Site icon UP News | Uttar Pradesh Latest News । उत्तर प्रदेश समाचार

फाफामऊ चौहरा हत्याकांड : ‘गौरी’ के नाम से सेव किया था नंबर, खुद को बताता था प्रधान

Prayagraj News :  फाफामऊ हत्याकांड के आरोप में पकड़ा गया कथित हत्यारोपी।

फाफामऊ कांड में गिरफ्तार पवन सरोज ने अपने मोबाइल में मृतक किशोरी का नंबर किसी अन्य नाम से सेव कर रखा था। किशोरी के नंबर के आगे उसने गौरी नाम लिख रखा था। अफसरों ने बताया कि उसके मोबाइल से किशोरी को भेजे गए मैसेज देखने पर पता चला कि पिछले दो महीने से वह लगातार उसे परेशान कर रहा था। कई बार किशोरी ने मैसेज के जरिए उसे मना भी किया। एक बार धमकाया भी लेकिन उस पर कोई असर नहीं हुआ।

पुलिस का कहना है कि आरोपी पवन शटरिंग का काम करता है और वह उस भट्ठे पर भी जाता था जो मृतकों के मकान के ठीक पीछे स्थित है। खास बात यह है कि उसकी ओर से भेजे गए मैसेज किशोरी के  मोबाइल से डिलीट मिले लेकिन उसने अपने मोबाइल से इन मैसेजेज को डिलीट नहीं किया था। इसे देखने से ही पता चला कि किशोरी को भेजे गए मैसेजेज में वह खुद को प्रधान बताता था। साथ ही रोजाना उसे कई-कई मैसेज भेजता था। इसकेलिए कई बार मैसेज के जरिए ही किशोरी अपना विरोध भी जता चुकी थी। लेकिन वह नहीं माना और लगातार मैसेज भेजता रहा।

परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के जरिए आरोपी तक पहुंची पुलिस
फाफामऊ कांड में गिरफ्तार पवन सरोज हत्या की वारदात में शामिल था या नहीं, यह राज डीएनए टेस्ट से खुलेगा। अफसरों का कहना है कि मृतक किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म हुआ था और उसके बॉडी पार्ट्स पर कुछ पदार्थ मिले थे जिनका सैंपल फोरेंसिक टीम ने एकत्र किया था। गिरफ्तार किए गए पवन सरोज के डीएनए सैंपल का मिलान मौके से बरामद इस सैंपल से कराया जाएगा। इसमें सबकुछ साफ हो जाएगा। एडीजी जोन ने बताया कि परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर सबसे ज्यादा शक के घेरे में पवन ही है, ऐसे में जल्द ही उसकेडीएनए सैंपल की जांच कराई जाएगी।

किशोरी के ‘आई हेट यू’ लिखने के बाद अचानक बंद कर दी चैटिंग
प्रयागराज। पुलिस अफसरों ने बताया कि अहम बात यह है कि 21 नवंबर यानी घटना वाली रात से पहले शाम को भी पवन सरोज ने अपने नंबर से एक मैसेज किशोरी के मोबाइल पर भेजा जिसमें उसने आई लव यू लिखा था। इसके कुछ देर बाद ही किशोरी की ओर से आई हेट यू लिखकर इस मैसेज का जवाब दिया गया। चौंकाने वाली बात यह कि लगातार मैसेज भेजकर किशोरी को परेशान करने वाले पवन ने इसके बाद से उसे कोई मैसेज नहीं भेजा। जबकि अगले तीन दिन तक किशोरी और उसके परिजनों की लाश घर में ही पड़ी रही और इसकी भनक किसी को नहीं थी।

सवाल यह है कि लगातार मैसेज भेजने वाला शख्स ने अचानक से आखिर कैसे चैटिंग बंद कर दी। जबकि इससे पहले भी किशोरी मैसेज के जरिए ही उसका विरोध कई बार कर चुकी थी। कहीं ऐसा तो नहीं कि उसकी मौत की जानकारी आरोपी को हो गई थी और यही वजह थी कि फिर उसने उसके मोबाइल पर मैसेज नहीं भेजा। 

किशोरी का रिश्तेदार है आरोपी का फरार दोस्त
पुलिस अफसरों ने बताया कि गिरफ्तार पवन सरोज को जो दोस्त फरार बताया जा रहा है, वह मृतक किशोरी का रिश्तेदार है। किशोरी के परिवार की युवती की शादी उसकेपरिवार में हुई है और इस नाते वह उसके घर आती-जाती भी थी। पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि उसे किशोरी का नंबर उसी दोस्त ने दिया था और उससे व्हाट्सएप पर बात करने को कहा था। इसकेबाद ही वह किशोरी को मैसेज भेजने लगा। अफसरों ने बताया कि उस दोस्त की लोकेशन फिलहाल पूणे में मिली है और उसकी तलाश में टीमें लगी हैं। उधर दो दिन पहले लापता हुए रिश्तेदार की भी तलाश की जा रही है।

गिरफ्तारी के पीछे पुलिस का तर्क
वारदात से कुछ घंटों पहले ही व्हाट्सएप पर मैसेज और फिर अचानक से चैटिंग का बंद होना
आरोपी के घर से लाल रंग के धब्बे लगे कपड़ों की बरामदगी
आरोपी के पीठ व हाथ पर चोट के निशान, जिसके बारे में पूछने पर वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया
करीबी दोस्त व रिश्तेदार का संदिग्ध हाल में गायब होना
आरोपी का बार-बार बयान बदलना और अपने ही बयानों में विरोधाभास

..लेकिन इन सवालों का जवाब मिलना बाकी
फिलहाल परिस्थितिजन्य साक्ष्य ही मौजूद, तो पूरे साक्ष्य एकत्र करने से पहले ही गिरफ्तारी में इतनी जल्दबाजी क्यों?
वारदात के वक्त आरोपी की लोकेशन क्या थी? 
हत्या में चार से ज्यादा लोगों के शामिल होने की आशंका, ऐसे में अन्य आरोपियों के नाम का खुलासा क्यों नहीं?
मृतक का कोई आपराधिक इतिहास अब तक सामने नहीं आया, कोई शिकायत भी नहीं?

क्या बोले एडीजी
आरोपी की ओर से भेजे गए बहुत से मैसेज किशोरी के मोबाइल से डिलीट हैं। इस मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है। गिरफ्तार आरोपी की डीएनए सैंपलिंग कराकर मौके से बरामद सैंपल से मिलान कराया जाएगा। किशोरी की उम्र 25 साल के लगभग है, ऐसे में पॉक्सो की धाराएं हटाई जाएंगी। – प्रेमप्रकाश, एडीजी प्रयागराज जोन

नामजद आरोपियों के मामले में जांच जारी
पुलिस अफसरों का यह भी कहना है कि मृतक के परिजनों की ओर से नामजद कराए गए आरोपियों के संबंध में जांच जारी है। फिलहाल उनकी संलिप्तिता के संबंध में कोई सबूत नहीं मिले हैं। हालांकि उनका डीएनए सैंपल जांच के लिए भेजा जा चुका है। 

Exit mobile version