तमाम प्रयासों के बाद भी गंगा बैराज पर पहुंचकर जान जोखिम में डालने वाले लोगों को पुलिस नहीं रोक पा रही है। शनिवार को आईआईटी छात्रा सेजल ने भी सेल्फी के चक्कर में ‘डेंजर जोन’ में पहुंचने का जोखिम उठाया और अपनी जान गंवा दी। पूर्व में हुई घटनाओं के बाद बैराज पर पुलिस को गश्त के निर्देश दिए गए थे, लेकिन शनिवार को पुलिस गश्त नहीं कर रही थी।
ऐसे में लोगों का कहना है कि अगर पुलिस उस वक्त गश्त पर होती तो शायद सेजल आज जिंदा होती। गंगा बैराज के करीब एक किमी लंबे पुल के दोनों तरफ नवाबगंज और कोहना थाने की पुलिस चौकियां हैं। कानपुर की ओर से पुल के प्रवेश पर पीआरवी ड्यूटी भी रहती है। पुलिस कर्मियों पर पुल पर गश्त करते रहने के निर्देश हैं, जिससे डेंजर जोन में पहुंचने वाले लोगों को रोका जा सके।
हालांकि पुलिस अक्सर यहां वाहन सवारों और प्रेमी जोड़ों से वसूली में मशगूल रहती है। शनिवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ और सेजल बैराज की रेलिंग पर कर्मचारियों के जाने के लिए लगे छोटे से गेट को खोल कर डेंजर जोन में पहुंच गई थी। गेट खोलने से लेकर उसे रैंप तक पहुंचने और सेल्फी लेने में करीब 15 मिनट का समय लगा। इसके बाद भी किसी पुलिसकर्मी की उस पर नजर नहीं पड़ी।
सेल्फ लेते वक्त रहें सावधान, कहीं चली न जाए जान
- बैराज पर हमेशा सुरक्षित जगह पर ही सेल्फी लें।
- रोक के बावजूद डेंजर जोन में जाकर सेल्फी कतई न लें।
- नाव में सवार हैं तो खड़े होकर सेल्फी लेने से बचें। जरूरी हो तो सेल्फी स्टिक का प्रयोग करें।
- गंगा के अधिक किनारे सेल्फ ी कतई न लें। इस वक्त ध्यान सिर्फ कैमरे में होता है।
- ऊंचाई वाली असुरक्षित जगहों से सेल्फी लेने से बचें।
बैराज पर सेल्फी पहले भी ले चुकी जान
- जून 2016 में गंगा बैराज पर 10 युवक मौज मस्ती के लिए पहुंचे थे। शिवम नाम का युवक सेल्फी लेने के दौरान डूब गया था। उसे बचाने के लिए उसके सात अन्य दोस्त भी गंगा में कूद गए थे और सभी की मौत हो गई थी।
- जून 2019 में गंगा बैराज पर सेल्फी लेने के दौरान गोविंद नगर निवासी अभिषेक वर्मा भी गंगा में डूब गया था।
बैराज पर गश्त के लिए जेब्रा पुलिस को लगाया गया है। लोगों को डेंजर जोन से दूर रहने की हिदायत भी दी गई है। इसके बाद भी यदि पुलिस कर्मियों की लापरवाही मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।
बीबीजीटीएस मूर्ति, डीसीपी वेस्ट