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Pushpendra Yadav की Shivangi Yadav याद हैं या भूल गए ?

Pushpendra Yadav की Shivangi Yadav याद हैं या भूल गए ?…. Akhilesh -Shivpal को याद है, इसलिए इमोशनल हो रहे हैं, ऐसा क्यों किया ?

Pushpendra Yadav की Shivangi Yadav याद हैं या भूल गए ? The Rajneeti

अखिलेश अभी दर्द में जरूर होंगे… शिवपाल का दिल जरूर कचोट रहा होगा… सोच रहे होंगे… ये क्या हो गया ?
जिसे न्याय दिलाने का अखिलेश-शिवपाल ने वादा किया था… पूरा होने से पहले ही वो चली गई…. अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली ?
जब सारस के लिए अखिलेश के दिल में इतना दर्द छलका… तो उस महिला के अलविदा कहने के जल्दबाजी वाले अंदाज पर तड़प तो जरूर रहा होगा !

आरिफ और सारस प्रकरण में खुद को कसूरवार मानने की छटपटाहट से अभी अखिलेश बाहर नहीं निकले हैं… अखिलेश ने तब कहा था… सारस से मिलने की वजह से ही… आरिफ से सारस को दूर कर दिया गया…अखिलेश इस बात से आहत हुए थे… अब फिर से एक ऐसी दर्दनाक घटना हो गई…जिसके लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव तो नहीं हैं… लेकिन अखिलेश को ये एहसास तो जरूर हुआ होगा… ये क्या कर लिया उन्होंने… विश्वास तो करते… शिवपाल के जेहन में ये घटना दौर रही होगी… क्योंकि उस महिला के साथ जो हुआ था… जिसका वो शिकार बनी थी… शिवपाल भी उसके दर्द को तब महसूस किया था…
अब उस महिला ने जो कहा था… लगता है… वही किया… उसके साथ वो हुआ… जिसका ऐलान उसने बहुत पहले किया… बहुत पहले संकेत दिया था… उस वक्त उसके कहे बोल से ऐसा लगा था… जैसे वो कह रही हो… अभी तो सह रहे हैं… अगर जल्द कुछ परिणाम नहीं निकला… तो फैसला ले लेंगे… उसके साथ वो हुआ था… जो उसने कभी नहीं चाहा था… फिर भी उसने सहा… उम्मीद थी न्याय मिलेगी… दोषी सलाखों के पीछे जाएंगे… लेकिन ऐसा शायद हुआ नहीं… शायद अब उस महिला का दिल खुद से खुद की अपनी किस्मत से रुठ गया… उस महिला का शायद सबसे विश्वास टूट गया…. विश्वास टूट गया… तो फैसला ले लिया… उसने क्या किया… उसपर आए… उससे पहले उसके टूटे दिल से निकलते आंसू के बीच उसके कहे उस बोल को सुनाते हैं… जो उसने तब कहा था….

तस्वीर देख लीजिए ये और कोई नहीं बल्कि उस पुष्पेंद्र यादव की पत्नी है… जिसने तब कह था… खुद के प्रण से प्रशासन से लेकर शासन को वाकिफ कराया था…न्याय नहीं मिलेगा तो अपनी जीवन लीला खत्म कर लेंगे… अब वही किया जो उसने कहा था… झांसी में 2019 में पुलिस की मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र यादव की पत्नी शिवांगी हैं ये… अब नहीं हैं… 28 मार्च का दिन था… रात आई…. पंखे पर एक फंदा लटकाई… और उसमे खुद झूल गई…. सुबह जब हुई… घर वालों ने कमरा खोला तो अंदर का नजारा देख तो रुह कांप उठी… होश उड़ गए… बेचैन हो हो गए…

शिवांगी ने अपनी जिंदगी को खत्म करने से पहले अपने
हाथों में लिखा था कि मै स्वेच्छा से फांसी लगा रही हूं…
अपने आप जान दे रही हूं किसी को दोष न दिया जाए

आनन फानन में परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी… पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा… परिजनों का दावा है… शिवांगी न्याय न मिलने से आहत थी… तो शिवांगी के साथ ऐसा क्या हुआ था… चलिए फ्लैश बैक में आपको ले चलते हैं…
दरअसल यूपी पुलिस द्वारा 2019 में झांसी में एक एनकाउंटर हुआ था… एनकाउंटर जिस शख्स की जान गई थी… उसका नाम पुष्पेंद्र यादव था… इस एनकाउंटर को लेकर सियासी माहौल भी काफी गरमाया था। समाजवादी पार्टी ने यूपी पुलिस के इस एनकाउंटर को फर्जी बताया था… वहीं, हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के लिए समिति का गठन किया था… उस वक्त पुष्पेंद्र की पत्नी शिवांगी की मांग थी कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएं… लेकिन, घटना के 3 साल 5 महीने बाद पुष्पेंद्र की पत्नि शिवांगी ने अपनी जिंदगी समाप्त कर ली…

29 जून 2019 को शिवांगी की शादी झांसी के करगुआ गांव के पुष्पेंद्र से तय हुई थी… शादी के 4 महीने बीतने के बाद 5 अक्टूबर को झांसी पुलिस पुष्पेंद्र को एनकाउंटर में मार गिराया था… पुष्पेंद्र पर पुलिस ने आरोप लगाया था कि 5 अक्टूबर, 2019 की रात वो मोठ थाने के इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह चौहान पर हमला करने के बाद उनकी कार लूटकर भाग रहा था… जिसके चलते अगली सुबह पुलिस ने पुष्पेंद्र यादव को गुरसराय थाना क्षेत्र में एक मुठभेड़ में कथित तौर पर मार दिया था… पुलिस के मुताबिक उसके 2 साथी भाग निकले थे… पुलिस का ये भी आरोप है कि पुष्पेंद्र की कार से दो तमंचे कारतूस और मोबाइल भी बरामद किए गए थे…

एनकाउंटर के बाद से 26 वर्षीय शिवांगी अपने मायके में जालौन के पिपराया गांव में रह रही थी… शादी के 4 महीने बाद यूपी पुलिस ने पुष्पेंद्र यादव का एनकाउंटर किया था… पति की मौत हो गई थी… परिवार के लोगों ने कोर्ट में यूपी पुलिस के खिलाफ याचिका दर्ज की थी, जिसमें कोर्ट ने एसआईटी टीम का गठन किया था…परिवार के लोगों ने बताया कि रात को शिवांगी ने सबके साथ खाना खाया और फिर देर रात फांसी लगा ली…जीवन समाप्त रने के पहले शिवांगी ने अपने हाथों में लिखा था कि मै स्वेच्छा से फांसी लगा रही हूं… अपने आप जान दे रही हूं किसी को दोष न दिया जाए…

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