

बहरहाल यूपी की दो प्रमुख पार्टियों ने लॉकडाउन बढ़ाने ना सिर्फ केंद्र बल्कि योगी सरकार को समर्थन देने की बात कही है लेकिन इस समर्थन में जनता के हितों पर ध्यान देने का भी सुझाव दिया है । अब देखने वाली बात ये है कि इस पर सरकार किस तरह से अमल करती है ।