बीस दिनों में राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में रविवार यानी आज फिर किसान महापंचायत होगी। इस बार हिंद मजदूर किसान समिति ने किसान महापंचायत बुलाई है। गठवाला खाप के बाबा चौधरी राजेंद्र सिंह ने महापंचायत को समर्थन दिया है। किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरण सिंह महापंचायत को संबोधित करेंगे। इस महापंचायत पर भी सभी की निगाहे लगी है। महापंचायत की तैयारियां पूरी कर ली गई है।

संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से भाकियू के तत्वावधान बीस दिन पहले पांच सितंबर को जीआईसी के मैदान में किसान महापंचायत की आयोजन किया गया था। जिसमें भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत, प्रवक्ता राकेश टिकैत समेत संयुक्त मोर्चा के नेता शामिल हुए थे। इस महापंचायत के एक सप्ताह बाद ही हिंद मजदूर किसान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजपाल सिंह और गठवाला खाप के बाबा चौधरी राजेंद्र सिंह मलिक ने जीआईसी के मैदान में ही 26 सितंबर को किसान महापंचायत करने का एलान किया था।

उनका कहना था कि पांच सितंबर की किसान महापंचायत में किसानों के गन्ना मूल्य, बकाया भुगतान समेत अन्य मुद्दे नहीं उठाए गए, इसलिए किसान महापंचायत का आयोजन कर किसानों की समस्याओं से राज्य सरकार को अवगत कराया जाएगा। समिति के पदाधिकारी और गठवाला खाप के बाबा चौधरी राजेंद्र सिंह रविवार को होने वाली किसान महापंचायत की तैयारी में लगे है। शनिवार को महापंचायत स्थल की तैयारियों का समिति के पदाधिकारियों ने जायजा लिया। 

राजनीति से कोई भी मतलब नहीं
समिति के प्रवक्ता अमित मोलाहेडी ने बताया कि किसानों की समस्याओं को लेकर महापंचायत की जा रही है। इसका राजनीति से कोई भी मतलब नहीं है। मुजफ्फरनगर और शामली के साथ ही बिजनौर व मेरठ से भारी संख्या में किसान इस महापंचायत में आएंगे। किसानों के मुद्दों पर चर्चा होगी और मांग उठाई जाएगी। महापंचायत में हिंद मजदूर किसान समिति के आधार और आध्यात्मिक किसान नेता चंद्रमोहन, गठवाला खाप के चौधरी बाबा राजेंद्र सिंह मलिक, किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह, त्यागी समाज के अध्यक्ष किसान नेता संजीव त्यागी आदि किसानों को संबोधित करेंगे।

भंडारा नहीं लगेगा
किसान महापंचायत में किसानों की भीड़ अपनी रोजी को लेकर बनी समस्याओं के समाधान की मांग करते हुए इसको बचाने के लिए रोटी लेकर आऐंगे। किसानों के लिए कहीं पर भी भंडारे की व्यवस्था नहीं की गयी है, केवल पानी का बंदोबस्त रहेगा।

मंच ही बनाया, पंडाल नहीं
जीआईसी के मैदान में किसान महापंचायत के लिए आयोजकों ने केवल मंच ही बनाया है, यहां पंडाल नहीं बनाया है। मंच पर ही अतिथि किसानों को संबोधित करेंगे। किसान खुले में ही मैदान में बैठेगे। इनके लिए बैठने के लिए दरी का इंतजाम किया है।

ये रहेंगी मुख्य मांग
1.किसानों की खुशहाली के लिये गन्ने का रेट बढ़ाया जाना चाहिए और समय पर भुगतान की सुविधा हो। 

  1. मजदूरों व किसानों के लिये बिजली के रेट आधे हों।
  2. आज उत्तर प्रदेश का किसान आवारा पशुओं की समस्या से त्रस्त है। आवारा पशुओं की बढ़ती  संख्या से फसल बर्बाद हो रही है। अत: इस समस्या का स्थायी समाधान हो।
  3. किसान अपने जीवन में केवल एक बार ही ट्रैक्टर ले पाता है, अत: किसान के ट्रैक्टर पर प्रतिबंध न लगे, चाहे वो 50 साल पुराना हो। 
  4. किसान की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर न खरीदी जाये।
  5. हाईकोर्ट की एक बैंच मेरठ में लाई जाए, जिससे किसानों को हाईकोर्ट से न्याय मिलने में आसानी हो।
  6. देश में केवल विद्यार्थी के लिये पढ़ाई, दवाई एक समान व साधन सहित फ्री कराई जाए।
  7. मजदूर को काम और काम का उचित समय पर दाम का अधिकार हो।
  8. मजदूर वृद्ध को वृद्धा पेंशन दोगुनी मिले।