कर्नलगंज में छात्रा की हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है, लेकिन अब भी कई राज बरकरार हैं। घटना को लेकर उठ रहे कई सवाल ऐसे हैं जिनके जवाब पुलिस के पास नहीं हैं। मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए आरोपियों की घटना में संलिप्तता के बाबत कोई वैज्ञानिक साक्ष्य भी पुलिस जुटा नहीं सकी है। खुलासे की जो थ्योरी पुलिस ने बताई है, उसमें भी कई झोल हैं।
कुएं में किसने फेंका शव?
पुलिस ने भले ही मामले का खुलासा कर दिया हो लेकिन एक बड़ा सवाल है जिसका जवाब अफसरों के पास नहीं है। पुलिस की थ्योरी के मुताबिक, कुछ लोगों के आवाज लगाने पर छात्रा को घटनास्थल पर ही छोड़कर आरोपी अमन भाग निकला था। दोबारा दोस्तों के साथ वहां पहुंचने पर छात्रा नहीं मिली। जिसके बाद तीनों वापस चले आए। सवाल यह है कि छात्रा का शव कुएं में किसने फेंका। पुलिस अफसरों का कहना है कि इस संबंध में जांच चल रही है।
पकड़े जाने का डर था, तो दोबारा क्यों गए घटनास्थल पर?
पुलिस का कहना है कि मौके से भागने के करीब आधे घंटे बाद अमन अपने दोस्तों संग दोबारा लाश को ठिकाने लगाने घटनास्थल पर पहुंचा। सवाल है कि कुछ लोगों की आवाज आने पर अमन मौके से भागा था। वह यह भी जानता ही रहा होगा कि दोबारा वहां जाने पर उसके पकड़े जाने की आशंका है, तो फिर वह खुद ही फंसने के लिए मौके पर क्यों जाएगा। विज्ञापन
फोरेंसिक रिपोर्ट में सीमेन नहीं तो दुष्कर्म की पुष्टि कैसे?
पुलिस के मुताबिक, वैजाइनल स्वैब व स्लाइड की फोरेंसिक रिपोर्ट में सीमेन की पुष्टि नहीं हो सकी है। अब सवाल यह है कि ऐसे में दुष्कर्म की पुष्टि कैसे हुई। साथ ही बिना डीएनए जांच के यह कैसे पता चला कि दुष्कर्म करने वाला अमन ही था। फिलहाल पुलिस अफसरों का कहना है कि मृतका के कपड़ों को डीएनए जांच के लिए भेजा जाएगा। आरोपियों के डीएनए सैंपल से इसका मिलान भी कराया जाएगा।
आधी रात घने जंगल में क्यों गई छात्रा?
पुलिस का कहना है कि आरोपी छात्रा से गालीगलौज करता था और उनकेरिश्ते पिछले कुछ महीनों से बिगड़ गए थे। एक सवाल यह है कि ऐसा था तो आरोपी के बुलाने पर वह उससे मिलने क्यों गई। मिलने गई भी तो घने जंगल के भीतर सूने कुएं तक जाने की हामी उसने क्यों भरी।विज्ञापन
शक के घेरे में आने का डर था तो रूम पार्टनर को क्यों किया फोन?
पुलिस का यह भी कहना है कि घटना के अगले दिन सुबह 11 बजे अमन ने मृतका की सहेली को फोन कर उसके बारे में पूछा। इसकेबाद ही सहेली ने शक होने पर छात्रा के पिता को अमन का फोन नंबर दिया। अब सवाल यह है कि इस बात की पूरी आशंका थी कि फोन करके छात्रा के बारे में पूछने पर सहेली को सबसे पहले अमन पर ही शक होगा। इसके बाद भी अमन उसे फोन करने की गलती क्यों करेगा जबकि वह जानता था कि छात्रा की हत्या हो चुकी है।
हत्या के बाद क्यों नहीं डिलीट किए व्हाट्सएप चैट?
पुलिस ने बताया है कि आरोपियों के कब्जे से चार मोबाइल मिले हैं जिनमें से काफी डाटा डिलीट किया जा चुका है। लेकिन दावा यह भी है कि अमन के मोबाइल से वह व्हाट्सएप चैट मिले हैं जिसमें उसकी छात्रा से बातें हुई थीं। अब सवाल यह है कि अगर अमन ने हत्या की तो उसने छात्रा से व्हाट्सएप हुई चैट के रिकॉर्ड डिलीट क्यों नहीं किए?