जिस पति के साथ सात जन्म के साथ की बात कर सात फेरे लिए, दूसरी विदाई से पहले चांदनी ने प्रेमी से उसकी हत्या करवा दी। प्रेमी को चचेरा भाई बताकर पति से पार्टी दिलाई और फिर उसकी हत्या करा दी। चर्चित मामले में बरेली पुलिस ने खुलासा कर चांदनी और ड्राइवर को जेल भेज दिया। 

जोगी नवादा निवासी सोनू की शादी नवंबर में सम्राट अशोक नगर की चांदनी से हुई थी। 25 नवंबर को सोनू लापता हो गया। शनिवार को उसका शव बहगुल नदी से बरामद हुआ। 

चांदनी समेत कई लोगों पर अपहरण का मामला दर्ज हुआ था जो अब हत्या में बदल गया है। नामजदों में चांदनी का प्रेमी करनपुर थाना देवरनिया का अरविंद व उसका दोस्त भुता के गांव लइया निवासी सचिन जेल जा चुके हैं। रविवार को चांदनी और कार ड्राइवर छोटी विहार निवासी अंकुश साहू उर्फ राजा को जेल भेजा गया। कार भी सीज की गई।

शादी के बाद ही तय हो गया था हत्या का प्लान
पुलिस की आरोपियों से पूछताछ के मुताबिक 25 नवंबर को ही सोनू की हत्या कर दी गई थी। तब दूसरी विदाई में चांदनी ससुराल आई थी। वह अरविंद से प्यार करती थी। अरविंद उसका दूर का रिश्तेदार है जो झाड़फूंक करता था। शादी के बाद ही चांदनी ने अरविंद से तय कर लिया था कि वह सोनू को रास्ते से हटा देगा। तय प्लान के मुताबिक चांदनी ने सोनू से कहा कि उसके चचेरे भाइयों व सहेलियों को शादी की पार्टी देनी है।सोनू को सुरेश शर्मा नगर बुलाया गया। यहां चचेरा भाई बनकर अरविंद व सचिन मिले। इन लोगों ने पार्टी की फिर चांदनी को घर भेज दिया। अरविंद ने कहा कि किसी काम से रामपुर तक चलना है। तब राजा अपनी कार में इन्हें लेकर चला।इन्होंने कार में ही सोनू की हत्या कर दी और शंखा पुल से शव को वजन बांधकर नीचे नदी में फेंक दिया। सोनू का शव कंकाल में बदलने से हत्या की वजह पता नहीं चल सकी। विसरा सुरक्षित किया गया है।

सोनू के परिवार ने फिर घेरा थाना
सोनू के अंतिम संस्कार से पहले परिजनों ने फिर थाना घेर लिया। उन्होंने सोनू के सास-ससुर, चचिया ससुर समेत अन्य परिजनों को भी जेल भेजने की मांग की। इंस्पेक्टर अभिषेक सिंह ने साफ कहा कि चार लोगों के ही नाम हत्या के मामले में प्रकाश में आए हैं तो वह इन्हीं को केस में रखेंगे।किसी निर्दोष को नहीं फंसाया जाएगा। बेवजह दबाव बनाने की कोशिश न करें। इसके बाद सोनू के परिजन चले गए। संजय नगर श्मशान भूमि पर उसका अंतिम संस्कार किया गया।