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पीयूष जैन मामले में बड़ी खबर, पूछताछ किए बगैर अहमदाबाद लौट गए DGGI के अफसर, यह है वजह

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh News)से लेकर देश-विदेश तक अपने कालेधन के खजानों से सुर्खियों में आने वाले कानपुर के ‘कुबेर’ पीयूष जैन (Piyush Jain) से जुड़ी बड़ी खबर आई है. कानपुर से लेकर कन्नौज वाले घर से करोड़ों रुपए मिलने के बाद टैक्स चोरी के आरोप में जेल में बंद इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain News) से अभी पूछताछ नहीं होगी. इसकी वजह है कि डीजीजीआई अहमदाबाद के जो अधिकारी पीयूष जैन से पूछताछ करने वाले थे, वह अचानक बीमार हो गए हैं, जिसकी वजह से इत्र कारोबारी पीयूष जैने से होने वाली पूछताछ टल गई है.

दरअसल, जेल में बंद इत्र कारोबारी पीयूष जैन से पूछताछ करने वाले डीजीजीआई अहमदाबाद यूनिट के विवेचक शंभू नाथ बीमार हो गए हैं और अब वह अहमदाबाद भी लौट चुके हैं. इसकी वजह से पीयूष जैने से होने वाली पूछताछ टल गई है. डीजीजीआई अब 4 फरवरी तक रिमांड बढ़ाने की मांग करने वाली है. सूत्रों की मानें तो डीजीजीआई की टीम पीयूष जैन से अगली पूछताछ के लिए कोर्ट से अनुमति लेगी.विज्ञापन

बता दें कि उत्तर प्रदेश का कानपुर और कन्नौज में करोड़ों रुपए मिलने और सोने की ईंट मिलने के बाद से ही इत्र कारोबारी पीयूष जैन जेल में बंद है. डीजीजीआई की रेड में पीयूष जैन के खिलाफ टैक्स चोरी के सबूत मिले थे, जिसके बाद से ही इत्र कारोबारी मुसीबत में है. पिछली पूछताछ में पीयूष जैन ने डीजीजीआई के सामने कबूल किया था कि उसके घर से जो 196 करोड़ रुपए कैश मिले हैं, वह इत्र के कारोबार से ही कमाए हैं. खुद पीयूष जैन ने स्वीकार किया है कि उसने इत्र कारोबार से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की चोरी कर 196 करोड़ रुपये की धनराशि इकट्ठा की थी.

डीजीजीआई विवेचक की पिछली पूछताछ में पीयूष जैन ने कबूला था कि छापे में मिले 196 करोड़ रुपए उसके ही हैं और उसने इत्र के कारोबार से ही कमाए थे. इतना ही नहीं, पीयूष जैन इत्र के कच्चे माल समेत खरीद-बिक्री के बिल नहीं काटता था और इस तरह से इतना धन अर्जित किया. उसने न तो कच्चा माल खरीदने में इनवाइस ली और न ही तैयार माल बेचने में इनवाइस दी. हालांकि, पीयूष जैन डीजीजीआई अहमदाबाद की ओर से विवेचक को बता नहीं रहा है कि आखिर यह खरीद-बिक्री किससे की. इसके बाद डीजीजीआई ने कोर्ट से 14 दिन की रिमांड की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया और कोर्ट ने पीयूष का 23 जनवरी तक के लिए रिमांड बढ़ा दिया था.

बता दें कि बीते दिनों डीजीजीआई की छापेमारी में पीयूष जैन के घर से करीब 197 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए थे, वहीं 23 किलो सोना मिला था. पीयूष जैन पर कर चोरी का आरोप है और अब उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. गौरतलब है कि दिनों डीजीजीआई की छापेमारी में कैश और सोना बरामद होने के मामले में जेल में बंद पीयूष जैन के खिलाफ डीआरआई यानी राजस्व खुफिया महानिदेशालय ने भी कस्टम एक्ट में पीयूष जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया था. डीआरआई गोल्ड स्मगलिंग के एंगल से इसकी जांच कर रही है.

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