कोरोना वायरस का खौफ इन दोनों कईयों को अपने निशाने पर ले रहा है । अपनी खास शैली के लिए विख्यात लालू यादव, जिन्होंने कभी बड़े से बड़े अपने विरोधियों के सामने हार नहीं मानी ।कभी अपने ऊपर डर को हावी होंने नहीं दिया । वही लालू यादव उस वक्त रांची में रिम्स के डॉक्टरों पर नाराज हो गए । जब रिम्स के पेइंग वार्ड के चौथे फ्लोर को कोरोना वायरस के एक संदिग्ध रोगी के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाने की योजना थी ।
दरअसल कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपल लिए जाने के बाद रांची के रहने वाले दंपति और पलामू के एक संदिग्ध को रिम्स में भर्ती किया गया था । हालांकि रांची निवासी दोनों संदिग्ध सैंपल देने के बाद रिम्स से चले गए । जबकि पलामू निवासी 42 वर्षीय मरीज को डॉ. विद्यापति की यूनिट में भर्ती किया गया । पेइंग वार्ड के चौथे फ्लोर को कोरोना वायरस के इस संदिग्ध रोगी के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाने की योजना थी । लेकिन इसी पेइंग वार्ड के पहले फ्लोर पर इलाज करा रहे आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने रिम्स अधीक्षक और निदेशक से अपनी आपत्ति जताई । इसके बाद रिम्स प्रबंधन को अपने पैर पीछे खींचने पड़ गए ।
कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस की वजह से लालू यादव सहमे हुए हैं । गुरुवार को लालू प्रसाद सुबह टहलने भी नहीं निकले । वह पेइंग वार्ड के अपने कमरे में ही रहे । जबकि आम दिनों में वह सुबह उठने के बाद पेइंग वार्ड से जुड़े कॉटेज के गलियारे में टहलते हैं।