mayawati angry

मायावती (Mayawati) नाराज है… बहुत ही नाराज है… गुस्से में हैं… बहुत ही गुस्से में हैं… राजनीति में जो हो रहा है… जिस तरह से एक के बाद एक उनके खिलाफ नैरेटिव बिलकुल ही अलग तरीके से बनाई जा रही है… बिलकुल ही अलग अंदाज में ये बताने का प्रयास हो रहा है… मायावती की ख्वाहिश इंडिया के साथ जुड़ने की है… बीएसपी प्रमुख मायावती ने इस मसले पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव को अपनी राजनीति से घेर लिया… मायावती ने इस अंदाज में रामगोपाल पर निशाना साधा कि ऐसा लगा ये निशाना तो सीधा अखिलेश की राजनीति था… मायावती ने बेसिक सवाल किया… सवाल कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से रहा… सवाल सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से है… मायावती के उस सवाल से ऐसा लगा कि वो पूछ रही है… क्या ऐसे मुझे और मेरी राजनीति को मात देंगे… तो ऐसे में सवाल है… ऐसी क्या बात हुई कि बीएसपी प्रमुख मायावती गुस्से से आग बबूला हो गई… और आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती फिर एक बार चर्चा के केंद्र में आ गई हैं…. दरअसल, सियासी गलियारों में खबर उठी कि INDIA गठबंधन में शामिल होने के लिए बसपा चीफ मायावती की समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव से बात हुई है, जबकि इस संबंध में उन्होंने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी से मुलाकात भी की है… इस खबर के आने के बाद सियासी माहौल गर्म हो गया, जिसके बाद 10 अक्टूबर को मायावती ने सार्वजनकि तौर पर इसका खंडन कर दिया…
एक्स पर पोस्ट करते हुए मायावती ने लिखा…


सपा नेता रामगोपाल यादव के हवाले से बसपा के इंडिया गठबंधन में शामिल होने की बात एक न्यूज चैनल पर प्रसारित की जा रही है, जो पूरी तरह से बेबुनियाद और फेक न्यूज है…


मायावती यही नहीं रुकी… उन्होंने कहा…


ऐसी मनगढ़न्त खबरों से मीडिया अपनी इमेज खराब करने पर क्यों तुला हुआ है… कहीं ये सब किसी अजेंडे के तहत तो नहीं हो रहा है? ऐसी खबरों का सपा और उनके नेता ने खंडन नहीं किया है, जिसका मतलब यह कि उस पार्टी की हालत यूपी में बदहाल है

बकौल मायावती (Mayawati), ऐसी फेक खबरों से पार्टी के लोग सावधान रहें… मालूम हो कि इससे पहले बसपा चीफ मायावती ने एनडीए और विपक्षी गठबंधन इंडिया में से किसी का भी साथ नहीं देने के साफ संकेत देते हुए कहा था कि दोनों ही बहुजन समाज को तोड़ने में व्यस्त रहते हैं, लिहाजा उनसे दूरी बनाए रखना ही बेहतर है… मायावती ने बसपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक में गठबंधन को लेकर पार्टी के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा था कि गठबंधनों से बसपा को फायदे के बजाय नुकसान ही हुआ है… उन्होंने कहा कि एनडीए और विपक्षी गठबंधन अगले लोकसभा चुनाव में जीत के दावे कर रहा है, लेकिन सत्ता में आने के बाद इन दोनों के ज्यादातर वायदे खोखले ही साबित हुए हैं…


दरअसल बसपा ने 2024 लोकसभा चुनाव में अकेले मैदान में उतरने का एलान किया है… हालांकि इस बीच कई बार इस बात को लेकर भी कयास लगते रहे हैं कि बसपा इंडिया गठबंधन में शामिल हो सकती है… इससे पहले मुंबई में इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक के दौरान सपा नेता रामगोपाल यादव ने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा था कि अब भारतीय राजनीति में उनकी प्रासंगिकता खत्म हो चुकी है… यूपी में बीजेपी को हराने के लिए सपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा है. सपा का दावा है कि उसका पीडीए फॉर्मूला बीजेपी को सत्ता से हटा देगा, लेकिन राजनीतिक जानकार मानते हैं कि जब तक मायावती विपक्षी दलों के गठबंधन में शामिल नहीं होती है तब तक बीजेपी का पलड़ा भारी है…