ऐसा कहा जाता है कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता यूपी से होकर ही जाता है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी क्या अब इसी फार्मूले को अपनाएंगें। जिस तरह से पीएम मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में काशी से चुनाव लड़कर दिल्ली की गद्दी पर कब्जा जमाया था अब कुछ इसी तरह नीतीश कुमार भी प्रयागराज के फूलपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लल्लन सिंह के बयान के बाद यूपी की सियासत में हलचल मच गई है। लल्लन सिंह ने कहा है कि कार्यकर्ताओं की मांग है कि नीतीश फूलपुर, मिर्जापुर या अंबेडकर नगर से चुनाव लड़ें। हालांकि अभी इस पर अंतिम फैसला लिया जाना बाकी है। लल्लन सिंह के बयान से गरमाया यूपी का माहौल जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह ने एक बड़ा बयान दिया है। लल्लन सिंह के बायन के बाद अब कइ तरह के राजनीतिक कयास लगने शुरू हो गए हैं। लल्लन सिंह ने कहा है कि यूपी के कार्यकर्ताओं की मांग है कि नीतीश कुमार यूपी में प्रयागराज की फूलपुर लोकसभा सीट , मिर्जापुर लोकसभा सीट या अंबेडकर नगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ें। हालांकि अभी यह तय नहीं किया गया है कि नीतीश कुमार यूपी से चुनाव लड़ेंगे या नहीं। लल्लन सिंह ने कहा कि समय आने पर इसपर विचार किया जाएगा।

क्या दिल्ली जाने के लिए यूपी में डेरा जमाएंगे नीतीश नीतीश कुमार पीएम पद की दावेदारी के लिए माहौल बनाने में जुटे हैं। इसको लेकर वह विपक्ष के कई नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। पिछले दिनों उन्होंने दिल्ली में मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र तथा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद हालांकि अखिलेश ने यह भी कहा था कि यदि नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार होते हैं तो सपा को खुशी होगी। अखिलेश के इस बयान के बाद अब जेडीयू का यह बयान काफी चौकाने वाला है। राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो मिशन 2024 को लेकर सपा और जेडीयू के बीच कुछ खिचड़ी जरूर पक रही है। विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटे हैं नीतीश बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने हाल ही में बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़कर पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव के साथ मिलकर बिहार में सरकार बना ली थी। अंदरखाने यह कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार और तेजस्वी में इस बात पर सहमति बनी थी कि बिहार में तेजस्वी सरकार की अगुवाई करेंगे और नीतीश कुमार दिल्ली की गद्दी संभालने के लिए देशभर में नेताओं से मिलकर माहौल बनाएंगे। नीतीश कुमार पिछले एक महीने के भीतर कई नेताओं से मुलाकात भी कर चुके हैं। उनकी कवायद पीएम उम्मीदवार को लेकर अपने नाम पर सहमति बनाने की है। यूपी से लड़े नीतीश तो अखिलेश कर सकते हैं समर्थन नीतीश कुमार ने पिछले दिनों दिल्ली में यूपी के पूर्व सीएम और दिग्गन नेता मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की थी। इस दौरान अखिलेश यादव भी मौजूद थे। सपा के सूत्रों की माने तो नीतीश कुमार यूपी में किसी भी सीट से चुनाव लड़ते हैं तो समाजवादी पार्टी उनको समर्थन दे सकती है। खासतौर पर फूलपुर, अंबेडकरनगर और मिर्जापुर पटेल बाहुल्य सीटें हैं। यहां पटेलों की अच्छी संख्या है। इसका फायदा नीतीश कुमार को मिल सकता है। फूलपुर में अभी बीजेपी की सांसद केशरी देवी पटेल हैं। इस समीकरण के सहारने नीतीश यहां अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। फूलपुर चूंकि ऐताहिसक सीट रही है और इस सीट से कभी पूर्व पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू भी सांसद रहे थे। नीतीश के चुनाव लड़ने पर क्या बोली बीजेपी नीतीश कुमार की यूपी से चुनाव लड़ने की अटकलों को लेकर बीजेपी के नेता कुछ भी नहीं बोल रहे हैं। बीजेपी के रणनीतिकारों की माने तो इस खबर को ज्यादा हाइप देने से बचने के लिए कहा गया है। इसीलिए इस मुद्दे पर कोई भी नेता बयान देने को तैयार नहीं है। बीजेपी अभी इस बयान की गंभीरता और इसका असर भांपने में जुटी हुई है। हालांकि नीतीश की फूलपुर से उम्मीदवारी को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने केवल इतना ही कहा कि नीतीश कुमार और जेडीयू का यूपी में कोई मतलब नहीं है। सात दिन पहले सपा कार्यालय पर लगे थे पोस्टर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में हैं। नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे से राष्ट्रीय राजनीति में हलचल तेज हो गई थी। इसी दौरान समाजवादी पार्टी ने नीतीश कुमार और अखिलेश यादव के साथ एक पोस्टर पिछले शनिवार को जारी किया था जिसमें लखनऊ स्थित सपा कार्यालय के बाहर लगाया गया था। इस पोस्टर में लिखा था, ‘यूपी+बिहार= गयी मोदी सरकार’।