यूपी के जौनपुर जिले में ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी करने वाली तीन सगी बहनों का अंतिम संस्कार शनिवार को रामघाट पर किया गया। दाने-दाने के लिए मोहताज परिवार के पास दाह संस्कार तक के लिए पैसा नहीं था। इतना ही नहीं, जिम्मेदारों ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। आखिर में रिश्तेदारों की मदद से एक ही चिता पर तीनों का शव रखकर अंतिम संस्कार किया गया। भाई गणेश ने मुखाग्नि दी तो मौजूद रिश्तेदारों की आंखें नम हो गईं।

महराजगंज थाना क्षेत्र के अहिरौली गांव निवासी निवासी प्रिती (16), आरती (14) और काजल (11) ने बदलापुर थाना क्षेत्र के फत्तूपुर रेलवे क्रासिंग पर गुरुवार रात ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी कर ली थी। शुक्रवार को शवों का पोस्टमार्टम किया गया। गरीबी का आलम ये रहा कि परिजनों के पास शवों के घर ले जाने के लिए भी पैसे नहीं थे। 

परिवार से जुड़े लोगों के मुताबिक रिश्तेदारों की मदद से 600 रुपये में एक एंबुलेस तय किया गया। शनिवार को शवों को रामघाट ले जाया गया। जहां रिश्तेदारों ने लकड़ी की व्यवस्था की और एक ही चिता पर तीनों सगी बहनों का अंतिम संस्कार किया गया।