Raja Bhaiya और Gulshan Yadav के बीच फिर शुरू हुई भीषण लड़ाई ! गुलशन की सियासत को क्रेक करने के लिए लगा दिया बड़ा दांव…

‘राजा’ तैयार… गुलशन का सियासी ‘हथियार’… पत्नी तैयार !
एक बार फिर कुंडा में साख की लड़ाई… जो जीतेगा वही बनेगा ‘राजा’ !
कुंडा के राजा की अदावत ने ठानी… गुलशन को करारा जवाब देने के लिए बनाया प्लान… कर दिया ऐलान
गुलशन ने राजा भैया पर किया था पर्सनल अटैक… राजा भैया ने भी पर्सनली तौर परफेक्ट तरीके से जवाब देने के बना लिया प्लान

एक वक्त था जब कुंडा के राजा राजा भैया और उनके वफादार-राजदार गुलशन यादव की आवाज एक लय में एक सुर में एक ताल में एक ही रंग में एक ही तरीके से सबको दंग करते हुए एक ही ट्रैक पर गुंजती थी… तो विरोधियों के सिर से पसीने आ जाते थे… लेकिन वक्त ने जब पलटी मारी तो राजा भैया और गुलशन यादव के रास्ते अलग अलग हो गए… दोनों अब पक्के वाले दुश्मन हो गए… राजा भैया गुलशन यादव को किसी तरह से भी जीतते हुए नहीं देखना चाहते हैं… तो गुलशन यादव किसी भी कीमत पर राजा भैया को हारते हुए देखना चाहते हैं… राजा भैया की सियासी जमीन को खिसकाने के लिए ही गुलशन यादव ने सपा में एंट्री मारी… ये सपा वही है… जिसके सर्वेसर्वाओं से राजा भैया की दोस्ती जगजाहिर थी… वो कभी मुलायम सिंह यादव के खास हुआ करते थे… तो कभी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की उनपर मेहरबानी होती थी… लेकिन अब दोनों के रास्ते जुदा जुदा है… अब तो अखिलेश गुलशन यादव पर फिदा है… जितना खिलाफ राजाभैया के अखिलेश हैं… उतना ही गुलशन यादव हैं… इसलिए तो अखिलेश ने गुलशन के सिर पर अपना हाथ दिया…क्योंकि गुलशन ने जिन्हें अपना दुश्मन माना है… वही राजा भैया पहले से ही अखिलेश यादव के सियासी दुश्मन हैं…. पिछली बार 2022 विधानसभा चुनाव में कुंडा में गुलशन यादव ने राजा भैया को जीत के लिए पसीना बहाने के लिए मजबूर कर दिया… पिछली राजा भैया पर दवाब था… क्योंकि 2017 में राजा भैया ही कुंडा के विधायक थे… उससे पहले भी थे… जाहिर सी बात है… 2022 में गुलशन यादव जब राजा भैया को हराने के लिए विधानसभा चुनाव में उतरे थे… तो उनके सामने खोने के लिए कुछ नहीं था… लेकिन राजा भैया का साख दांव पर लगा हुआ था… इसलिए दबाव उनके चेहरे पर दिख भी रहा था… लेकिन अब राजा भैया की बारी है… नगर निकाय चुनाव के तहत कुंडा नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए चुनाव हो रहे हैं… नगर पंचायत अध्यक्ष चुनाव में गुलशन यादव की पत्नी सीमा यादव की जीत के सामने राजा भैया दीवार की तरह खड़े हो गए… ऐन वक्त पर राजा भैया की जनसत्ता दल ने अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर दिया…यूपी नगर निकाय चुनाव में कुंडा विधायक रघुराज प्रताप उर्फ राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक भी उतर गई है… राजा भैया ने कुंडा नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए ऊषा त्रिपाठी को सीमा यादव के सामने खड़ा कर दिया… उषा त्रिपाठी कुंडा व्यापार मंडल के अध्यक्ष शिवकुमार त्रिपाठी की पत्नी है…

कुंडा नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर सपा नेता गुलशन यादव तब दो बार रह चुके हैं…जब उनका राजा भैया से संबंध अच्छा रहा… राजा भैया के समर्थन से गुलशन यादव 2012 और 2017 में नगर पंचायत अध्यक्ष बने… और अब फिर से अपनी सियासी साख का दबदबा दिखाने के लिए गुलशन यादव ने अपनी पत्नी सीमा यादव को सपा की ओर से टिकट दिलाने में कामयाबी हासिल की… गुलशन की पत्नी सीमा यादव कुंडा नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए सपा की ओर से उम्मीदवार है… वही गुलशन यादव के मुखर विरोधी होने के बाद पहली बार राजा भैया ने कुंडा में अपने दल से प्रत्याशी के तौर पर उषा त्रिपाठी का नामांकन कराया है…तो अब माना जा रहा है… इस सीट पर जनसत्ता दल लोकतांत्रिक की प्रत्याशी उषा त्रिपाठी और सपा प्रत्याशी सीमा यादव के बीच कांटे की टक्कर होगी… और कांटे की टक्कर तो राजा भैया और गुलशन यादव के बीच भी होगी… दोनों को ये साबित करना होगा… किसकी सियासत किसपर भारी है… इस चुनाव से राजा भैया की सियासत की एक बार फिर परीक्षा होने वाली है… परिणाम आने के बाद ये तय होगा… कि सियासत की इस परीक्षा में राजा भैया पास हुए फेल… गुलशन यादव को पिछली बार की हार से सबक लेते हुए इस बार ये दिखाने की जिम्मेदारी होगी… कुंडा की राजनीति से राजा भैया को बेदखल करने की राह पर वो निकल पड़े हैं… इसलिए तो सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ को भी भाई गुलशन यादव की पत्नी को जिताने के लिए पसीना बहाना पड़ रहा है… गुलशन यादव का पूरा परिवार राजा भैया से मुकाबला करने के लिए एक होकर खड़ा है… वही राजा भैया के साथ परिवार तो नहीं, लेकिन उनके भाई और दोस्त कुंवर अक्षय प्रताप सिंह तो जरूर होंगे… जिनके लिए उन्होंने अपनी पत्नी भानवी कुमारी सिंह और अपने पिता उदय प्रताप सिंह के गुस्से का शिकार होना पड़ा… कुलमिलाकर प्रतापगढ़ के कुंडा टाउन अध्यक्ष पद पर चुनाव दिलचस्प होगा… सबकी नजर इस पर जीत आखिरकार किसकी होगी…