Sudan में फंसे नंद किशोर की रुला देने वाली कहानी | देखिए…फोन पर बात करते करते ये क्या हो गया ?
गृहयुद्ध में जल रहा है सूडान…उत्तराखंड के नंदकिशोर ने बताया ‘प्लान’
न खाने को है न पीने को पानी…नंदकिशोर की रुला देने वाली कहानी पत्नी से फोन पर कर रहे थे बात…और फिर कट गया फोन…बिगड़ गए हालात सूडान में क्यों छिड़ी है आपसी जंग…देवभूमि के कई लोग है तंग
पहले यूक्रेन और रसिया के बीच संग्राम छिड़ा अब सूडान में जो खतरा आया है..इससे साबित होता है कि..दुनिया में कुछ बड़ा होने वाला है…इस गृहयुद्ध में कई परिवारों के ऊपर खतरा मंडरा रहा है…लोग सोचने को मजबूर हैं कि अगर वो किसी को विदेश पढ़ाई के लिए भेजेंगे तो कैसे भेंजे….हालात बिगड़ने जा रहे हैं क्योंकि भारत को भी उस गृहयुद्ध से काफी नुकसान होने वाला है…सूडन में छिड़े हमले पर हमले की तस्वीरें सिर्फ एक तस्वीर नहीं बल्कि उजड़ते परिवार और टूटते बिखरते देश की तकदीर है…इसिलिए इस राहत से बचने की गुजारिश की जा रही है…लेकिन किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा है….सूडान की राजधानी खार्तूम और देश के अन्य हिस्से में ज़िंदगी ने बीते हफ़्ते अचानक नया मोड़ ले लिया जब इस अफ़्रीकी देश पर कब्ज़े को लेकर दो सैन्य बल आपस में भिड़ गए..एक समय तो साथ साथ काम किया..लेकिन अब अचानक इस मोड में आ गए हैं कि…एक दूसरे को खत्म करने को आमादा हैं…लेकिन इस युद्ध में जहां भारत अपने फंसे लोगों को वापस ला रहा है..तो वहीं उत्तराखंड के कई लोग अभी भी सूडान में फंसे हैं….उत्तराखंड के फंसे लोगों का परिवार सरकार से उम्मीद लगाए बैठा है..न रात को किसी को नींद आ रही है और न ही दिन में किसी को उम्मीद दिख रही…ऐसे में परिवार लगातार अपनों की चिंता में डूबा है…वो समझ नहीं पा रहा है कि..आखिर कब उसके लोग आएंगे….उत्तराखंड के फंसे लोगों को लाने के लिए बेबस परिवार भी टकटकी लगाए सरकार की से राहत कार्य निहार रहा है…कि शायद किसी भी वक्त उसका अपना खून आ जाए…सूडान में छिड़े गृहयुद्ध को लेकर भी लोग चिंतित हैं….लोग सोच रहे हैं कि…किसी न किसी पल उम्मीद की किरण जगेगी और कोई आकर कहेगा कि..उनका बेटा या उनका परिवार सुरक्षित भारत आ रहा है….
सूडान में उत्तराखंड के फंसे लोगों की राह तलाश रहा परिवार
सू़डान में छि़ड़ा गृह युद्ध धीरे धीरे बढ़ता जा रहा है…जैसे जैसे युद्ध गंभीर हो रहा तो प्रदेश के परिवारों का भी दर्द बढ़ता जा रहा है….सूडान में चल रहे गृहयुद्ध ने उत्तराखंड के कई परिवारों की चिंता बढ़ा दी है….उत्तराखंड के कुल 7 लोग सूडान में फंसे हैं….जिनसे परिवार का कोई संपर्क तक नहीं हो पा रहा है…बीते 21 अप्रैल से परिवार उम्मीद में बैठा है कि…किसी का कॉल आ जाए…लेकिन ऐसा नहीं हो रहा…क्योंकि उधर से किसी से संपर्क नहीं हो पा रहा है….परिवार वाले केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं….पुलिस ने उन लोगों के बारे में केंद्र सरकार को सूचना दे दी है…जो अपनों के पास लौटकर नहीं आ पा रहे…. सूडान में फंसे लोगों में देहरादून के रहने वाले नंदकिशोर भी शामिल हैं….देहरादून में रहने वाले नंद किशोर से उनके परिजन बीते तीन दिन से संपर्क नहीं कर पाए हैं….परिजनों ने बताया कि आखिरी बार नंद किशोर ने 21 अप्रैल को फोन किया था…..उन्होंने पत्नी को बताया था कि सूडान में खाने-पीने की दिक्कत शुरू हो गई है…..बातचीत पूरी भी नहीं हुई थी कि तभी फोन कट गया….64 साल के नंद किशोर को बीते 20 मार्च को गुजरात के ठेकेदार ने 6 लोगों के साथ सूडान के खारतून भेजा था….. तब से वो हफ्ते में दो-तीन बार परिवार से बात करते रहते थे…..21 अप्रैल के बाद से उनका परिवार से संपर्क नहीं हो सका है….नंद किशोर की पत्नी सुनीता ने डीएम से भी मुलाकात की है….सांसद रमेश पोखरियाल निशंक भी नंद किशोर के परिवार से मिलने पहुंचे और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया…..उन्होंने कहा कि नंद किशोर जल्द भारत लौट आएंगे….