शनिवार को झांसी आए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किले में आयोजित लाइट एंड साउंड शो देखा। इसके बाद उन्हें विजिटर बुक में भी अपना अनुभव लिखा। योगी तकरीबन आधा घंटे तक किले में रहे।

योगी रात सवा आठ बजे किले में पहुंचे। यहां उन्होंने रानी की गौरव गाथा पर आधारित लाइट एंड साउंड शो देखा, जिससे वे खासे प्रभावित नजर आए। इसके बाद योगी ने किले की विजिटर बुक में लिखा कि ‘भारत की आजादी का प्रथम स्वातंत्र समर अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। इस स्वातंत्र समर में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का नाम बड़े सम्मान के साथ भारत के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। 

महारानी लक्ष्मीबाई की वीरता, शौर्य और आजादी के इन महत्वपूर्ण घटनाक्रमों को स्मार्ट सिटी मिशन के लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से वर्तमान पीढ़ी के सामने प्रस्तुत करना अत्यंत सराहनीय पहल है। इतिहास के इन्हीं पलों के संबंधों में कहा गया है कि अतीत को विस्मृत करके वर्तमान का नव निर्माण नहीं हो सकता। इस कार्यक्रम को अन्य प्रकार से भी आगे बढ़ाने का प्रयास होना चाहिए।’ इसके बाद योगी सर्किट हाउस की ओर रवाना हो गए। 

भाजपाइयों पर भड़के मुख्यमंत्री, अनुशासन की दी नसीहत 
हेलीपैड के पास आगे आने की होड़ में आपस में धक्कामुक्की कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भड़क गए। उन्होंने कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने की नसीहत दी। इस दौरान नाराज सीएम ने सिर्फ कतार में लगे लोगों से ही हाथ मिलाया। 

मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर शाम चार बजे पुलिस लाइन में बनाए गए हेलीपैड पर उतरा। यहां स्थानीय जनप्रतिनिधियों व पार्टी कार्यकर्ताओं के अलावा सौ से अधिक भाजपा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए खड़े थे। 10-15 लोग ही कतारबद्ध थे, जबकि बाकी सभी झुंड बनाए हुए थे। उनमें मुख्यमंत्री के पास पहुंचने की होड़ लगी हुई थी, जिससे उनके बीच धक्कामुक्की होने लगी। इससे मुख्यमंत्री भड़क गए। 

उन्होंने कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने नसीहत दी। साथ ही कहा कि मैं उन्हीं से मिलूंगा जो कतार में खड़े हुए हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कतार में खड़े कुछ लोगों से हाथ मिलाया और आगे बढ़ गए। सीएम के साथ आए प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने जिलाध्यक्ष मुकेश मिश्रा से कहा कि ये कैसी अव्यवस्था है। इस पर सभी भाजपाई दाएं-बाएं हो लिए। 

नहीं लिया गार्ड ऑफ ऑनर 
अनुशासन के लिए पहचाने जाने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं की अनुशासनहीनता पर मुख्यमंत्री खासे नाराज नजर आए। इस दौरान उन्होंने गार्ड ऑफ ऑनर भी नहीं लिया। जबकि, इसके लिए पुलिस की ओर से काफी पहले से ही तैयारी कर ली गईं थीं। लेकिन, भाजपा कार्यकर्ता गार्ड ऑफ ऑनर देने वाले पुलिस कर्मियों से आगे आकर झुंड में खड़े हो गए थे, जिससे मुख्यमंत्री बगैर गार्ड ऑफ ऑनर लिए आगे बढ़ गए।  

वातानुकूलित जिम्नास्टिक हॉल का किया लोकार्पण
शनिवार को झांसी दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ध्यानचंद स्टेडियम में 3.56 करोड़ की लागत से बनाए गए वातानुकूलित जिम्नास्टिक हॉल का लोकार्पण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री के सामने नवोदित खिलाड़ियों ने एथलेटिक्स, बॉक्सिंग व जूडो का प्रदर्शन किया।

कमिश्नरी में आयोजित समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री का काफिला सीधे ध्यानचंद स्टेडियम में पहुंचा। यहां खिलाड़ियों ने सीएम का ताली बजाकर स्वागत किया। उन्होंने नवनिर्मित जिम्नास्टिक हॉल का फीता काटकर शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ नन्हें खिलाड़ी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के कहने पर जूडो के खिलाड़ी हर्षित (9) और भावेश (9) ने अपना हुनर दिखाया। इसके बाद वैष्णवी (11) और श्रद्धा (10) ने बॉक्सिंग के पंच दिखाए। 

नन्हें खिलाड़ियों का प्रदर्शन देख मुख्यमंत्री गदगद नजर आए और उन्होंने सभी का खूब उत्साहवर्धन किया। इस दरम्यान एथलीट कमलेश कुशवाहा, पुष्पा रायकवार, रोहित कुमार, गौतम गौड़, हिमांशु शर्मा, दिव्यांशु प्रजापति, सौरभ बघेल, राजा खान व अंशिका गौतम ने भी अपनी खेल प्रतिभा दिखाई। मुख्यमंत्री तकरीबन बीस मिनट तक स्टेडियम रहे। इसके बाद उनका काफिला मेडिकल कॉलेज की ओर रवाना गया। 

कुछ पुलिस वालों की करतूतों से बदनाम हो रहा पूरा महकमा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक में कहा कि कुछ पुलिस वालों की करतूतों से पूरा महकमा बदनाम हो रहा है। प्रदेश में कुछ इस प्रकार की घटनाएं हुईं जिससे सरकार की छवि भी प्रभावित होती है। उन्होंने पुलिस अफसरों से कहा कि थानों का चार्ज देते वक्त यह जरूर देख लें कि उसका व्यवहार कैसा है। आचरण कैसा है। पूरा मंथन करने के बाद ही तैनाती की जानी चाहिए। अगर कहीं गड़बड़ी होगी तो पुलिस अफसर ही जिम्मेदार होंगे।