उत्तर प्रदेश के नोएडा में युवक को गांजा तस्करी में फंसाने के चलते थाने और चौकी में पिटाई करने के मामले में पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने कोतवाली सेक्टर 57 के चौकी इंचार्ज समेत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. पुलिस की वर्दी में पैसे लेने के आरोपी सिपाही सोनू कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर हिरासत में ले लिया गया है.

सोनू कोतवाली सेक्टर 58 में तैनात है. एडीसीपी नोएडा जोन आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि मामले में सेक्टर 57 के चौकी प्रभारी लोकेश शर्मा, हेड कॉन्स्टेबल राजकुमार त्यागी, कांस्टेबल अंकित बालियान और सोनू कुमार को निलंबित कर दिया गया है. इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है.

एडिशनल डीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि वीडियो वायरल हुआ है, जिसेम ये आरोपी पैसे लेते हुए दिखाई दे रहे हैं. युवक को छोड़ने के एवज में करीब 20,000 दिए गए. जो प्रथम दृश्य जांच में सामने आया है

जबरन चौकी ले गए और युवक को पीटा

बिसनपुरा गांव निवासी नारायण तिवारी ने डीसीपी से शिकायत की कि 14 सितंबर को उनके पास पुलिस की जिप्सी में तैनात 3 पुलिसकर्मी आए, इनमें एक सिपाही का नाम अंकित बालियान था. पुलिसकर्मी उसे कोतवाली सेक्टर 58 की चौकी 57 पर ले गए. आरोप है कि वह गांजा और चरस में फंसाने के नाम पर धमकी देते हुए पिटाई की. आरोप है कि कोतवाली सेक्टर 57 के चौकी प्रभारी ने भी पीटा और कहा कि गांजा चरस बड़ा मामला है. 50,000 रुपये लेकर आना नहीं तो 5 साल तक जेल जाने के लिए तैयार रहना. इसके बाद पीड़ित नारंग को कोतवाली सेक्टर-58 थाने ले गए और वहां भी पिटाई की. बाद में पीड़ित ने किसी तरह ₹20,000 पुलिसकर्मी को दिए. इस दौरान किसी ने पैसे लेते हुए वीडियो बना लिया. पुलिस के अधिकारियों ने वीडियो के आधार पर ही कार्रवाई करते हुए चौकी प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है.