मैं क्रांतिकारियों की काशी हूं, मैं हूं झांसी, मैं हूं झांसी
पीएम मोदी ने कहा कि इस धरती पर आकर मुझे एक विशेष अनुभूति होती है। इसी भाव से, मैं झांसी को नमन करता हूं। वीर वीरांगनाओं की धरती बुंदेलखंड को सिर झुकाकर प्रणाम करता हूं। यह झांसी, रानी लक्ष्मीबाई की ये धरती बोल रही है। मैं तीर्थ स्थली वीरों की। मैं क्रांतिकारियों की काशी हूं। मैं हूं झांसी, मैं हूं झांसी।

रानी लक्ष्मीबाई के पास अंग्रेजों के बराबर संसाधन होते, तो इतिहास कुछ और होता
पीएम ने कहा कि मेरे पीछे ये ऐतिहासिक झांसी का किला है। ये जीता जागता गवाह है कि भारत कभी कोई लड़ाई शौर्य और वीरता की कमी से नहीं हारा। रानी लक्ष्मीबाई के पास अंग्रेजों के बराबर संसाधन होते। तो देश का आजादी का इतिहास कुछ और होता। हमारे सैनिक स्कूलों से रानी लक्ष्मीबाई जैसी बेटियां निकलेंगी। 33 स्कूलों में बेटियों के एडमिशन भी शुरू हो चुके हैं।

पीएम मोदी ने सलामी ली।

रक्षामंत्री बोले-अब भारत 70 देशों में सैन्य हथियार निर्यात कर रहा

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डीआरडीओ यूपी में स्टार्टअप को भी सहयोग कर रहा है। ब्रह्मोस मिसाइल को बनाने के लिए यूपी को चुना गया है। पहले 65 से 70 प्रतिशत सैन्य हथियार विदेशों से खरीदे जा रहे थे। अब 65 प्रतिशत हथियार भारत में बन रहे हैं।

अब भारत 70 देशों में सैन्य हथियार निर्यात कर रहा है। यह बदलती सूरत है। विदेशी निर्भरता को खत्म किया जा रहा है। रक्षामंत्री ने गुरुनानक जयंती और रानी लक्ष्मीबाई जयंती एक साथ मनाए जाने का जिक्र किया। कहा कि झांसी में इस आयोजन के पीछे रानी लक्ष्मीबाई की प्रेरणा भी है।

सीएम योगी बोले-डिफेंस कॉरिडोर से बढ़ेंगी नौकरियां
सीएम यूपी योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई की वीरता आज भी प्रेरणा देती है। दो डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में एक यूपी को मिला है। इससे यूपी में नौकरी की संभावनाएं बढ़ेंगी। झांसी को 3425 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी जा रही है। ग्रीन एनर्जी का अभियान पीएम मोदी ने शुरू किया था। 600 मेगावाट सोलर प्लांट की आधारशिला रखी गई है। जय जवान जय किसान को साकार करने के लिए पीएम मोदी बुंदेलखंड की धरती पर आए हैं।

सेना को लाइट कॉम्बेट हेलिकॉप्टर सौंपते पीएम मोदी।

राज्यपाल और रक्षा राज्यमंत्री भी मंच पर रहे मौजूद
इस दौरान यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, देश के रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, गृह राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह और झांसी के सांसद अनुराग शर्मा भी मौजूद थे। इनके साथ रक्षा सचिव डा. अजय शंकर, सेना के सबसे बड़े अधिकारी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल विपिन कुमार रावत, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी व नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मवीर सिंह भी कार्यक्रम में थे।

मंच पर मौजूद पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और यूपी सीएम आदित्यनाथ योगी।

पीएम ने महोबा में कहा-बुंदेलखंड के विकास के काम रुकने वाले नहीं

पीएम झांसी से पहले महोबा में थे। उन्होंने जनसभा में कहा कि बुंदेलखंड के विकास के काम रुकने वाले नहीं हैं, लोग चाहे जितनी हाय तौबा मचा लें। हम गुजरात के कच्छ जैसी सफलता के लिए बुंदेलखंड में भी जुटे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पुरानी सरकारों ने बुंदेलखंड के साथ जैसा बर्ताव किया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।

हमारी प्राथमिकता में किसानः मोदी
मोदी ने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि से हमने अब तक 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपए सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे हैं, जबकि परिवारवादियों की सरकारें किसानों को सिर्फ अभाव में रखना चाहती थीं। वो किसानों के नाम से घोषणाएं करते थे, लेकिन किसान तक पाई भी नहीं पहुंचती थी।

पीएम ने कहा कि केन-बेतवा लिंक का समाधान भी हमारी ही सरकार ने निकाला है, सभी पक्षों से संवाद करके रास्ता निकाला है।

गुजरात का दिया उदाहरण
मोदी ने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि मैं जिस गुजरात से आता हूं, वहां की जमीनी हकीकत कुछ और है। पहले के गुजरात की परिस्थितियां बुंदेलखंड से बिल्कुल अलग नहीं थी, इसलिए आपकी तकलीफ को समझता हूं। आज गुजरात में रेगिस्तान तक भी पानी पहुंच रहा है। जैसी गुजरात में सफलता वैसी ही सफलता के लिए बुंदेलखंड में जुटे हुए हैं। मेरे गुजरात में कच्छ में लगातार पलायन हो रहा था, लेकिन जब मुझे सेवा करने का मौका मिला। आज कच्छ तेज गति से आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश के कई इलाकों के लोग कच्छ आ रहे हैं। मैं अपने अनुभव से कहता हूं कि हम बुंदेलखंड को फिर से नई ताकत दे सकते हैं।

बेटियां ब्याहने से कतराते थे लोग
पीएम मोदी ने कहा कि यह पानी की समस्या दशकों पुरानी है, इस वजह से पलायन होता है। उन्होंने सवाल किया कि क्या लोगों को पता है कि समय के साथ यही क्षेत्र पानी की चुनौतियों और पलायन का केंद्र कैसे बन गया? क्यों इस क्षेत्र में लोग अपनी बेटी को ब्याहने से कतराने लगे? क्यों यहां की बेटियां पानी वाले क्षेत्र में शादी की कामना करने लगीं? इन सवालों के जवाब महोबा के लोग, बुंदेलखंड के लोग जानते हैं।

मोदी के भाषण की बड़ी बातें…

  • मोदी बोले- मैं जिस गुजरात से आता हूं, वहां की जमीनी हकीकत कुछ और है। पहले के गुजरात की परिस्थितियां बुंदेलखंड से बिल्कुल अलग नहीं थी, इसलिए आपकी तकलीफ को समझता हूं। आज गुजरात में रेगिस्तान तक भी पानी पहुंच रहा है। जैसी गुजरात में सफलता वैसी ही सफलता के लिए बुंदेलखंड में जुटे हुए हैं।
  • मेरे गुजरात में कच्छ में लगातार पलायन हो रहा था, लेकिन जब मुझे सेवा करने का मौका मिला, आज कच्छ तेज गति से आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश के कई इलाकों के लोग कच्छ आ रहे हैं। मैं अपने अनुभव से कहता हूं कि हम बुंदेलखंड को फिर से नई ताकत दे सकते हैं।
  • पिछली सरकारों ने प्रदेश में काम नहीं किया। योगी सरकार ने परियोजना पर काम किया। पहले की सरकारों ने सिर्फ अपना भला चाहा। 2017 में योगी सरकार आने के बाद अर्जुन सहायक परियोजना पर काम शुरू किया गया। बुंदेलखंड की धरती पर कई बदलाव हुए। पानी को हमेशा प्राथमिकता देनी चाहिए। माफिया पर यूपी में बुलडोजर चल रहा है। पहले जंगल माफिया के हाथ में था।
  • बुंदेलखंड को लूटकर पहले की सरकार चलाने वालों ने अपने परिवार का भला किया। आपका परिवार बूंद-बूंद के लिए तरसता रहे, इससे उनको कोई सरोकार नहीं रहा। समय के साथ यही क्षेत्र पानी की चुनौतियों और पलायन का केंद्र कैसे बन गया? क्यों इस क्षेत्र में लोग अपनी बेटी को ब्याहने से कतराने लगे, क्यों यहां की बेटियां पानी वाले क्षेत्र में शादी की कामना करने लगीं। इन सवालों के जवाब महोबा के लोग, बुंदेलखंड के लोग जानते हैं।
  • केन-बेतवा लिंक का समाधान भी हमारी ही सरकार ने निकाला है, सभी पक्षों से संवाद करके रास्ता निकाला है। मैंने दशकों तक बुंदेलखंड के लोगों ने लूटने वाली सरकारें देखीं हैं। पहली बार बुंदेलखंड के लोग, यहां के विकास के लिए काम करने वाली सरकार को देख रहे हैं। वो उत्तर प्रदेश को लूटकर नहीं थकते थे, हम काम करते-करते नहीं थकते हैं।
  • बुंदेलखंड के विकास के काम रुकने वाले नहीं हैं, लोग चाहे जितनी हाय तौबा मचा लें। बुंदेलखंड के साथ जैसा बर्ताव किया गया, उसे कभी भूल नहीं सकते हैं।
  • बीते 7 सालों में हम कैसे सरकार को दिल्ली के बंद कमरों से निकालकर देश के कोने-कोने में ले आए हैं, महोबा उसका साक्षात गवाह है। ये धरती ऐसी योजनाओं, ऐसे फैसलों की साक्षी रही है, जिन्होंने देश की गरीब माताओं-बहनों-बेटियों के जीवन में बड़े और सार्थक बदलाव किए हैं।
  • यहां से पूरे देश के लिए उज्ज्वला योजना की दूसरे चरण की शुरुआत की थी। कुछ साल पहले यहीं से मुस्लिम बहनों से वादा किया था कि तीन तलाक की परेशानी से मुक्ति दिलाकर रहूंगा, वह वादा पूरा हो चुका है। अर्जुन सहायक परियोजना जल संरक्षण का एक बेहतरीन उदाहरण है।
  • गुलामी के उस दौर में भारत में नई चेतना जगाने वाले गुरुनानक देव जी का आज प्रकाश पर्व भी है। मैं देश और दुनिया के लोगों को गुरु पूरब की भी शुभकामनाएं देता हूं। आज ही भारत की वीर बेटी, बुंदेलखंड की शान, वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती भी है।
  • सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड का पराक्रम दुनियाभर में जाना जाता है। आज बुंदेलखंड आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। हर घर नल की योजना के माध्यम से पेयजल की समस्या का समाधान हो रहा है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस की भी सौगात मिलने वाली है।
  • 2014 में करिश्माई नेतृत्व मिला है। बुंदेलखंड की सूखे की समस्या का समाधान होना एक सपना था। अर्जुन सहायक परियोजना से पानी की पूर्ति होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्जुन बांध का लोकार्पण किया। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम स्थल में जाने से पहले अर्जुन सहायक परियोजना के प्रोजेक्ट को देखा। उनके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी रहीं।
सिंचाई व पेयजल की किल्लत को दूर करने के लिए बांधों को आपस में जोड़कर अर्जुन सहायक परियोजना तैयार की गई है। यह कुछ नदी जोड़ो परियोजना की तरह है। इसे पूरा होने में 12 साल लगे, हालांकि अभी भी काम अधूरा है।
सिंचाई विभाग के आंकड़ों के अनुसार, बुंदेलखंड के महोबा, हमीरपुर व बांदा जिलों के 168 गांवों के लगभग डेढ़ लाख किसानों को परियोजना का सीधा लाभ मिलेगा, जबकि चार लाख लोगों को पेयजल सुविधा का लाभ मिलेगा।

अर्जुन बांध के बारे में जानें

  • साल 2009 में केंद्र सरकार और यूपी सरकार की ओर से अर्जुन सहायक परियोजना कार्य शुरू हुआ।
  • करीब 2593.93 करोड़ का खर्च आया।
  • इसकी डेडलाइन दिसंबर 2021 थी, लेकिन इसका लोकार्पण पहले किया जा रहा। अभी कार्य अधूरा है।
  • अर्जुन बांध से तीन जिलों के 168 गांवों को फायदा पहुंचेगा।
  • यह दावा किया जा रहा है कि शुद्ध पीने का पानी भी मिलेगा।
  • 1.5 लाख से ज्यादा किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।
  • बांदा, महोबा और हमीरपुर के किसानों के लिए खेती-किसानी आसान हो जाएगी।
  • बारिश का पानी वेस्ट नहीं होगा, बल्कि उसका अब सही उपयोग होने लगेगा।
  • इस परियोजना के जरिए 15000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई हो सकेगी
पीएम मोदी को लाइट एंड साउड शो के जरिए रानी की गौरव गाथा दिखाई जाएगी। किले को भव्य तरीके से सजाया गया है।
प्रधानमंत्री के सभा स्थल के आसपास सिर्फ सेना का पराक्रम व शौर्य दर्शाते होर्डिंग्स लगाए गए हैं।

खुली जिप्सी में किले के प्रमुख स्थल को करीब से देखा
महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर रक्षा मंत्रालय और राज्य सरकार के समन्वय से झांसी में मनाया जा रहा राष्ट्र रक्षा पर्व बुधवार से शुरू हो चुका है। उत्सव के समापन समारोह में पीएम मोदी झांसी पहुंचे थे। प्रधानमंत्री ने खुली जिप्सी में झांसी किले के प्रमुख स्थलों को भी करीब से देखा।