आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) पर टोल शुरू हो जाएगा। इसका टेंडर फाइनल हो चुका है। लेकिन, सराय काले खां से यदि कोई डासना तक डीएमई से आता है तो उसे टोल नहीं देना पड़ेगा। डासना के पास निकासी वाले स्थान पर एनएचएआई ने टोल वसूली के कोई बैरियर नहीं लगा हुआ है। यहां पर गाजियाबाद और नोएडा के लोग यहां से उतरकर बिना टोल दिए हुए ही आवागमन कर सकते हैं।

यदि सराय काले खां से चढ़ते हैं तो आप भोजपुर, रसूलपुर-सिकरोड और मेरठ तक जाते हैं तो पूरे सफर का टोल यहां पर वसूला जाएगा। यहां पर टोल बैरियर लगा हुआ है। फास्टैग है तो तुरंत खुल जाएगा। यदि फास्टैग नहीं है तो दोगुना टोल देने के बाद गेट को मेनुअल खोला जाएगा। मेरठ से आते हैं और डासना से निकलते हैं तो टोल का भुगतान करना होगा।

स तरफ टोल बैरियर लगा हुआ है। मालूम हो कि एनएचएआई ने पहले ही एनएच-9 पर चलने वाले लोगों को टोल फ्री कर रखा है। अब डीएमई भी डासना तक टोल फ्री हो जाएगा तो एनएच-9 पर जाम कम हो जाएगा। क्योंकि टोल की डर की वजह से लोग डीएमई पर जाने से बचेंगे।

जगह नहीं होने पर नहीं लगा टोल बैरियर
एनएचएआई के अधिकारी बताते हैं कि डासना के पास जहां पर डीएमई की निकासी दी गई है वहां पर जगह कम थी। इसकी वजह से वहां पर टोल बैरियर नहीं लगाया गया है, लेकिन यहां पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर लगा हुआ है। मंत्रालय को यह आपत्ति है कि जिन वाहनों में फास्टैग नहीं होगा, उनसे यहां पर कैसे वसूली होगी। इसलिए फिलहाल डासना तक टोल वसूली का फैसला रोका गया है। इसलिए टोल के रेट लिस्ट में डासना तक टोल लिए वसूली का मंत्रालय की तरफ से कोई जिक्र नहीं किया गया है। भोजपुर, रसूलपुर-सिकरोड और काशीपुर में वसूली का रेट तय कर दिया गया है।

ई-चालान काटने का बन रहा है नियम
अधिकारी बताते हैं कि अभी तक चालान काटने का अधिकारी ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ के पास है। लेकिन, नियम बनाया जा रहा है कि भविष्य में एनएचएआई भी बिना फास्टैग वाले वाहनों के लिए ई-चालान काट सकेगा। यह नियम जब बन जाएगा तब डासना वाले निकासी पॉइंट से टोल वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। यहां पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर लगा हुआ है। जिन वाहनों पर फास्टैग नहीं होगा उनका ई-चालान काटा जाएगा।

मंत्रालय की हरी झंडी मिलते ही शुरू होगा टोल
एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे की टोल वसूली का टेंडर फाइनल कर दिया गया है। टोल प्लाजा का ट्रायल भी हो चुका है। मंत्रालय से हरी झंडी मिलते ही टोल वसूली की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा