Sanjay Raut ने Asad Ahmed के encounter पर Akhilesh Yadav को क्या समझाया… जिसे सुन योगी खुश हुए होंगे ! PM मोदी सोच रहे होंगे… ये अपने पीछे क्यों पड़ा रहता है !
असद अहमद के एनकाउंटर पर शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत का स्टैंड… अखिलेश ने सुना होगा… तो यही कह रहे होंगे… अरे ये क्या बात हुई ?
संजय राउत ने अपने बयान से अखिलेश और ओवैसी का दिल दुखाया… योगी को खुश होने का मौका दे दिया…
एनकाउंटर पर योगी पर अटैक को राउत ने नकारा… अखिलेश को संदेश दे दिया… सच्चाई को स्वीकार कीजिए
यूपी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के एनकाउंटर पर सियासत भी गरमाई हुई है… अखिलेश यादव ने जहां एक ओर कहा कि ये झूठा एनकाउंटर है और बीजेपी भाईचारे के खिलाफ है… असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मजहब के नाम पर एनकाउंटर हो रहा है… तो अब इस मामले में उद्धव ठाकरे खेमे के नेता संजय राउत का बयान आ गया… संजय राउत ने ऐसा बयान दिया… अखिलेश ने सुना होगा तो हैरान जरूर हुए होंगे… सोच में पड़ गए… राउत के तर्क के सामने अपने तर्क को ढूंढने का प्रयास जरूर कर रहे होंगे… ओवैसी के पास जब राउत की ओर दिया गया बयान हू ब हू पहुंचा होगा… जबरदस्त तरीके की मिर्च लगी है… सोच रहे होंगे… धर्म के नाम पर हम सीएम योगी को चले थे घेरने के लिए… मजहब का मुद्दा जोरशोर से उछाल रहे थे… ये क्या बात हुई संजय राउत ने अपनी सियासत को ही उछाल कर ध्वस्तर दिया… मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक बात पहुंची होगी… तो शुक्रिया तो जरूर कहा होगा… कानून व्यवस्था के मुद्दे पर साथ देने के लिए ये तो जरूर कह रहे होंगे… कुछ भी बाला साहब ठाकरे का ये सिपाही कोई ना नुकुर नहीं करता है… सीधी बात बिना किसी राग लपेट के कह देता है… मोदी-शाह तो संजय राउत के स्टैंड को देखकर ये जरूर कह रहे होंगे… काश ! कि शिवसेना उद्धव के उद्धव ठाकरे और संजय राउत जैसे तेज तर्रार नेता एनडीए गठबंधन के साथ रहते हैं.. जो गांठ पड़ी है… काश ! कि वो खुल जाए…
दरअसल यूपी के झांसी में अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम मोहम्मद का 13 अप्रैल को एनकाउंटर हुआ था… संजय राउत से जब इस मुद्दे पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा,
विकास दुबे का भी एनकाउंटर हुआ था, तब भी कुछ मुद्दे सामने आए थे। उससे
पहले उत्तर प्रदेश में और भी जाति और धर्म के लोगों के एनकाउंटर हुए हैं। योगीजी
ने पहले से यह बात कही है कि उत्तर प्रदेश का माफियाराज मैं खत्म करूंगा।
अगर राज्य के मुख्यमंत्री ने माफियाराज खत्म करने की बात कही है तो उसमें जाति
और धर्म की बात नहीं होनी चाहिए। मैं इतना ही कह सकता हूं।
संजय राउत से असद मुठभेड़ को लेकर उठ रहे सवालों के बारे में राय पूछी गई तो उन्होंने कहा, ‘सबसे ज्यादा एनकाउंटर मुंबई में हुए हैं… एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की एक उपाधि हमारे यहां दी गई थी.. लगभग सभी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट जेल में गए या आज भी जेल में हैं… इस देश में कानून है, इस देश में न्यायपालिका है… इस देश में लोग सबकुछ देखते हैं… आतंकवादी हो तो उसका एनकाउंटर होना चाहिए… अगर बहुत बड़ा माफिया है, जिससे समाज को खतरा है तो इस प्रकार से एनकाउंटर होते रहते हैं… मुंबई में कुछ एनकाउंटर के खिलाफ सबूत लेकर लोग न्यायालय गए थे और न्यायालय ने हस्तक्षेप किया है… जांच आयोग भी बिठाया था… बाद में सभी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट जेल में गए या आज भी उसमें से बहुत से लोग जेल में हैं… संजय राउत ने अपना तर्क दे दिया… ये तर्क शायद यूपी में बीजेपी के विरोध में खड़ी सपा पचा नहीं पाएगी