बहुत दिनों के बाद एक ऐसा क्षण आया… जब मुलायम परिवार के अपनों के बीच फिर दूरियों से नजदीकियों पर चर्चा होने लगी है… सवाल उठाने वाले सवाल उठा रहे है… और समर्थक अपनी ख्वाहिशों के आशियाने में नई उम्मीद को गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए बैठे हैं… एक बार फिर से इस बात की चर्चा होने लगी… कि चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश के संबंधों में आई खटास जल्द दूर होगी ।
कैसे ? क्यों ? किसलिए ? किस वजह से ? ऐसे तमाम सवाल अगर जेहन में उमड़ रहे हैं तो जवाब है ऐसा हो सकता है ! अब फिर से सवाल उठता है ऐसा कौन करेगा ? जवाब सुन लीजिए… ऐसा सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव कर सकते हैं !शायद कर भी रहे हैं ! ये हम यूं ही नहीं कह रहे हैं, कहने की वजह है । ये वजह ठोस… बिल्कुल ही सतही है …
मानिए सपा संस्थापक और पूर्व रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव… मौजूदा वक्त के समाजवादी पार्टी, जिसकी कमान अखिलेश के हाथों में है, और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी, इसके मुखिया मुलायम के छोटे भाई शिवपाल यादव के हाथों में है… इनके बीच पुल का काम कर रहे हैं…
फिर सवाल जेहन में उठा होगा कैसे ? तो जानिए जब कभी भी मुलायम सिंह की तबियत खराब होती है उनके बेटे अखिलेश यादव और बहू डिंपल यादव के साथ ही उनके छोटे भाई शिवपाल यादव भी उनके पास मौजूद रहते हैं… कई बार ऐसा हुआ है… इस बार भी ऐसा ही कुछ हुआ है…. मेदांता में एडमिट मुलायम सिंह के पास दोनों परिवार मौजूद रहे…. अखिलेश अपने पिता का हाल लेने के लिए मेदांता अस्पताल पहुंचे…शिवपाल भी उनका हालचाल लेने के लिए अस्पताल गए…इसी तरह से मुलायम सिंह यादव की तबियत बेटे और भाई के परिवार के बीच नजदीकियां बढ़ा रहा है …
राजनीति वैसे रिश्तों को नहीं मानता… लेकिन इसके विपरीत मुलायम की राजनीति में रिश्तों की अपनी अहमियत है… यहां कभी भी खून के रिश्ते राजनीति पर हावी हो सकते हैं… भले ही राजनीति कितना भी कद्दावर, ताकतवर और रणनीति में महारथी ही क्यों ना हो… इसे समझना है तो शिवपाल के इस ट्वीट में छलके दर्द को समझिए…शिवपाल ने अपने ट्वीट में लिखा है कि
पिछले 2-3 दिनों से बहुत से शुभचिंतक हम सभी की प्रेरणा व ऊर्जा के स्त्रोत श्री मुलायम सिंह यादव जी की सेहत को लेकर परेशान थे. ‘नेता जी’ ईश्वर की अनुकम्पा से स्वस्थ हैं व स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. ईश्वर से प्रार्थना है कि नेता जी दीर्घायु हों, स्वस्थ रहें और देश व समाज को दिशा दें
पिछले 2-3 दिनों से बहुत से शुभचिंतक हम सभी की प्रेरणा व ऊर्जा के स्त्रोत श्री मुलायम सिंह यादव जी की सेहत को लेकर परेशान थे।
— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) May 8, 2020
'नेता जी' ईश्वर की अनुकम्पा से स्वस्थ हैं व स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
ईश्वर से प्रार्थना है कि नेता जी दीर्घायु हों, स्वस्थ रहें और देश व समाज को दिशा दें।
ये एक राजनेता का नहीं बल्कि छोटे भाई का बड़े भाई के लिए राजनीति से ऊपर वाला प्यार है… जो दिल के अंदर के साथ ही बाहर भी दिखता है… वैसे मुलायम का भी अपने छोटे भाई शिवपाल के लिए प्यार गाहे बगाहे दिख ही जाता है… राजनीति के इतिहास के पन्नों को उलटेंगे तो पता चल ही जाएगा…
जरा याद कीजिए… कैसे सपा और उसके अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिवपाल की विधायकी पर नजरे तरेरी थी, लेकिन अचानक से यू टर्न ले लिया… शिवपाल जसवंतनगर से विधायक हैं…. अखिलेश की ओर तरफ से हरी झंडी मिलने के बाद ही तो … विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविद चौधरी ने विधानसभा स्पीकर को पत्र लिखकर शिवपाल यादव की सदस्यता खत्म करने की याचिका वापस ले ली थी…. क्या ये यूं ही हुआ… या इसके पीछे किसी का दबाव होगा….
माना गया कि याचिका वापस लेने के पीछे का कारण भी मुलायम सिंह यादव का शिवपाल यादव के प्रति प्यार था… वहीं जब-जब मुलायम सिंह यादव की तबियत खराब होती है, शिवपाल दौड़े चले आते हैं… उनके साथ उनका परिवार चला आता है…. इसलिए तो कहने वाले कह रहे हैं… ये अखिलेश और शिवापल के बीच जो दूरियां है… उसे सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव धीरे धीरे पाट रहे हैं… राजनीति पर पारिवारिक संबंध हावी होता जा रहा है…. मुलायम बखूबी जानते हैं… रिश्तों का राजनीति में अपना ही अहम स्थान होता है… राजनीति की अपनी प्रकृति अनिश्चित है… यहां कुछ भी हो सकता है… इंतजार कीजिए…