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संजीव बालियान की अलग राज्य की मांग पर संगीत सोम हुए आगबबूला 

sangeet som vs sanjeev balyan

पश्चिमी यूपी में दो जाट नेता एक दूसरे की सोच के खिलाफ इस कदर हुए कि सियासी गलियारे में इसकी चर्चा खूब हो रही है… दो नेताओं के बीच इस कदर लड़ाई शुरू हुई कि बीजेपी के अंदरखाने चर्चा होने लगी… क्या ऐसे 2024 की लड़ाई जीतेंगे… एक जाट नेता सांसद हैं… मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री है…तो दूसरा जाट नेता अभी कुछ नहीं है… विधायकी का चुनाव 2022 लड़ा था… लेकिन चुनाव हार गए… जीहां हम बात कर रहे संजीव बालियान और संगीत सोम की… दोनों एक ही मुद्दे पर लड़ रहे है… एक बहस में हिस्सा ले रहे हैं… जिसकी शुरूआत कैबिनेट मंत्री संजीव बालियान ने की… जिसकी वजह से यूपी में आगामी लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर राज्य के बंटवारे की मांग शुरू हो गई है… दरअसल कैबिनेट मंत्री संजीव बालियान ने एक सभा में कहा कि वो पश्चिम प्रदेश यानी पश्चिमांचल की मांग का समर्थन करते हैं… यूपी का पश्चिमी क्षेत्र अगर राज्य बनता है तो उसकी राजधानी मेरठ होगी….

वैसे यूपी को चार हिस्सों- पूर्वांचल, पश्चिमांचल, बुंदेलखंड और अवध प्रदेश में बांटने की मांग कोई नई नहीं है. साल 2011 में बहुजन समाज पार्टी की सरकार में मुख्यमंत्री मायावती ने इस बाबत विधासनभा में प्रस्ताव पेश किया था, जिसे ध्वनिमत के साथ पारित किया गया था… हालांकि बसपा के इस प्रस्ताव का कोई खास असर नहीं पड़ा क्योंकि राज्यों के बंटवारे में मुख्य भूमिका संसद और केंद्र सरकार की होती है… तात्कालीन बसपा सरकार के इस प्रस्ताव को जहां समाजवादी पार्टी ने सिरे से खारिज कर दिया था. वहीं बीजेपी और कांग्रेस ने इस पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी… विपक्षी दलों ने उस वक्त बसपा के इस प्रस्ताव को राजनीतिक स्टंट करार दिया था…साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले जब सीएम योगी आदित्यनाथ से इस बाबत सवाल किए गए थे तो उन्होंने कहा था कि हम तोड़ने नहीं जोड़ने में विश्वास रखते हैं…


वहीं संजीव बालियान का तर्क है… पश्चिमी यूपी की आबादी करीब 8 करोड़ है और हाई कोर्ट यहां से करीब 750 किलोमीटर दूर है… उन्होंने अलग राज्य की उठती मांग को इस आधार पर समर्थन दे दिया…लेकिन सरधना से पूर्व विधायक संजीव सोम इस मामले में सामने आए… उन्होंने सीधे-सीधे सांसद को निशाने पर ले लिया। संगीत सोम ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर पश्चिमी यूपी राज्य बना तो ये मिनी पाकिस्तान हो जाएगा…बीजेपी के फायरब्रांड नेता संगीत सोम ने दावा किया कि


नए बनने वाले राज्य में हिंदू अल्पसंख्यक हो जाएंगे… इस नए बनने वाले राज्य की डेमोग्राफी ही बदल जाएगी. ऐसे में संगीत सोम ने अपनी ही पार्टी के सांसद और केंद्रीय मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है… अब यह मुद्दा पश्चिम में गरमाने लगा है… संगीत सोम ने कहा वो इसका खुलकर विरोध करते हैं…संजीव बालियान के बयान को पार्टी का बयान मानने से ही इनकार कर दिया…वही संगीत सोम ने इस मामले को अलग ही मोड़ दे दिया है…उन्होंने कहा कि अगर पश्चिमी यूपी को अलग ही करना है तो इसे दिल्ली से मिलाया जाए… संजीव बालियान अपने बयान को पार्टी में घिरते दिखने लगे हैं पार्टी के नेताओं की ओर से उनसे सवाल किया जा रहा है


बहरहाल अब संजीव बालियान के बयान ने यूपी के पश्चिमी क्षेत्र में नया मुद्दा जोड़ दिया है. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के पहले यह मुद्दा जोर पकड़ सकता है… बता दें पश्चिमी यूपी में कुल 26 जिले आते हैं…. लोकसभा सीट के तौर पर बात करें तो पश्चिमी यूपी में शाहजहांपुर, बरेली, बदायूं, अमरोहा, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, संभल, सहारनपुर, रामपुर, पीलीभीत, नगीना, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, मेरठ, मथुरा, अलीगढ़, एटा, मैनपुरी, कैराना, हाथरस, फिरोजाबाद, फर्ररुखाबाद, फतेहपुर सीकरी, इटावा, बुलंदशहर, बिजनौर, बागपत, अमरोहा, आंवला, अलीगढ़ और आगरा शामिल है…

Sanjeev Balyan की Western UP वाली मांग पर Sangeet Som हुए आगबबूला | The Rajneeti | UP News


लोकसभा चुनाव के ठीक पहले पश्चिमी यूपी का मुद्दा उछलना कोई छोटी बात नहीं है… ये मुद्दा राष्ट्रीय लोकदल, समाजवादी पार्टी के साथ-साथ बसपा की भी मुश्किलें बढ़ सकती है… 2019 के चुनाव के आधार पर देखें तो वेस्ट यूपी की 7 लोकसभा की सीट- सहारनपुर, बिजनौर, नगीना, अमरोहा, संभल, मुरादाबाद और रामपुर में बीजेपी हार गई थी… वह पश्चिमांचल के बहाने से जनता को इस मुद्दे पर साथ लाने की कोशिश करेगी… चूंकि मामला पश्चिमी यूपी से जुड़ा है ऐसे में आरएलडी और जयंत चौधरी इस मुद्दे पर चुनाव के समय बीजेपी के खिलाफ नहीं जाना चाहेंगे… वहीं सपा और अखिलेश यादव, जो राज्य के बंटवारे के खिलाफ रहे हैं, वो आरएलडी के साथ हैं, ऐसे में उसके सामने असमंजस की स्थिति पैदा हो सकती है… इसके साथ ही बसपा खुद इस मुद्दे का विरोध नहीं कर पाएगी क्योंकि यह प्रस्ताव उसने ही 12 साल पहले पेश किया था… लेकिन विपक्ष इन सब स्थितियों से गुजरना पड़ता उससे पहले ही बीजेपी के अंदरखाने लड़ाई शुरू हो गई…संजीव बालियान के बयान भाजपाईयों ने व्यक्तिगत बयान करार देना शुरू भी कर दिया है… संगीत सोम, लक्ष्मीकांत वाजपेयी जैसे बीजेपी के कद्दावर नेता कैबिनेट मंत्री संजीव बालियान के खिलाफ अपना बय़ान दे रहे हैं…

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