लखनऊ (उत्तर प्रदेश) 28 जनवरी : केंद्र की मोदी सरकार ने जबसे CAA को लागू किया है तभी से विपक्ष को मानो संजीवनी मिल गई है, जिस विपक्ष को कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं मिल रहा है उसको सड़कों पर उतरने के लिए CAA और NRC के रूप में एक मुद्दा मिल गया | उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन हुए अखिलेश यादव और मायावती ने खुलकर CAA का विरोध किया |
अब 71वे गणतंत्र दिवस पर मोदी सरकार ने गायक अदनान सामी को पद्मश्री पुरस्कार देने का ऐलान किया तो एक बार फिर विपक्ष को मोदी सरकार को घेरने का मौका मिल गया इसी कड़ी में अब बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने मंगलवार को CAA को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर अदनान सामी को भारत में पद्मश्री मिल सकता है तो पाकिस्तानी मुसलमानों को CAA के तहत पनाह क्यों नहीं दे सकती हैं.
पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान समी को जब बीजेपी सरकार नागरिकता व पद्मश्री से भी सम्मानित कर सकती है तो फिर जुल्म-ज्यादती के शिकार पाकिस्तानी मुसलमानों को वहाँ के हिन्दू, सिख, ईसाई आदि की तरह यहाँ CAA के तहत पनाह क्यों नहीं दे सकती है? अतः केन्द्र CAA पर पुनर्विचार करे तो बेहतर होगा
— Mayawati (@Mayawati) 28 January 2020
मायावती ने ट्वीट कर लिखा, ‘पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान सामी को जब बीजेपी सरकार नागरिकता व पद्मश्री से भी सम्मानित कर सकती है तो फिर जुल्म-ज्यादती के शिकार पाकिस्तानी मुसलमानों को वहां के हिन्दू, सिख, ईसाई आदि की तरह यहां CAA के तहत पनाह क्यों नहीं दे सकती है? अतः केन्द्र CAA पर पुनर्विचार करे तो बेहतर होगा.’
आपको बता दें कि पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान सामी को कुछ साल पहले ही भारत की नागरिकता दी गई थी