राशन वितरण प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए राशन कार्ड में परिवार के मुखिया और सदस्यों के आधार नंबर लिंक कराए गए हैं। इसके आधार पर ही उन्हें राशन का वितरण किया जाता है। वहीं अब आधार नंबर के माध्यम से ही एनआईसी लखनऊ ने मैनपुरी जिले के साढ़े चार हजार लोगों की सूची तैयार की है। 

ये वे लोग हैं जो मैनपुरी में राशन लेने के साथ ही गैर प्रदेशों में भी राशन ले रहे हैं। दो जगह से राशन लिए जाने के मामले में गंभीरता दिखाते हुए ये सूची जिलापूर्ति अधिकारी मैनपुरी को भेजी गई है। इसे तत्काल रोकने के लिए जिलापूर्ति अधिकारी मोहम्मद क्यामुद्दीन अंसारी ने आदेश दिए हैं। सभी पूर्ति निरीक्षकों को सूची में शामिल उनके क्षेत्र के नामों को राशनकार्ड से डिलीट करने के आदेश दिए हैं। इसके बाद वे एक ही जगह से राशन ले पाएंगे।

  
लखनऊ से उपलब्ध कराई गई सूची में अधिकांश लोग दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में भी राशन ले रहे थे। हालांकि इनसे राशन की रिकवरी होगी या नहीं ये साफ नहीं हो सका है। 
राशनकार्डधारक की कराई जाएगी जांच 
एनआईसी लखनऊ से भेजी गई सूची के जो नाम किसी राशन कार्ड में बतौर सदस्य शामिल हैं वे तो तत्काल हटा दिए जाएंगे। वहीं कुछ नाम ऐसे हैं जो राशन कार्ड में बतौर मुखिया शामिल हैं। ऐसे में उनका नाम हटाने पर कार्ड ही निरस्त हो जाएगा। इससे परिवार के अन्य सदस्यों को भी राशन नहीं मिल पाएगा। इसे ध्यान में रखते हुए जिलापूर्ति अधिकारी ने ऐसे मामलों में जांच के बाद राशनकार्ड निरस्त करने के आदेश दिए हैं।  

केस एक  
रूमा कुमारी बरनाहल क्षेत्र के राशन डीलर अजय कुमार से राशन ले रही हैं। एनआईसी की सूची के अनुसार इनके द्वारा मध्यप्रदेश के भिंड जिले में भी राशन लिया जा रहा है। 

केस दो  
कप्तान सिंह बरनाहल क्षेत्र की राशन डीलर अनीता देवी से नियमित राशन ले रहे हैं। एनआईसी की सूची के अनुसार इनके द्वारा दिल्ली में उत्तर पूर्वी क्षेत्र से भी राशन लिया जा रहा है।