उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में वफादारी भूल अपनी ही बुजुर्ग मालकिन की जान लेने वाले खूनी पिटबुल डॉग को आज यानी गुरुवार को सरकारी पिंजरे से आजाद किया जाएगा. मालकिन की हत्या के बाद पिटबुल डॉग को 14 दिनों की निगरानी में रखा गया था और आज उसकी मियाद खत्म हो रही है. वैसे तो इस पिटबुल डॉग को अपनाने के लिए कई लोगों ने नगर निगम से संपर्क साधा था, मगर निगम ने फैसला किया कि पिटबुल अपने पुराने मालिक के रिश्तेदार के घर पर ही रहेगा.

बताया जा रहा है कि मालकिन की जान लेने वाले पिटबूल डॉग को 14 दिनों की नैतिक हिरासत में रखने के बाद आज उसे पुराने मालिक के रिश्तेदार को हैंडओवर किया जाएगा. पिटबुल का स्वास्थ्य पूरी तरह सामान्य है और अब वह सरकारी पिंजरे से आजाद होने को तैयार है. नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि 14 दिनों की निगरानी के दौरान पिटबुल का व्यवहार सामान्य रहा. फिलहाल, नगर निमग स्वान केंद्र, जरहरा से उसे पुराने मालिक के एक रिश्तेदार को हैंडओवर किया जाएगा.विज्ञापन

दरअसल, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते दिनों इसी पिटबुल डॉग ने अपनी 82 वर्षीय मालकिन को नोच-नोचकर मार डाला था. इस घटना से मृतक महिला के बेटे अमित को बड़ा सदमा लगा था और उसने इस खूनी पिटबुल को अपनाने से इनकार कर दिया था. मां को खोने के बाद अमित ने कहा था कि अब वह उस पिटबुल डॉग को दोबारा कभी नहीं पालेंगे. वह उस कुत्ते को अब देखना भी नहीं चाहते हैं, जिसने उनकी मां की जान ली है.

लखनऊ के केसरबाग इलाके के बंगाली टोला की यह घटना है, जब एक अमित की मां को पिटबुल ने मार डाला था. इस घटना के बाद खूनी पिटबुल को नगर निगम की नैतिक हिरासत में भेजा गया. उसे सरकारी पिंजरे में 14 दिनों तक रखा गया, ताकि इस दौरान उसके व्यवहार का पता लगाया जा सके. इन 14 दिनों में वह सामान्य पाया गया और तब जाकर नगर निगम ने उसे हैंडओवर करने का फैसला लिया है.