शिवपाल ने सपा की हार को किया डिकोड… कार्यकर्ताओं को बस एक कमी को दूर करने का दिया टारगेट
2022 में सपा इसलिए हारी… निकाय चुनाव में जीत से दूर हुई तो क्यों हुई… शिवपाल ने परत दर परत कार्यकर्ताओं को समझाया
सियासत के अखाड़े में जीत और हार के बीच एक महीन रेखा होती है… उस रेखा को समझना जरूरी होता है… सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव अब तक इसी को समझने का प्रयास कर रहे थे… अब जबकि उन्होंने समझा… तो सपाईयों को पूरी तरह से समझा दिया… बता दिया… सपा की जो हार हो रही है… उसे हराने वाला असल में कौन है… कौन है… जिसकी वजह से सपा हार रही है… जीत के दरवाजे पर पहुंचने के बाद भी हार के स्वाद को चखने के लिए मजबूर है… शिवपाल सपा कार्यकर्ताओं को कह रहे हैं… बस इस पर काम कर लिया जाए… तो 2024 में सपा को जीतने से कोई भी रोक नहीं सकता है… जीत सपा के कदमों को चूमेगी…. शिवपाल अब एक जगह से दूसरी जगह जाकर कार्यकर्ताओं को डिटेल में समझा रहे हैं… जो उन्होंने डिकोड किया है… उससे वाकिफ करा रहे हैं… कार्यकर्ताओं को संदेश दे रहे हैं… दूर कीजिए इसे वक्त रहते दूर कीजिए… अगर बीजेपी की सियासी जमीन को यूपी में ध्वस्त करना है… तो इसपर काम करना ही होगा…
2024 में जीत के लिए शिवपाल ने सपाईयों की इस कमी को इस तरह से उजागर किया…. जिसे अब कार्यकर्ता सुन रहे हैं… तो कह रहे हैं… हां कुछ कुछ ऐसा ही है… इसलिए सपा जीती हुई बाजी हार रही है… इसलिए बीजेपी उसे मात देने में कामयाब हो रही है… जीत के मुहाने पर पहुंचने के बाद भी सपा इसलिए हार रही है… तो क्या है… शिवपाल यादव का वो मंत्र जिसे वो हर प्रशिक्षण शिविर में कार्यकर्ताओं को दे रहे हैं… सपाईयों से कह रहे हैं… सपा को जीतते हुए देखना है तो इस पर काम करना ही होगा… इसे दूर करना ही होगा… चलिए इससे आपको वाकिफ कराते हैं… दरअसल शिवपाल ने सपा की ओर से आयोजित एक प्रशिक्षण शिविर में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया… शिवपाल यादव ने समाजवाद के स्वरूप व आगे की चुनावी रणनीति पर कार्यकर्ता-पदाधिकारियों से बात की… शिवपाल ने सपाइयों को आपसी गुटबंदी दूर करने की नसीहत दी…
जीहां गुटबंदी सपा में एक ऐसी समस्या है… जिसकी वजह से जहां जीत की संभवानाएं होती भी है… वहां सपा हार जाती है… शिवपाल ने इसे डिकोड किया… हार की वजह के लिए इसे जिम्मेदार माना,… अब कार्यकर्ताओं को कह रहे हैं… सबको इस पर काम करना है… इससे दूर रहना है… शिवपाल कह रहे हैअगर समाजवादी गुटबंदी खत्म कर दें तो उनसे ताकतवर कोई नहीं है… समाजवादी पार्टी इस समय लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुटी है… पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव जिलों में शिविरों के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करने की तैयारी में हैं…वहीं, शिवपाल यादव भी जिलों में कार्यकर्ताओं को एकजुट होने का संदेश देखे दिख रहे हैं…
शिवपाल कह रहे हैं… कोई भी समस्या या सुझाव है तो अपनी बात खुलकर प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष से कहें… अगर एकाध बार बात नहीं सुनी गई तो बार-बार कहिए… आपका हक है कहने का, आप डरिए नहीं…हम सब मिलकर भाजपा को भगा देंगे… आप अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दीजिए… आप जैसे ही मोर्चा खोलेंगे ये डर जाएंगे…तो साफ शिवपाल यादव को कार्यकर्ताओं को मोटिवेट कर रहे हैं… जो कमियां है उसे अपने आला अधिकारियों को बताने का संदेश दे रहे हैं… ताकि सपाईयों में 2024 को लेकर जोश और उत्साह बना रहे हैं…