बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ विधायक अरविंद गिरि को उनके फार्म हाउस समाधि पर दी गई। राष्ट्रीय ध्वज ओढ़ाकर गारद ने सलामी दी। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सहित जिला प्रशासन से डीएम और एसपी ने विधायक के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र चढ़ाए। 

बुधवार की सुबह 9 बजे लालहपुर स्थित विधायक श्री अरविंद गिरि फार्म हाउस से फूल मालाओं से सजे आसन पर समाधि की मुद्रा में उनकी विशाल शव यात्रा निकाली गई। नगर की सड़कों पर विशाल जनसमूह अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन को उमड़ पड़ा।

जिले भर के प्रशासनिक अधिकारी पुलिस बल और राजनीतिक नेताओं दिग्गजों के साथ शवयात्रा लक्ष्मणयति रेलवे क्रॉसिंग, भूतनाथ मंदिर होते हुए लखीमपुर रोड, अशोक चौराहा, अलीगंज रोड होते हुए निकली। जैसे-जैसे शव यात्रा आगे बढ़ती गई विशाल जनसमुदाय जुड़ता गया।

अपने प्रिय नेता के दर्शन के दौरान लोगों की आंखें नम थीं। परिजनों और उनके करीबी फफक कर रो रहे थे। शव यात्रा के भ्रमण के बाद उनके फार्म हाउस पर समाधि की डोली रखी गई। जहां राजकीय सम्मान के साथ तिरंगा ओढ़ाकर गारद ने सलामी दी।

उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के राजनेताओं जनप्रतिनिधियों प्रशासनिक अधिकारी डीएम महेंद्र बहादुर सिंह और एसपी संजीव सुमन ने पुष्प चक्र चढाया। दोपहर 11:45 बजे विधायक के परिजनों और उनके पुत्र अमन गिरि ने उन्हें समाधि दी। उपमुख्यमंत्री और सिंचाई मंत्री सहित राजनेताओं ने समाधि पर मिट्टी दी। इस दौरान विशाल जनसमूह अपने चहेते नेता का अंतिम दर्शन करने को बेताब दिखा। परिजन दहाड़े मार कर रो रहे थे। हर किसी की आंखें नम थीं।भाजपा विधायक अरविंद गिरि की अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और जल संसाधन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह उनके पैतृक आवास गोला गोकर्णनाथ पहुंचे। इसके बाद परिवार से मिलकर उनको सांत्वना भी दी।

बता दें कि मंगलवार की सुबह गोला विधायक अरविंद गिरि का हार्ट अटैक से आकस्मिक निधन हो गया। वह सुबह पांच बजे अपने निवास से लखनऊ में पार्टी की बैठक में शामिल होने जा रहे थे। पार्टी के कद्दावर नेता एवं विधायक अरविंद गिरि के निधन से पूरे जिले में शोक की लहर है। बुधवार को उनकी अंतिम यात्रा सुबह 10 बजे फार्म हाउस से शुरू की गई। उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। 

अचानक हुई तबीयत खराब
लखनऊ जाते वक्त कार में विधायक के साथ ड्राइवर राकेश, गनर रंजीत और खानसामा थे। चालक राकेश कुमार ने बताया कि सिधौली पहुंचे ही थे कि रास्ते में विधायक की तबीयत खराब हो गई और गाड़ी रोकने को कहा। बाद में कार में अगली सीट से उठकर विधायक पिछली सीट पर लेट गए, फौरन कार चालक राकेश और गनर रंजीत उन्हें लेकर अटरिया स्थित हिंद मेडिकल कॉलेज ले गए।

अस्पताल में इलाज शुरू होने से पहले ही करीब 7 बजे डॉक्टरों ने विधायक को मृत घोषित कर दिया। गनर और चालक ने घटना की सूचना विधायक के छोटे भाई मोंटी गिरि को दी, जिसके साथ ही क्षेत्र में विधायक के आकस्मिक निधन की खबर आग की तरह फैल गई। शुभचिंतक अपने वाहनों से अटरिया के लिए रवाना हो गए तो कुछ वहीं उनके आवास पर जुटने लगे। हर कोई विधायक की अचानक हुई मौत से स्तब्ध है।