ज्ञानवापी प्रकरण में शृंगार गौरी सहित अन्य विग्रहों की वस्तुस्थिति जानने के लिए शनिवार को फिर सर्वे शुरू होगा। यह सर्वे पांच दिन बाद दोबारा चालू होगा। इस बार कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र के साथ विशेष कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह और सहायक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह भी रहेंगे।
सूत्रों के मुताबिक कमीशन की कार्यवाही मस्जिद के पश्चिमी हिस्से से शुरू होगी। सर्वे के दौरान पीछे की दीवार की स्थापत्य शैली, कलाकृतियां आदि देखी जाएंगी। यह कार्यवाही रोज सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक चलेगी। तीनों कोर्ट कमिश्नर ने सभी सम्बंधित पक्षों को नोटिस जारी कर कमीशन की कार्यवाही से अवगत करा दिया है। रविवार को नमाजस्थल और सोमवार को तहखाने का ताला खोलकर कमीशन की कार्यवाही होगी।
ज्ञानवापी परिसर में एडवोकेट कमिश्नर समेत 52 लोग मौजूद
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर की सर्वे टीम में एडवोकेट कमिश्नर के साथ दो सहायक भी शामिल हैं। इसके अलावा दोनों पक्षों के वकील समेत कुल 52 लोग अंदर मौजूद हैं।
ज्ञानवापी सर्वे: अंदर तहखाने में सर्वे जारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार अंदर तहखाने में सर्वे जारी है। दोनों पक्ष एकदूसरे का सहयोग कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर भी निगरानी
ज्ञानवापी सर्वे को लेकर कमिश्नरेट में अलर्ट जारी किया गया है। पुलिस कमिश्नर की ओर से काशी व वरुणा जोन के डीसीपी को निर्देशित किया गया है। मंदिर परिक्षेत्र के आस-पास सुरक्षा बढ़ाने, मिश्रित आबादी में गश्त और निगरानी बढ़ाने के लिए निर्देश दिया है। खासतौर से सोशल मीडिया पर निगरानी रखने के लिए कहा है।
इस क्रम में डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने कोतवाली क्षेत्र के मैदागिन, नखास, काशीपुरा, जालपादेवी, गोलादीना नाथ, कबीरचौरा, लोहटिया, डीएवी तिराहा आदि कालोनियों, संवेदनशील व अति संवेदनशील क्षेत्रों में फूट पैट्रोलिंग की। फुट मार्च के दौरान क्षेत्रीय आम जनमानस को निर्देशित किया कि क्षेत्र में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने में पुलिस प्रशासन का सहयोग करें। अफवाहों से बचें, यदि कोई व्यक्ति चाहे वह किसी भी धर्म संप्रदाय का हो अफवाह फैलाते हो तो संबंधित प्रभारी निरीक्षक व थानाध्यक्ष एवं पुलिस के उच्च अधिकारियों से संपर्क कर अवगत कराएं। उधर वरुणा जोन में कैंट, सारनाथ व चेतगंज सर्किल में पुलिस ने गश्त किया।
ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे जारी
ज्ञानवापी मस्जिद के गेट नंबर चार पर मौजूद पुलिस अधिकारियों के अनुसार दो तहखानों की चाबी सर्वे टीम को दी गई है। सर्वे चल रहा है।
छत्ताद्वार आज दोपहर तक बंद
ज्ञानवापी प्रकरण में कोर्ट कमीशन की कार्यवाही के दौरान काशी विश्वनाथ धाम का मुख्य प्रवेश द्वार (छत्ताद्वार) शनिवार दोपहर तक बंद रहेगा। कमीशन की कार्यवाही सुबह आठ बजे से दोपहर 12 बजे तक चलेगी। इस दौरान सुरक्षा के मद्देनजर छत्ताद्वार को बंद करने का निर्णय लिया गया है। यह पूर्व में भी कार्यवाही के दौरान बंद रखा गया था।
मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल, पुलिस आयुक्त ए. सतीश गणेश व डीएम कौशलराज शर्मा ने शुक्रवार को ज्ञानवापी के आसपास के क्षेत्र का जायजा लिया। आसपास चल रहे विकास कार्यों को जारी रखने और पुलिस सुरक्षा का खाका खींचा। अधिकारियों के मुताबिक छत्ताद्वार पहुंचने वाले दर्शनार्थियों को पास की नंदू फारिया गली से होते हुए पश्चिमी गेट से मंदिर परिसर में प्रवेश कराया जाएगा। इस गेट पर दबाव बढ़ने पर लोगों को ढुंढिराज गली से विश्वनाथ धाम भेजा जाएगा। कमीशन की कार्यवाही के दौरान धाम के सामने किसी भी व्यक्ति को रुकने या वाहन खड़ा करने पर रोक रहेगी। मैदागिन से गोदौलिया तक पूरे मार्ग पर सुरक्षा के सबंध में विशेष एहतियात बरतने का निर्देश दिया गया है। कहा गया है कि सर्वे के दौरान सड़क पर एक साथ भीड़ की स्थिति न होने दें। यह भी हिदायत दी गयी है कि आने-जाने वाले लोगों को बेवजह रोका-टोका न जाए।
वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे कार्य शुरू
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे-वीडियोग्राफी कार्य शनिवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एक बार फिर शुरू हो गया। वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, “अधिकृत व्यक्ति, जिनमें सभी पक्ष, उनके वकील, अधिवक्ता आयुक्त और वीडियोग्राफर शामिल हैं, मौके पर पहुंच गए हैं। ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वेक्षण शुरू हो गया है।” ज्ञानवापी मस्जिद प्रतिष्ठित काशी विश्वनाथ धाम के करीब स्थित है और स्थानीय अदालत महिलाओं के एक समूह द्वारा इसकी बाहरी दीवारों पर मूर्तियों के सामने दैनिक प्रार्थना की अनुमति मांगने से जुड़ी याचिका पर सुनवाई कर रही है।
बिना तोड़फोड़ के हर तरीके से सर्वे को स्वतंत्र हैं कोर्ट कमिश्नर
ज्ञानवापी प्रकरण में कोर्ट कमिश्नर के सर्वे पर विपक्ष ने विवाद खड़ा कर दिया था। जबकि सिविल प्रक्रिया संहिता (सीपीसी) के मुताबिक बिना किसी तोड़फोड़ के कोर्ट कमिश्नर हर कार्यवाही के लिए स्वतंत्र हैं। कमीशन शुरू होने के बाद कोई अवरोध मौके पर या न्यायालय में करना निषिद्ध है। सर्वे के दौरान मौके पर बंद स्थान को खुलवाने, किसी वस्तु, चित्र या स्थान पर धूल भरी हो तो हवा या पानी से उसे साफ कराने का अधिकार कोर्ट कमिश्नर के पास होता है। कोई शब्द चित्र है तो उसकी व्याख्या का भी अधिकार मिला होता है। विषय से सम्बंधित हर वस्तु की फोटो व वीडियोग्राफी की जा सकती है। क्षेत्रफल या प्रतिबिंब की नापी व मापन भी हो सकेगा।