उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha chunav 2022) में अजीबोगरीब रंग देखने को मिल रहे हैं. सत्ता में वापसी को बेकरार अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पहले योगी कैबिनेट और फिर बीजेपी के विधायकों में सेंध लगाई. उसके बाद बारी बीजेपी (BJP) की थी. बीजेपी ने मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की छोटी बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav) को पार्टी में शामिल करवाया. उसके बाद मुलायम के साढ़ू और अखिलेश के मौसा प्रमोद गुप्ता भी बीजेपी में आ गए. हालांकि इससे पहले फर्रुखाबाद की सिरसागंज विधानसभा सीट (Sirsaganj Assembly Seat) से समाजवादी पार्टी के विधायक और मुलायम सिंह यादव के समधी हरिओम यादव (Hariom Yadav) ने भी बीजेपी ज्वाइन किया था. शुक्रवार को जब बीजेपी की चौथी लिस्ट आई तो बीजेपी ने उन्हें  सिरसागंज सीट से पार्टी के टिकट पर मैदान में उतारा है.

हरिओम यादव के सगे भाई रामप्रकाश नेहरू की बेटी मृदुला यादव का विवाह मुलायम सिंह यादव के भतीजे यानी बड़े भाई रतन सिंह यादव के पुत्र रणवीर सिंह यादव से हुआ था. लेकिन जिला पंचायत चुनाव में हरिओम यादव ने बीजेपी का साथ दिया था. लेकिन पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से अखिलेश यादव ने इसी साल फ़रवरी में उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था.

बीजेपी ने आज जारी की चौथी लिस्ट
बीजेपी ने आज 85 उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट जारी की है, जिसमें कई बागियों को टिकट दिया गया है. रायबरेली सदर से कांग्रेस की बागी विधायक दिति सिंह, बसपा के पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय को सादाबाद, तो वहीं समाजवादी पार्टी से घोषित प्रत्याशी सलोना कुशवाहा को शाहजहांपुर के तिलहर से प्रत्याशी बनाया गया है. साथ ही साथ हरदोई से सपा के विधायक नितिन अग्रवाल को भी बीजेपी ने टिकट दिया है. हालांकि वह दो साल पहले ही  बगावत करते हुए बीजेपी के पाले में आ चुके थे.

न्यूज़18 के महापोल में अखिलेश को बढ़त, पर एक बार फिर योगी सरकार
दरअसल न्यूज़ 18 ने सात न्यूज़ चैनल्स के ओपिनियन पोल्ल के आधार पर एक महापोल किया है. जिसके मुताबिक इन सातों न्यूज चैनल-एजेंसियों के ओपिनियन पोल का औसत निकालने पर जो संभावनाएं बन रही हैं, उसके मुताबिक, उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती दिख रही है. न्यूज-18 द्वारा किए गए महापोल की मानें तो उत्तर प्रदेश में भाजपा गठबंधन (BJP+)को 235-249 सीटें मिलती दिख रही हैं. अखिलेश यादव के नेतृत्व वाले सपा गठबंधन को 137-147 सीटें मिल सकती हैं. वहीं बसपा 7-13 सीटों पर सिमटती दिख रही है और कांग्रेस को खाते में 3-7 सीटें जा सकती हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश में बहुमत का आंकड़ा 202 है. इस तरह से न्यूज18 के महापोल में उत्तर प्रदेश में कमल खिलता हुआ दिख रहा है. हालांकि, यह महज अनुमान ही है, असल में उत्तर प्रदेश में हार से कौन होगा ‘लाल’ और कौन लगाएगा जीत का गुलाल? इसका फाइनल रिजल्ट तो 10 मार्च को ही सामने आएगा.