निकाय के बहाने अखिलेश यादव का मिशन 2024..देखिए..किस तरह से घिरती जा रही है बीजेपी

निकाय चुनाव से साधेंगे अखिलेश…2024 का करेंगे श्रीगणेश !
साइकिल दौड़ेगी…चलेगा दांव…अखिलेश यादव देंगे बीजेपी को घाव !
सियासी रणनीति का सबसे बड़ा प्लान…अखिलेश डूबो देंगे बीजेपी का नाम !
यूपी की सियासत में आएगा भूचाल…मेयर के लिए चुनावी दंगल !

निकाय चुनाव में परिणाम अगर सपा के फेवर में आता है…अखिलेश यादव बड़ी मिशन पर निकल जाएंगे…लेकिन उससे पहले राह आसान हो जाएगी…अखिलेश यादव ने बड़ी ऱणनीति के तहत इस बार निकाय चुनाव में पूरी तैयारी की है…प्लानिंग के तहत इस बार अखिलेश यादव ने ऐसा जादू चला है…कि बड़े बड़े धुरंधर भी अब चूक गए हैं…सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव नगर निकाय चुनाव ही नहीं बल्कि 2024 के लोकसभा चुनाव पर भी ध्यान दे रहे हैं…क्योंकि जो प्रत्याशी सपा का जीतेगा..उसी रणनीति से ये पता चल जाएगा कि…2024 में किसे टिकट देना है…अखिलेश यादव यही वजह है कि…ज्यादा जोर निकाय चुनाव पर दे रहे हैं..निकाय चुनाव का परिणाम किसी संजीवनी कम नहीं होगा…निकाय चुनाव से पहले ही अखिलेश यादव ने अलग अलग तरीके से बयानों की तीर छोड़े हैं…तो सपा के नेता भी हर जोरआजमाइश कर रहे हैं…कि किसी भी तरह पार्टी की नीति को रणनीति में बदला जाए…चाहे शिवपाल यादव हों या फिर रामगोपाल यादव…या कहें तो स्वामी प्रसाद मौर्य…सपा का हर नेता अलग अलग दांव पेंच लगा रहा है…वो सिर्फ इसलिए की अखिलेश की प्लानिंग सफल हो जाए…निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करना सपा के लिए बहुत जरुरी है…विधानसभा चुनाव के बाद अगर सपा ऐसा कर जाती है तो ये बड़ कमबैक होगा…अगर सपा की साइकिल दौड़ जाती है तो बीजेपी के लिए किसी मुश्किल से कम नहीं होगा…बीजेपी के लिए लोकसभा के चुनाव में सपा की रणनीति को तोड़ना होगा..जो इतना आसान नहीं होगा..क्योंकि अगर एक बार किसी पार्टी की जीत का मूवमेंटम बन गया तो विरोधी पार्टियों को वापसी में दिक्कत होती है…शायद इसिलिए अखिलेश यादव चाहते हैं कि..उनकी पार्टी किसी भी तरह निकाय चुनाव में बीजेपी को पटखनी दे…इसिलिए सपा ने अपने इतिहास में एम वाई फैक्टर को भी छोड़ा है…जो आजतक कभी नहीं हुआ…मतलब सिर्फ एम फैक्टर यानी मुस्लिम का इस्तेमाल कर रही है…लेकिन वाई यानी यादव को मेयर की कुर्सी के लिए किसी को प्रत्याशी नहीं बनाया है…ऐसा पहली बार हुआ है.,.,.

अब बात करते हैं अखिलेश यादव के अभियान की …निकाय चुनाव में अखिलेश यादव ने अलग अलग नेताओं को क्षेत्र का जिम्म्मा दे दिया है…वो इसलिए कि पूरी की पूरी रणनीति सफल रहे…सपा नेता मनोज पांडेय को रायबरेली की कुर्सी दिलाने को जिम्मा मिला है..तो साथ साथ वाराणसी की कमान भी संभालेंगे…तो वहीं अपने बयानों से चर्चा में आए स्वामी प्रसाद मौर्य के जिम्मे कुशीनगर की कमान है…स्वामी प्रसाद मौर्य खूद तो चुनावी मैदान में नहीं है..लेकिन उनके रसूक और राजनीति का दांव साख पर है…तो वहीं पार्टी के नेता आशु मलिक अखिलेश के करीबी कहे जाते हैं…उनके भाई नूर हसन मलिक मेयर का चुनाव लड़ रहे हैं… पूर्व मंत्री अरविंद सिंह कोप को लखनऊ की जिम्मेदारी दी गई है…तो इटावा में तो खुद शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव लड़ रहे हैं…

वहीं निकाय चुनाव में जो प्रत्याशी बनाए गए हैं उनको लेकर सपा अलग की रणनीति बना रही है…सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्लान बनाया है कि..अगर प्रत्याशी अच्छा परफॉर्मेंश देंगे तो उनको 2024 में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है…लोकसभा प्रभारी को प्रत्याशी बनाया जा सकता है ..क्योंकि जून के महीने में अखिलेश यादव लोकसभा क्षेत्रवार प्रभारी नियुक्त करने की तैयारी में हैं.,.,क्योंकि कई सीटों पर एक से ज्यादा प्रभारी हैं तो कई सीटों पर एक प्रभारी को अलग अलग सीटों का प्रभारी बनाया गया है…ऐसे में अखिलेश यादव ने अब निकाय चुनाव से ही रणनीति बना ली है कि वो कैसे आगे के चुनाव पर ध्यान देंगे….