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UP Board के छात्र रहें तैयार ! इस वजह से रिजल्ट के लिए करना पड़ा सकता उन्हें लंबा इंतजार

बाराबंकी, खीरी, हाथरस, महराजगंज, शाहजहांपुर, अम्बेडकर नगर, बलिया, चंदौली, चित्रकूट, देवरिया, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, हमीरपुर, कानपुर देहात, कुशीनगर, ललितपुर, महोबा, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र एवं अमेठी कोरोनाकाल में यूपी के ये वो जिले हैं जो ग्रीन जोन में आते हैं, जहां शिक्षकों के विरोध के बाद यूपी सरकार ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों की कॉपियां जांचने का आदेश दिया । लेकिन इसके साथ ही जो बुरी खबर है कि क्योंकि ऑरेंज और रेड जोन में छात्रों की कॉपियों का मूल्यांकन शुरू नहीं हुआ ।इसलिए हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परिणाम के लिए छात्रों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है ।

क्यों करना पड़ेगा लंबा इंतजार ?

जैसा कि जानते है यूपी बोर्ड (UP Board) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परिणाम पर कोरोना का ग्रहण लगा । अब लॉकडाउन में शिक्षकों के विरोध के बाद लाखों छात्रों का इंतजार और बढ़ने की उम्मीद है ।शिक्षकों ने कोरोना खतरे को देखते हुए इसका विरोध किया है ।

विरोध कर रहे शिक्षकों का तर्क

शिक्षकों का कहना है कि लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बावजूद शिक्षकों को मूल्यांकन के लिए बुलाना उचित नहीं है । इसी वजह से सरकार ने ये फैसला लिया कि अब ग्रीन जोन के 19 जिलों में कॉपियां जांची जाएंगी । ऐसे में लाखों छात्रों की कॉपियों को जांचने में ज्यादा वक्त लगेगा और रिजल्ट आने में भी देरी होगी ।

घर में हो कॉपियों की चेकिंग

राजकीय शिक्षक संघ के मुताबिक मूल्यांकन केंद्र पर जाकर कॉपी जांचना जोखिम भरा है । साथ ही कई महिला शिक्षिकाओं के पास अपना वाहन नहीं है । लॉकडाउन की वजह से सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह बंद हैं । ऐसे में शिक्षकों के घर कॉपी भेजकर मूल्यांकन करवाना ही बेहतर होगा ।

4 करोड़ कॉपियों की चेकिंग

बता दें कि 4 करोड़ कॉपियों की चेकिंग 16 मार्च से शुरू की गई थी, लेकिन दो दिन बाद ही कोरोना वायरस महामारी की वजह से इस पर रोक लगा दी गई । मूल्यांकन की प्रक्रिया को 10 दिनों के अंदर पूरा करना था । बोर्ड की कोशिश है कि जून के पहले हफ्ते तक रिजल्ट की घोषणा कर दी जाए । लेकिन शिक्षकों के विरोध की वजह से और ज्यादा इन्तजार करना पड़ सकता है ।ये भी जान लीजिए यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार 56 लाख सात हजार 118 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं । इस बार की परीक्षा में हाईस्कूल में 30 लाख 22 हजार 607 परिक्षार्थी, तो वही इंटर में 25 लाख 84 हजार 511 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं ।

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