लखनऊ, 29 फरवरी : विधान परिषद में शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री एवं लोक निर्माण मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में और सभी विधायकों के क्षेत्र में बिना भेदभाव के काम हो रहा है। गुणवत्तापूर्ण सड़कें बन रही हैं।

उन्होंने कहा कि 2012 से 17 के बीच पांच वर्ष में 401़ 73 करोड़ का बजट रखा गया था। सरकार ने तीन वर्ष में 759 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। 21 हजार किमी से ज्यादा सड़कों पर मरम्मत कार्य किया जा रहा है।

सड़क दुर्घटनाएं गड्ढों से नहीं, बल्कि एक्सप्रेस-वे पर ज्यादा हो रही हैं, जो चिंता का विषय है। बजट में सात मीटर तक चौड़ी सड़क और वहां पड़नेवाले धार्मिक स्थलों को ठीक कर पानी की व्यवस्था और चालको के आराम की व्यवस्था की जा रही है। यूपी को उत्तम प्रदेश बनाना लक्ष्य है। सरकार ने सड़क सुरक्षा के लिए 139 करोड़ की व्यवस्था की है।

सदन में मौर्या की मौजूदगी में शिक्षक दल समेत समूचे विपक्ष के सदस्यों ने एक स्वर से अपने-अपने क्षेत्र में सड़कों की खराब स्थिति की बात कही। हालांकि यह मुद्दा कांग्रेस के दीपक सिंह एवं नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने शून्यकाल में उठाया था। उनका कहना था कि प्रदेश की सड़कें गड्ढायुक्त हैं। सड़कों पर चलना मुश्किल है, और सरकार हवाई बातें कर रही है।

कांग्रेस के दीपक सिंह ने कहा कि अमेठी की सड़कें और फ्लाईओवर की दशा बहुत खराब है। वहीं, नसीमुद्दीन ने कहा कि बांदा बाईपास के चारोतरफ की सड़क बदहाल है।

शिक्षक सदस्य ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने कहा कि गोरखपुर से बड़हलगंज तक की सड़कें खराब हैं। ओम प्रकाश शर्मा ने हस्तिनापुर और गढ़मुक्तेश्वर की सड़क दयनीय होने की बात कही तो सपा के मिस्बाहुद्दीन ने संडीला-कानपुर रोड पर कुछ हिस्सा लोक निर्माण विभाग द्वारा छोड़ दिए जाने की शिकायत की।

विधायक संजय लाठर, अमित यादव, रामवृक्ष यादव ने भी अपने-अपने क्षेत्र में खराब सड़कों की बात कही। सभी सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, बांदा बाईपास पर निर्माण कार्य शुरू है। सड़कों को गड्ढामुक्त करना हमारा संकल्प है। सड़कें सुंदर बन रही हैं। उन्होंने दीपक सिंह की तरफ तंज करते हुए कहा, आप अमेठी की सड़कें देख लेंगे तो प्रदेश को समझ लेंगे।

इससे पहले सपा के आनंद भदौरिया ने विधानसभा की तरह ही विधान परिषद के सदस्यों को भी दस-दस करोड़ रुपये के सड़क निर्माण प्रस्ताव देने के अधिकार की बात कही। इसका उपमुख्यमंत्री मौर्य ने तत्काल कोई उत्तर न देकर बाद में जानकारी देने की बात कही। इसपर अधिष्ठाता सुरेश त्रिपाठी ने कहा कि विधानमंडल के सभी सदस्यों का अधिकार समान है। किसी के विशेषाधिकार का हनन नहीं होना चाहिए।

सपा के नरेश चंद्र उत्तम, बलराम यादव, आनंद भदौरिया, वासुदेव यादव एवं अन्य सदस्यों ने गोरखपुर मेडिकल कालेज में बीमार बच्चों की जांच में जापानी इंसेफेलाइटिस की पुष्टि के बावजूद दूसरी बीमारी का इलाज किए जाने का अरोप लगाया। सपा सदस्य उदयवीर सिंह ने मेडिकल कालेज की जांच रिपोर्ट और बच्चों की इलाज संबंधी कागज सदन में रखते हुए कहा कि डाक्टर मरीजों का गलत इलाज आपराधिक प्रवृत्ति का मामला बनता है। आंकड़े न बिगड़े, इसलिए सरकार के इशारे पर डाक्टर गलत इलाज कर रहे हैं। राज्यमंत्री संदीप सिंह ने कहा, वहां बच्चों का मुफ्त इलाज हो रहा है।