Shivpal Singh Yadav को देख Yogi Adityanath को क्यों आने लगी महाभारत की याद ? योगी के दिल में शिवपाल के लिए सम्मान को देख Akhilesh क्या कहेंगे ?

शिवपाल को देख योगी को क्यों आने लगी महाभारत की याद ?
अखिलेश के करीब शिवपाल को ले जाने में किसने निभाई अहम भूमिका ?… योगी ने कह दी नई बात
CM योगी बोलते गए… अखिलेश के चाचा शिवपाल बस मुस्कुराते गए

विधानसभा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का भाषण जितनी सुर्खियां बंटोर रहा है… उतना ही अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने एग्रेसिव भाषण से चर्चा में हैं… योगी अपने भाषण के दौरान कभी मुस्कुराते दिखे, कभी एग्रेसिव दिखे… कभी तंज लेते दिखे… कभी विपक्ष से खुद को घिरता देख दहारते नजर आए… इसी दौरान सीएम योगी आदित्य नाथ को महाभारत की याद आ गई… जिससे उन्होंने सपा महासचिव शिवपाल यादव का कनेक्शन कर दिया… और तो अखिलेश को भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐसी बात कही… जिससे ये महसूस हुआ कि वो अखिलेश को कह रहे हैं… अब ऐसा हुआ है तो शुक्रिया तो आपको कहना पड़ेगा… जब सीएम योगी ऐसा कह रहे थे… तो अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव मुस्कुरा रहे थे… योगी की बातों को ध्यान से सुनते जा रहे थे… इधर अखिलेश का चेहरा उतरता जा रहा था… उदास होता गया… अखिलेश पशोपेश में नजर आने लगे… सोच में पड़ गए… सीएम योगी ये क्या कह रहे हैं… योगी ऐसा क्या कहा जिससे शिवपाल मुस्कुरा रहे थे… अखिलेश असमंजस की स्थिति में आ गए… बताएंगे आपको… लेकिन उससे पहले जानिए योगी पर अकेले विश्वकप फटबॉल मैच के फाइनल देखने को लेकर अखिलेश के वार पर क्या जवाब दिया…

दरअसल योगी आदित्यनाथ पर बीते दिनों अखिलेश यादव ने टिप्पणी की थी कि वो फीफा विश्वकप का फाइनल मैच अकेले देख रहे थे… इस पर योगी ने जवाब देते हुए अखिलेश पर जमकर चुटकी ली… याद दिलाया… साथ में चाचा शिवपाल को भी नहीं छोड़ा… अखिलेश सरकार के समय मुख्यमंत्री की टीम और अधिकारियों के बीच हुए एक क्रिकेट मैच का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि शिवपाल तब कैबिनेट मंत्री थे… उन्होंने कहा था कि हमेशा अच्छी नीयत से खेलना चाहिए… मेरे पास भी खेल का सर्टिफिकेट है… मैं भी खेल रहा हूं। हालांकि, मंजिल तक पहुंचने के लिए खेल के साथ दांवपेच भी आना चाहिए… योगी ने जैसे ही ये कहा, सदन में ठहाके गूंज उठे…इनके एक और चाचा जान थे… जिन्होंने कहा था कि सीएम साहब अच्छी बात है… आपको खेलने का वक्त मिल जाता है… खुदा न खासता आप हार जाते तो मैं यही कहता कि अधिकारियों का ध्यान खेल पर है।…अधकारी हार गए मतलब उनका ध्यान काम पर है… इसके बाद योगी ने कहा, ‘आप जान ही रहे हैं कौन? ये इनका खेल होता था… खेल तो इनके और भी होते थे… बहुत खेल होते थे प्रदेश में… खेल ही खेल तो होते थे…

अब उस मुद्दे पर आते हैं… जिसकी वजह से योगी मानस की याद आई… महाभारत की याद आई…. शिवपाल यादव और अखिलेश के साथ आने की बात याद आई…. इसके लिए योगी ने चौपाई सुनाई… जिससे मतलब ये निकला भय से कभी कभी दोस्ती हो जाती है… सीएम योगी को लगता है…. इधर के भय से ही सही, कम से कम सपा में काकाश्री को सम्मान मिलना प्रारंभ हो गया…

योगी शिवपाल को देख कहने लगे… शिवपाल आपको देखता हूं तो महाभारत याद आता है… आप जैसा अनुभवी व्यक्ति बार-बार छला जाता है…बार-बार अपमानित होता है… आपके अनुभवों का लाभ सपा को नहीं लेने आता… योगी ने कहा कि हम शिवपाल का सम्मान करते हैं, उनको ये सम्मान मिलना भी चाहिए..