Sonia-Rahul के अमेठी-रायबरेली में सपा क्यों उतारेगी उम्मीदवार ? Akhilesh Yadav ने असल वजह बताई…सपाईयों का सीना गर्व से हुआ चौड़ा…

अखिलेश ने दिल की बात कही… क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सुनी
2024 में अमेठी और रायबरेली पर अखिलेश की खरी-खरी बात… क्या राहुल-प्रियंका के दिल को लगी
अमेठी-रायबरेली से उम्मीदवार उतारने का सपा का प्लान तय… अखिलेश ने खुलासा कर दिया… क्यों उतारेंगे उम्मीदवार ?

2024 के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के दिल में क्या है… किस रणनीति से बीजेपी का करेंगे… कौन कौन उनके दोस्त होंगे… और किनकी दोस्ती से किनारा कर लिया है… इस पर अखिलेश ने सीधी बात कह दी… लेकिन चौंकाने वाली बात ये रही कि इस बार कांग्रेस को अमेठी और रायबरेली में वॉक ओवर देने के मूड में अखिलेश नहीं हैं… तो अखिलेश ने ये फैसला क्यों लिया… क्या सिर्फ इसलिए कांग्रेस और बीजेपी की राजनीति को अखिलेश एक ही मानकर चल रहे हैं… या फिर इसे आगे हैं… अखिलेश ने जो बयान दिया है… उससे तो लगता वो सोनिया, राहुल, प्रियंका और गांधी परिवार की राजनीति की शैली से दुखी है… हताश हैं… हैरान हैं… और इसलिए अब इग्नोर करने के मूड में नहीं हैं… तो ऐसा अमेठी और रायबरेली में क्या हुआ… क्या होता रहा… जो अखिलेश के दिल को चोट कर गया… किस वजह से अखिलेश अब करीब करीब अमेठी और रायबरेली से सपा उम्मीदवारों को खड़ा करने का मन बना लिया है… राहुल की राजनीति से आखिर अखिलेश का दिल क्यों टूटा… सोनिया और प्रियंका की राजनीति से क्यों मोह भंग हुआ… अखिलेश की जुबानी आपको सुनाएंगे… बस एक मिनट बाद ये खुलासा हो जाएगा…. आखिर सपा अमेठी-रायबरेली से क्यों उम्मीदवार को उतारेगी…

कोलकाता में ममता बनर्जी से मुलाकात के एक दिन बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आने वाले दिनों में विपक्षी गठबंधन के आकार पर राय रखी… 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी खिलाफ में क्षेत्रीय पार्टियों की एकता को लयबद्ध करने की कोशिश को उन्होंने अपने तरीके से बताया… हालांकि, इस प्रस्तावित विपक्षी मोर्चे में कांग्रेस की भूमिका पर यादव ने दो टूक कह दिया… कि कांग्रेस को तय करना है…कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है.. इसलिए अपनी भूमिका के तहत बीजेपी से मुकाबला करें… और जो मोर्चा बनेगा… उसमे क्षेत्रीय दल रहेंगे… सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से विपक्षी गठबंधन या मोर्चा बनाने का प्रयास जारी है…इसलिए वो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की विपक्षी एकता को लेकर किए प्रयासों पर उन्हें साधुवाद दे रहे हैं… अखिलेश विश्वास के साथ कह रहे हैं… आने वाले दिनों में एक विपक्षी गठबंधन आकार लेगा, जो बीजेपी के खिलाफ लड़ेगा…

कोलकाता में पत्रकारों ने अखिलेश से सवाल किया… क्या वो कांग्रेस और भाजपा को एक ही जैसा मान रहे हैं.. जिसपर अखिलेश का जवाब आया… अलग अलग राज्यों में क्षेत्रीय दल हैं जो भगवा खेमा से लड़ रहे हैं… लेकिन इसी बीच जब पत्रकारों ने कहा कि जेडीयू आरजेडी और डीएमके जैसे क्षेत्रीय दल विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस को शामिल करना चाहते हैं, तो यादव ने कहा कि इन सब पार्टियों का पहले से ही कांग्रेस से गठबंधन है…यह बड़ी लड़ाई का सवाल है और कांग्रेस खुद इस लड़ाई में अपनी भूमिका तय करेगी… इसी दौरान अखिलेश ये पूछा गया… क्या उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेगी… जिसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता है…. इस पर अखिलेश ने कुछ इस तरह से जवाब दिया…

अखिलेश कह रहे हैं… अमेठी में सपा कार्यकर्ता मारे जा रहे हैं… समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सवाल कर रहे हैं कि उनके लिए कौन लड़ेगा… वहां समाजवादी कार्यकर्ता हैं जो एक-दूसरे का समर्थन कर रहे हैं… कांग्रेस कार्यकर्ता हमारे समर्थन में नहीं आ रहे हैं… कांग्रेस नेता सोनिया गांधी रायबरेली से सांसद हैं, जबकि उनके बेटे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को 2019 के लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अमेठी में हरा दिया था… अखिलेश के बयान से साफ पता चलता है… कि उन्हें दर्द हैं… कि अमेठी और रायबरेली में सपाईयों के साथ जो कुछ हो रहा है… उसको लेकर कांग्रेस के आला नेताओं से से लेकर कार्यकर्ताओं का रवैया ठीक नहीं रहा… सपाईयों के राजनीतिक हितों की रक्षा के लिए अब अखिलेश ने इरादा कर लिया है… रायबरेली और अमेठी से उम्मीदवार उतारें