कानपुर नगर निगम में सोमवार को उस वक्त हंगामा मच गया जब एक महिला कर्मचारी ने नगर निगम के पार्षद कक्ष में यह शिकायत की कि यहां के कर्मचारी जूठे गिलासों में सभी को पानी पिलाते हैं. इतना ही नहीं एक मुस्लिम कर्मचारी जानबूझकर पहले खुद पानी पीता है और फिर उसे पार्षदों या आने वालों को पीने के लिए देता है. इस पर पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया और अधिकारियों से शिकायत कर पार्षद कक्ष में तैनात चार कर्मचारियों को हटवा दिया.

मोती झील स्थित नगर निगम मुख्यालय में पार्षद कक्ष बना हुआ है, जहां पर शहर के सभी पार्षद बैठते हैं. यहां उनके जलपान के लिए चार कर्मचारियों की तैनाती की गई थी, जिसमें मोबीन और तौफीक भी थे. सोमवार दोपहर बाद यहां पर एक महिला कर्मचारी ने मुबीन से इसकी शिकायत की कि तौफीक जूठे बर्तनों में पानी पिलाता है. कभी-कभी वो जानबूझकर बर्तनों को जूठा करता है और तब उसमें लोगों को पानी और चाय पिलाता है. जब मुबीन ने इस बात को अनसुना कर दिया तो महिला कर्मचारी ने पार्षदों से इसकी शिकायत कर दी.विज्ञापन

दबाव बनाने पर मुबीन ने कबूली बात
जब पार्षदों ने इस मामले में मुबीन को बुलाया और उससे पूछताछ की तो मुबीन ने कबूल किया कि तौफीक जूठे बर्तनों में पानी पिला देता है. जिसके बाद पार्षदों ने हंगामा कर दिया. हंगामा इतना बढ़ गया कि वहां बीजेपी के कई पार्षद भी इकट्ठा हो गए और तुरंत ही नगर आयुक्त से इसकी शिकायत की. शिकायत के बाद नगर आयुक्त ने तत्काल पार्षद कक्ष में तैनात चारों कर्मचारियों को हटा दिया और आउटसोर्सिंग के आधार पर दो लोगों की तैनाती कर दी