एटा के थाना सकीट क्षेत्र में शुक्रवार की रात गांव करमचंद पुर की महिला प्रधान के पति और उसके साथियों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। जमीन विवाद की सूचना पर पीआरवी के सिपाही गांव पहुंचे थे, तभी हमलावरों ने उन पर फायरिंग कर दी। सिपाहियों ने गड्ढे में छिपकर अपनी जान बचाई। घटना की सूचना मिलते ही थाने की फोर्स मौके पर पहुंची। पुलिस ने मौके से कारतूस के खोखे और शराब की खाली बोतलें बरामद की हैं। 

गांव करमचंद्र पुर निवासी विजय सिंह ने प्रधान पति सहित पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को ग्राम प्रधान के पति सुधीर कुमार ने लेखपाल से चकरोड की पैमाईश कराई है। उस वक्त विजय सिंह और उसके परिवार के लोग घर पर नहीं थे। जब शाम को वे लोग घर आए तो पता चला कि उनके खेत में चकरोड डाला जा रहा है। 

पीड़ित ने बुलाई थी पुलिस 

विज सिंह अपने पुत्र प्रेमचंद्र और सूबेदार के साथ खेत पर पहुंचे। उन्होंने चकरोड डालने से मना किया। आरोप है कि प्रधान पति व अन्य लोगों ने उन्हें गाली गलौज करते हुए धमकाकर भगा दिया। पीड़ित ने 112 नंबर कॉल कर पुलिस बुला ली। इस पर प्रधान पति सुधीर कुमार और उसके साथियों ने पीड़ित और सिपाहियों पर कई राउंड फायरिंग कर दी। सभी ने गड्ढे में छिपकर जान बचाई। 

सूचना पर थाने की फोर्स पहुंच गई। तब तक सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। इंस्पेक्टर संजीव कुमार चौधरी ने बताया कि प्रधान पति सुधीर कुमार व अन्य ने पीआरवी 1970 के सिपाहियों पर फायरिंग की गई थी। घटनास्थल से कारतूस के खोखे भी मिले हैं। खाली शराब की बोतलें भी बरामद हुई है। पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है।