देवरिया, 1 मार्च : उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के एक स्कूली क्लर्क ने राज्य की बोर्ड परीक्षाओं में 12वीं के विद्यार्थियों को नकल कराने के लिए अपने घर को ही परीक्षा केंद्र बनाया हुआ था। पुलिस ने इस बात की जानकारी दी।
पुलिस ने कहा कि इस सिलसिले में ग्यारह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि आरोपी क्लर्क फरार है।
सूत्रों ने कहा कि क्लर्क जिस निजी स्कूल में कार्यरत था, वहां से कुछ दूरी पर स्थित उसके घर पर छापेमारी की गई। यहां से मुहरे लगी कई उत्तर पुस्तिकाएं मिली। नकल से बचने के लिए सुरक्षा के मद्देनजर मुहर का इस्तेमाल किया जाता है।
पुलिस ने कहा कि टेस्ट सॉल्वर्स की एक टीम मुहर लगी उत्तर पुस्तिकाओं पर काम करती, जिसे बाद में इन्हें विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं में जोड़ दिया जाता। अचानक से छापेमारी करने जब पुलिस क्लर्क के घर पर पहुंची, तो उन्होंने देखा की वहां कुछ लोग बैठकर प्रश्न हल कर रहे हैं और उनके पास प्रश्न पत्र भी मिला।
पुलिस ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया। इसमें लड़के और लड़कियां क्लर्क के घर में बैठे दिखाई दे रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि वह यहां क्या कर रहे हैं, एक लड़की ने कहा, हम परीक्षा के प्रश्न-पत्र हल कर रहे हैं।
पुलिस ने कहा कि वह इस बात को पहचानने की प्रक्रिया में है कि क्या स्कूल के अन्य कर्मचारी भी इसमें शामिल थे। कथित तौर पर पास कराने के लिए क्लर्क को रुपये देने वाले कम से कम दो छात्रों की पहचान कर ली गई है।
चपरासी के घर में लिखी जा रही थी कांपियां, 10 गिरफ्तार
जिले में शनिवार को भटनी थाना क्षेत्र के अंर्तगत एक विद्यालय में विज्ञान विषय की कापियां चपरासी के घर लिखे जाने की सूचना पाकर जिलाधिकारी और एसपी ने छापेमारी की। इस दौरान बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाएं लिख रहे 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक डा. श्रीपति मिश्र ने बताया कि भटनी के घांटी बाजार स्थित एक स्कूल में डीएम और एसपी के निरीक्षण में हाईस्कूल विज्ञान की परीक्षा में कापी पर बिना मुहर लगे ही परीक्षार्थी परीक्षा देते मिले। बाद में अधिकारियों ने इसी स्कूल के चपरासी के घर कापी लिखते पकड़ा।
उन्होंने बताया कि मौके से छह कपियां लिखी पकड़ीं गईं तथा भारी मात्रा में नकल सामग्री बरामद हुई। अधिकारियों ने कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया गया है। इसमें 4 महिला 6 पुरुष पकड़े गए हैं।
इस संबंध में देवरिया के जिलाधिकारी अमित किशोर ने बताया कि एक चपरासी के घर में बोर्ड परीक्षा की कापियों के लिखने की जानकारी मिली। उसके बाद पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। बड़े पैमाने पर नकल कराने के प्रमाण मिले हैं। आरोपितों के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की गई है।
उत्तर प्रदेश बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में करीब 56 लाख विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। राज्य सरकार ने मॉनिटरिंग यूनिट को सेट अप करने के साथ ही परीक्षा केंद्रों के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगाए हैं।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (यूपीएसईबी) ने 938 केंद्रों की पहचान संवेदनशील और 395 केंद्रों की पहचान अति-संवेदनशील के रूप में की है।