पश्चिमी उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक तिगरी मेला आज से शुरू हो रहा है। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई हैं। मेला स्थल को पांच जोन और 14 सेक्टर में बांटा गया है। प्रशासनिक अफसरों के अलावा मेला समिति आयोजन को खास बनाने में जुटी है। 

दो साल में आयोजित रहे राजकीय मेला में 25 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। इससे पहले वर्षों में 15 से 20 लाख श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी। मनमानी करने वालों से पुलिस सख्ती बरतेगी। मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालु खूब मौज मस्ती करेंगे।  

कार्तिक पूर्णिमा पर तिगरी गंगा धाम में आयोजित होने वाले मेला 11 से 20 नवंबर तक चलेगा। यहां पर श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए स्विस कॉटेज, अस्थाई कांस पूला सड़क, प्लास्टिक की कुर्सी, पंडाल और शवदाह गृह समेत अन्य काम तैयार हो गए हैं। रात में मेला जगमग होने गला है। 
मेले के दौरान 25 लाख श्रद्धालुओं के जुटने का अनुमान है। मुख्य स्नान 19 नवंबर की सुबह होगा। जबकि 14 नवंबर की दोपहर बाद करीब तीन बजे गंगा पूजन किया जाएगा। इसके लिए कमिश्नर, डीआईजी, डीएम, एसपी सहित सभी माननीयों को आमंत्रित किया गया है। 

मेले में विभिन्न जिलों से लाखों श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगा कर पुण्य कमाते हैं। मालूम हो कि जिले के अलावा पड़ोसी जनपदों से आने वाले लोग तंबु में परिवार संग रहते हैं, जो आस्था के साथ मौज मस्ती करते हैं।  

श्रद्धालुओं के लिए कोविड टीकाकरण शिविर
सीडीओ चंद्रशेखर शुक्ल ने बताया कि मेला स्थल पर कोविड टीकाकरण शिविर लगेगा। ताकि कोरोना संक्रमण के फैलने की आशंका नहीं रहे। 

कुल्हड़ का उपयोग, पॉलिथीन पर रोक
मेला स्थल में पॉलिथीन और प्लास्टिक से प्रतिबंधित रहेगी। चाय की चुस्की के लिए मिट्टी के कुल्हड़ का उपयोग किया जाएगा। 

पांच जोन और 14 सेक्टर में मेला स्थल बंटा
श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने और उनको सहूलियत के लिए मेला स्थल को 14 सेक्टर में बांटा जाएगा।सांसद, विधायक और विशिष्ट व्यक्तियों के लिए स्विस कॉटेज बनाई गई है। 

श्रद्धालुओं को वाई फाई की सेवा  
गंगा में स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वाई-फाई की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में मेला परिसर रहेगा। एलईडी से  प्रसारण भी किया जाएगा।