शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने हिंदू धर्म अपना लिया। उनका नाम अब जितेंद्र नारायाण सिंह त्यागी होगा। वसीम ने गाजियाबाद के डासना मंदिर में सनातन धर्म अपनाया। मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती ने ऐलान किया धर्म परिवर्तन के बाद वसीम रिजवी की जाति और गोत्र को लेकर कोई सवाल न खड़ा हो इसलिए वह उन्हें अपना भाई बना रहे हैं और उनका गोत्र वत्स होगा। इस मामले में लखनऊ के लोगों की अलग-अलग राय है। कुछ लोगों का कहना है कि यह अच्छा है, अगर कोई हिंदु धर्म अपना रहा है। वहीं कुछ का कहना है कि यह सब वह राजनीति के लिए कर रहे हैं। कुछ का मानना है कि हिंदू लोग जन्म से होते हैं। धर्म परिवर्तन करके हिंदू नहीं बना जा सकता है।