UP Police के बीच ‘Thakur 008’ की चर्चा | Umesh Pal murder case का एक अहम किरदार…

यूपी पुलिस के बीच ‘Thakur 008’ की चर्चा… संभाल रखा है मोर्चा !
आखिर कौन है ‘Thakur 008’ … जिसके चक्कर में उलझी यूपी पुलिस
उमेश पाल हत्याकांड का एक अहम किरदार… ‘Thakur 008’ पर सस्पेंस अब भी बरकरार

उमेशपाल हत्याकांड को गुजरे महीने बीत गए… अतीक का साम्राज्य ढह गया… अतीक, उसका छोटा भाई अशरफ और उसका बेटा असद मिट्टी मिल गया… 4 बेटों में दो जेल में हैं… और दो बाल सुरक्षा गृह में… पत्नी शाइस्ता परवीन औऱ बमबाज गुड्डु मुस्लिम भागे भागे फिर रहा है… लेकिन इनसे सबके बीच जांच पड़ताल पुलिस के सामने ‘Thakur 008’ सामने है… पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने का प्रयास कर रही है… लेकिन गुत्थी है कि उलझी हुई है… पुलिस के सामने बहुत बड़ा सवाल खड़ा हो गया है… सवाल ये कि आखिर @thakur008 कौन है? कस्टडी रिमांड के दौरान खान शौलत हनीफ के आईफोन में यह फेसटाइम आईडी मिली है… हनीफ ने पुलिस को बताया कि उमेश पाल की हत्या की प्लानिंग में शामिल सभी लोग आईफोन के फेसटाइम से ही बात करते थे। खान शौलत हनीफ अपनी फेसटाइम आईडी advo10 से अतीक अहमद की आईडी bade006 और अशरफ की फेसटाइम आईडी chote007 से बात करते थे… एक अन्य फेसटाइम आईडी thakur008 से भी खान शौलत हनीफ की लगातार बात हुई है… इस आईडी को हनीफ ने अतीक अहमद के चौथे नंबर के लड़के नाबालिग अहजम की बताई जा रही है… हालांकि, पुलिस इसको लेकर पूरी तरह से संतुष्ट नहीं दिख रही है… इस पूरे मामले में पूछताछ की जा रही है…
फेसटाइम आईडी भले ही अल्फान्यूमेरिक हो, पर हर आईडी के पहले शब्द का सीधा संबंध उस व्यक्ति से जुड़ रहा, जिसकी फेसटाइम आईडी बनाई गई… जैसे वकील खान शौलत हनीफ की फेसटाइम आईडी का पहला शब्द adv है, जिसका सीधा मतलब उनके वकील होने से जुड़ रहा है… वहीं, अतीक अहमद सबसे बड़ा था तो उनकी फेसटाइम आईडी का पहला शब्द bade है… असरफ छोटा था तो उनकी फेसटाइम आईडी का पहला शब्द chote है… शूटर अरमान बिहार से जुड़ा था तो उसकी फेसटाइम आईडी का पहला शब्द bihar है…

पुलिस को अभी तक जो इनपुट मिले है उसके हिसाब से thakur शब्द का सीधा रिश्ता किसी बड़े अहम कैरेक्टर से है… उसके बारे में कहा जा रहा है कि वो उमेश पाल हत्याकांड का मास्टरमाइंड हो सकता है… दावा ये भी किया जा रहा है कि ये आईडी अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन या गुड्डू मुस्लिम की हो सकती है… साथ ही, कयास इस बात के भी लगाए जा रहे हैं कि thakur008 फेसटाइम आईडी उस बड़े सफेदपोश की भी ही सकती है, जिससे साबरमती जेल से अतीक अहमद बार-बार संपर्क करने की कोशिश कर रहा था… उसने दूसरे नंबर पर भी कॉल भी किया था, लेकिन सफेदपोश ने कॉल कट कर दी थी… अब thakur008 फिर से एक बार पहेली बनकर खड़ी हो गई है… भले ही पुलिस इस फेसटाइम आईडी thakur008 को खान शौलत हनीफ के बयान के आधार पर अतीक अहमद के चौथे नंबर के नाबालिग बेटे अहजम की बताकर आगे जांच बढ़ा दे… लेकिन पुलिस के सामने बड़ा सवाल यही है कि आखिर thakur शब्द का सीधा जुड़ाव किस अहम अंडरग्राउंड शख्स से है..अब इस गुत्थी को सुलझाने के लिए यूपी पुलिस अपने जेहन पर जोर डाल रही है…ठाकुर 008 को डिकोड करने में जुटी है… कि इसका किससे कनेक्शन है… किसके असल नाम का आईडी ठाकुर 008 है…