Meerut-Saharanpurमें BJP के अंदर घमासान… Khatik तो निकले ‘बलवान’… सब पड़ गए भारी !

नंदी देख रहे है… सोच रहे हैं… सिर्फ अपने साथ खेल हुआ…बाकियों के साथ तो मेल हो गया !
नगर निकाय चुनाव में मंत्री दिनेश खटीक पर बीजेपी आलाकमान मेहरबान… जो सोचा था वहीं हो गया… !
मेरठ-सहारनपुर में बीजेपी के अंदर घमासान… खटीक तो निकले ‘बलवान’… सब पड़ गए भारी !

नंद गोपाल नंदी देख रहें होंगे… सोच रहे होगें…अपने साथ ऐसा हुआ… लेकिन इनके साथ ऐसा क्यों नहीं हुआ… इस पर किस्मत इतना क्यों मेहरबान है… इनकी किस्मत तो पहलवान है… तभी तो बीजेपी सियासत के श्रेष्ठ पर बैठे पहलवानों ने उनके मन को तोड़ दिया… तो किसी के मन को रख लिया… परिवारवाद की परिभाषा तय करने वाली बीजेपी ने तो नियम तय किए… एक परिवार से सिर्फ एक ही पद मिलेगा… बीजेपी का साथ मिलेगा… दूसरा नियम ये हैं… अगर जरूरी पड़े तो एक परिवार से एक नहीं कईयों को साथ दिया जाएगा… ये हम यूं ही नहीं कह रहे हैं.. दरअसल परिवारवाद का विरोध करने वाली बीजेपी ने राज्यमंत्री दिनेश खटीक की 2 बहनों को चुनाव मैदान में उतारा है… तो अब बीजेपी आलाकमान के इस फैसले से मेरठ बीजेपी के अंदर घमासान मचा है….

मेरठ की हस्तिनापुर सीट से विधायक और राज्यमंत्री दिनेश खटीक की एक बहन वर्षा मोघा सहारनपुर के सरसावा से बीजेपी के टिकट पर चेयरमैन का चुनाव लड़ रही हैं… दूसरी बहन सुधा देवी मेरठ की हस्तिनापुर सीट से चेयरमैन की प्रत्याशी हैं… चर्चा है कि पार्टी ने आखिर क्या सोचकर मंत्री की दोनों बहनों को टिकट दिया… जबकि पार्टी के पास चुनाव में जिताऊ चेहरों और अच्छे प्रत्याशियों की लाइन लगी है…राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भाजपा में मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी और प्रयागराज से लगातार मेयर रहीं अभिलाषा नंदी का टिकट परिवारवाद के नाम पर काट दिया गया… वहीं राज्यमंत्री की 2 बहनों को टिकट दिया है… जिसे लेकर पार्टी पर सवाल उठ रहे हैं…

राज्यमंत्री की बहन सुधा देवी को हस्तिनापुर चेयरमैन सीट से टिकट दिलाने की तैयारी पिछले 2 सालों से चल रही थी। सुधा पहली बार चुनाव लड़ रही हैं… चर्चा है कि मंत्री दिनेश खटीक की बहन सुधा देवी का परिवार गाजियाबाद में रहता है… लेकिन कुछ वक्त पहले ही परिवार ने हस्तिनापुर सिविल लाइंस में एक मकान खरीद लिया… इससे प्रत्याशी मेरठ निवासी हो सकें… मंत्री के बहनोई प्रवीन कुमार बिजली विभाग में एसडीओ हैं…सरसावा से दिनेश खटीक की दूसरी बहन वर्षा मोघा चुनाव मैदान में पहली बार हैं… वर्षा के पति विजेंद्र मोघा पिछली बार इसी सीट से चेयरमैन रहे हैं… इस बार बहनोई की जगह राज्यमंत्री ने बहन को टिकट दिला दिया है… राज्यमंत्री दिनेश खटीक के भाई नितिन और एक बहन आर्या कटारिया पूर्व में जिला पंचायत सदस्य भी रहे हैं..

पिछली बार विजेंद्र मोघा को टिकट दिया और इस बार बीजेपी ने उनकी पत्नी वर्षा मेघा को टिकट दे दिया है… प्रत्याशी बनाए जाने के बाद सरसावा से नगर अध्यक्ष समेत कई लोगों ने भाजपा से सामूहिक इस्तीफ दे दिया… इनमें महामंत्री, उपाध्यक्ष, 8 पूर्व सभासद, बूथ अध्यक्ष, शक्ति केंद्रों के संयोजक भी शामिल हैं… विरोध इस बात को लेकर है कि पहले पति फिर पत्नी को टिकट पार्टी ने दिया है… दूसरे लोगों को मौका नहीं दिया जा रहा..